Last Updated:July 30, 2025, 16:44 IST
Nagarjuna Sagar Dam: 18 साल में पहली बार नागार्जुन सागर डैम के गेट जुलाई में खोले गए. महाराष्ट्र-कर्नाटक में भारी बारिश से डैम जल्दी भर गया.

मंगलवार को कृष्णा नदी पर बने नागार्जुन सागर बांध के 14 गेट खोल दिए गए ताकि पानी नीचे की ओर छोड़ा जा सके. खास बात यह रही कि बांध के गेट जुलाई महीने में खोले गए, जो पिछले 18 सालों में पहली बार हुआ है. आमतौर पर ये गेट अगस्त में खोले जाते हैं.

इस साल महाराष्ट्र और कर्नाटक में बहुत ज़्यादा बारिश हुई है. इसकी वजह से श्रीशैलम डैम से बड़ी मात्रा में पानी आया, जिससे नागार्जुन सागर डैम समय से पहले ही भर गया.

तेलंगाना के सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और अनुसूचित जाति विकास मंत्री अदलुरी लक्ष्मण कुमार खुद मौके पर पहुंचे. उन्होंने बांध के 26 में से 14 गेट खोलने की प्रक्रिया की निगरानी की.

बांध के गेटों को करीब 5 फीट तक उठाया गया और इससे करीब 78,060 क्यूसेक पानी नीचे की तरफ बहाया गया. मंगलवार सुबह नागार्जुन सागर में 2,28,900 क्यूसेक पानी आ रहा था, जबकि 1,18,790 क्यूसेक पानी बाहर छोड़ा जा रहा था.

सिर्फ नदी में नहीं, बल्कि सिंचाई के लिए और बिजली बनाने के लिए भी पानी बाईं और दाईं ओर की नहरों में छोड़ा जा रहा है. इससे खेती और बिजली दोनों का फायदा होगा.

जिन जगहों पर पानी जा सकता है, वहां पहले से ही लोगों को सतर्क कर दिया गया है ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो. प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं.

नागार्जुन सागर बांध में मंगलवार सुबह जलस्तर 587.20 फीट था, जबकि इसकी पूरी क्षमता 590 फीट है. इसका मतलब है कि बांध लगभग पूरा भर चुका है. इसमें 305.62 टीएमसी पानी जमा हो चुका है, जबकि इसकी कुल क्षमता 312.04 टीएमसी है.