Last Updated:August 03, 2025, 12:07 IST
PM Modi Swadeshi Mantra: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता संभालने के बाद दुनिया के तमाम देशों के सामने नई चुनौती पेश कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नई समस्या से निपटने का तरीका...और पढ़ें

हाइलाइट्स
प्रधानमंत्री मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से निपटने का बताया तरीकाकभी अंग्रेजों से निपटने के लिए बाल-पाल-लाल की तिकड़ ने दिया था फॉर्मूलापीएम मोदी ने उसी को बनाया हथियार, वाराणसी से दिया स्वदेशी का मंत्रनई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप आजकल सुर्खियों में हैं. उनकी सरकार ने दुनिया के तमाम देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा कर पूर्व से चले आ रहे वर्ल्ड ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया है. ट्रंपोनोमिक्स के इस नए वेव से भारत भी अछूता नहीं है. डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कई बार और कई मंचों से अमेरिकी उत्पादों पर जरूरत से ज्यादा टैक्स लगाने का आरोप लगा चुके हैं. वे इसे गैरबराबरी वाली पॉलिसी मानते हैं. ऐसे करने वाले देशों के खिलाफ उन्होंने अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. ट्रंप ने इंडिया से इंपोर्ट होने वाले प्रोडक्ट पर 25 फीसद का अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है. इससे हलचल मची हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी दौरे के दौरान ट्रंप के टैरिफ की काट बता दी. उन्होंने स्वदेशी का मंत्र दिया, जिसकी जड़ें तकरीबन 125 साल पहले हुए स्वदेशी आंदोलन से जुड़ी हैं. इस आंदोलन को बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और लाला लाजपत राय थे. बाल-पाल-लाल की तिकड़ी ने गुलामी की जंजीर में जकड़े देश के करोड़ों लोगों को स्वदेशी का ऐसा मंत्र दिया था, जिसने अंग्रेजों की चूलें हिला दी थीं. बाद के सालों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वदेशी को सबसे बड़ा हथियार बनाते हुए देश को आजादी दिलाई.
दरअसल, अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी से देशवासियों से स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा, ‘देशवासी स्वदेशी का संकल्प लें कि वे आज से उन वस्तुओं को ही खरीदेंगे, जिसे बनाने में भारत का पसीना बहा है. यह जिम्मेदारी देश के लोगों को लेनी होगी कि आज से ही हमारे घर में जो नया सामान आएगा, वह स्वदेशी ही होगा.’ उन्होंने ट्रंप और अमेरिका का जिक्र किए बिना कहा कि इस समय वैश्विक अस्थिरता का माहौल है. सभी देश अपने-अपने हितों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, इसलिए अपने आर्थिक हितों के प्रति हमें सजग रहना होगा. हमें वोकल फार लोकल के मंत्र को अपनाना होगा. हम मेक इन इंडिया को बढ़ावा देंगे.’ बता दें कि जिस संरक्षणवाद (Protectionism) के खिलाफ अमेरिका ने झंडा बुलंद किया था, डोनाल्ड ट्रंप अब उसी को अपनाते हुए आगे बढ़ रहे हैं.
बाल-पाल-लाल का 125 साल पुराना फॉर्मूला
बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल और लाला लाजपत राय का देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ा योगदान रहा है. कांग्रेस के गरम दल गुट का प्रतिनिधित्व करने वाले इन तीनों महान विभूतियों ने आज से तकरीबन 125 साल पहले वह कर दिखाया, जिसकी कल्पना तक करना मुश्किल था. उन्होंने ब्रिटिश काल के दौरान साल 1905 में देश की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत की थी. इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार करना और स्वदेशी सामान के इस्तेमाल को बढ़ाना था, ताकि भारतीय कामगारों के हाथों में सीधे पैसा जाए और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें. इसे आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय गौरव से जोड़ा गया, ताकि देश और देसी उत्पादों के प्रति करोड़ों भारतीय एकजुट हो सकें. डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह से टैरिफ छेड़ रखा है, उसकी काट बाल-पाल-लाल की तिकड़ी ने सवा सौ साल पहले ही दे दी थी.
मोदी सरकार की मेक इन इंडिया पॉलिसी
नरेंद्र मोदी ने जब भारत की कमान संभाली तो उन्होंने देश को हर मामले में आत्मनिर्भर बनाने की ठानी. प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद उन्होंने मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की मुहिम का आगाज किया. इसका एकमात्र उद्देश्य है- स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना. साथ ही स्वदेशी तकनीक से विकसित प्रोडक्ट के निर्यात को बढ़ावा देना. डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर ने स्वदेशी के मंत्र को अपनाने के सिद्धांत को साबित कर दिया है. मोदी सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की मुहिम की सफलता की झलक मिलनी शुरू हो गई है, लेकिन इसे परवान चढ़ाने के लिए 140 करोड़ देशवासियों के सहयोग और समर्पण की जरूरत है. पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र में से एक वाराणसी की पवित्र धरती से देश के करोड़ों लोगों को स्वदेशी का मंत्र दिया है. उनके इस मंत्र में ट्रंप के टैरिफ वॉर से निपटने का फॉर्मूला प्रत्यक्ष रूप से छुपा हुआ है.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 03, 2025, 12:07 IST