Last Updated:October 24, 2025, 07:17 IST
Dreamliner Aircraft : एयर इंडिया का जो विमान 12 जून को अहमदाबाद में हादसे का शिकार बना था, उसकी एक बड़ी खामी सामने आई है. कंपनी ने खुद बताया कि उसके विमानों में पिछले 14 साल में 31 बार आरएटी इमरजेंसी सिस्टम खुद ऑन हो चुका है. यह गंभीर खतरा माना जाता है.
एयर इंडिया का ड्रीमलाइन विमान 12 जून को हादसे का शिकार बन गया था. नई दिल्ली. एयर इंडिया जो विमान 12 जून, 2025 को गुजरात के अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद हादसे का शिकार बन गया था, उस कंपनी ने अपने विमानों की सबसे बड़ी खामी को उजागर किया है. भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा था, जिसके जवाब में ड्रीमलाइनर ने इस खामी को उजागर किया है. कंपनी ने बताया कि उसके विमान कई बार इमरजेंसी सिस्टम का शिकार बन चुके हैं और बिना पायलट के कमांड दिए ही यह सिस्टम अपने आप ऑन हो जाता है.
आपको याद होगा कि 12 जून को एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरा था और रनवे से उड़ने के 1 मिनट के भीतर ही यह हादसे का शिकार बन गया था. यह विमान भी ड्रीमलाइनर का ही था. इस हादसे के बाद पिछले 4 अक्टूबर को ब्रिटेन के बर्मिंघम हवाईअड्डे पर उतरते समय एक बार फिर ड्रीमलाइनर के विमान में ऐसा ही इमरजेंसी सिस्टम ऑन हो गया था. हालांकि, इस बार कोई हादसा नहीं हुआ और विमान सुरक्षित लैंड करा लिया गया था. इस घटना के बाद भारतीय नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने ड्रीमलाइनर से इस पर स्पष्टीकरण मांगा था.
क्या बताया ड्रीमलाइनर ने
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोइंग के ड्रीमलाइनर विमानों में पिछले 14 वर्षों में ‘रैम एयर टर्बाइन’ (आरएटी) के किसी निर्देश के बगैर सक्रिय हो जाने की 31 घटनाएं सामने आ चुकी हैं और इनमें से अधिकांश घटनाएं रखरखाव कार्यों के छह महीने के भीतर हुई हैं. ऐसी ही एक घटना 4 अक्टूबर, 2025 को उस समय हुई जब बर्मिंघम हवाई अड्डे पर उतरने से कुछ सेकंड पहले एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान में आरएटी प्रणाली एक्टिव हो गई. यह विमान अमृतसर से रवाना हुआ था और बाद में इसे सुरक्षित रूप से उतार लिया गया.
क्या होता है आरएटी सिस्टम
ड्रीमलाइनर में शुरू किया गया आरएटी सिस्टम विमान के दोनों इंजनों के नाकाम हो जाने अथवा बिजली प्रणाली या हाइड्रोलिक प्रणाली ठप हो जाने की स्थिति में स्वतः एक्टिव हो जाता है. यह सिस्टम आपातकालीन ऊर्जा पैदा करने के लिए हवा की रफ्तार का इस्तेमाल करता है. जाहिर है कि अगर विमान कम ऊंचाई पर हुआ, जहां हवा की रफ्तार उतनी तेज नहीं होती है तो इस सिस्टम के एक्टिव होने से गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. यह सिस्टम एक्टिव होने पर विमान के दोनों इंजन भी अपने आप बंद हो सकते हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 12 जून को हुआ हादसा भी कहीं इसी सिस्टम फेल्योर का हिस्सा तो नहीं था.
डीजीसीए ने दिया एयर इंडिया को निर्देश
डीजीसीए ने इस महीने की शुरुआत में एयर इंडिया को कहा था कि पिछले छह महीनों में आरएटी तैनाती का सामना करने वाले 16 ड्रीमलाइनर विमानों में बोइंग एएमएम (विमान रखरखाव नियमावली) के अनुरूप आरएटी भंडारण प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक दोहराए. अधिकारी ने बताया कि सेवा में आने के बाद से ड्रीमलाइनर विमानों में कमांड के बगैर आरएटी प्रणाली सक्रिय हो जाने के 31 मामले दुनिया भर में सामने आए हैं. इन मामलों में पायलट के आदेश या स्वचालित तैनाती ट्रिगर के बगैर ही यह प्रणाली सक्रिय हो गई. लंबी दूरी की उड़ानों में इस्तेमाल होने वाले ड्रीमलाइनर को 14 साल पहले उड़ान के लिए इस्तेमाल करना शुरू किया गया था. फिलहाल इस तरह के 1,100 से अधिक विमान सेवा में हैं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 24, 2025, 07:17 IST

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