Last Updated:November 04, 2025, 08:40 IST
भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स इंटीग्रेटेड एक्सरसाइज कर रही है, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है. (फाइल फोटो/PTI)Tri-Services Exercise Trishul: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान भारत की हर सैन्य गतिविधि पर करीब से नजर रख रहा है. आतंकवादियों के पनाहगाह पड़ोसी देश को इस बात की आशंका सताती रहती है कि पता नहीं भारत की ओर से अब कौन सा और कितना घातक कदम उठाया जाएगा. इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ज्वाइंट एक्सरसाइज कर रही है, जिससे पाकिस्तान खासकर आर्मी में खलबली मची हुई है. इस्लामाबाद न दिनों दोतरफा अटैक से लहूहुहान है. एक तरफ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान लगातार हमले कर रहा है तो दूसरी तरफ बलूच विद्रोही लगातार जख्म दे रहे हैं. पाकिस्तान की सेना और पुलिस इससे निपटने में पूरी तरह से नाकाम रही है. दूसरी तरफ, भारत ने रेगिस्तान से समंदर तक ज्वाइंट आर्म्ड एक्सरसाइज कर रहा है, ऐसे में पड़ोसी मुल्क में खलबली मची हुई है. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के DG लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का बयान इसी बौखलाहट का नतीजा है. इसे देखते हुए पाकिस्तान की ओर से ताबड़तोड़ NOTAM (Notice to Airmen) इश्यू कर रहा है.
भारत की तीनों सेनाओं (आर्मी, नेवी और एयर फोर्स) द्वारा 3 नवंबर से शुरू की गई Exercise Trishul 2025 ने पड़ोसी पाकिस्तान में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है. यह अभ्यास गुजरात के सिर क्रीक से लेकर अरब सागर तक फैला हुआ है. इसमें युद्धपोत, लड़ाकू विमान और आर्मी के जवान हिस्सा ले रहे हैं. ये देश के पश्चिमी मोर्चे पर अब तक का सबसे बड़ा वॉरगेम माना जा रहा है. पाकिस्तानी ISPR के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने रावलपिंडी में कहा कि इस बार हमारा जवाब और भी मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के इस अभ्यास की निगरानी कर रहा है और सम्भावित ‘फाल्स फ्लैग’ कार्रवाइयों के लिए सतर्क है. उनका यह सख्त बयान पाकिस्तान की बेचैनी को दिखाता है.
30 नवंबर तक NOTAM
इंटेलिजेंस और मीडिया विश्लेषक संकेत दे रहे हैं कि इस बयान के पीछे पाकिस्तान के आंतरिक दबाव और रणनीतिक नाजुकता एक वजह है. पाकिस्तान को अंदरूनी कानून-व्यवस्था, टीटीपी (Tehreek-e-Taliban Pakistan) की सक्रियता और बलूचिस्तान में हमलों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे पब्लिक यूनिटी का संदेश देना जरूरी हो गया है. ISPR के वक्तव्य को इसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है. सुरक्षा तैयारी के संकेत के तौर पर पाकिस्तान ने 1 नवंबर से 30 नवंबर तक तटीय इलाकों के साथ ही दक्षिणी एयरस्पेस के बड़े हिस्सों को बंद करने वाला NOTAM जारी किया है. विश्लेषकों के अनुसार यह कदम त्रिशूल अभ्यास के दौरान संभावित समुद्र आधारित लाइव-फायर या मिसाइल परीक्षणों से जुड़ा संकेत हो सकता है.
पाकिस्तान की हालत पतली
अफगानिस्तान से लगती सीमा पर भी पाकिस्तान को व्यापक टकराव का सामना करना पड़ रहा है. पाकिस्तान ने अक्टूबर में अफगानिस्तान स्थित टीटीपी शिविरों पर हवाई हमले किए थे. ISPR ने हालिया झड़पों में बड़ी संख्या में लड़ाकों की मौत का भी दावा किया है, जबकि अफगानी पक्ष ने भी जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें पाकिस्तान के दर्जनों जवान मारे गए हैं. Trishul जैसी इंटर-सर्विसेज ड्रिल आमतौर पर अभ्यास और युद्ध-तैयारी का हिस्सा होती हैं, लेकिन क्षेत्रीय राजनीतिक-सामरिक संवेदनशीलता और आतंकवादी गतिविधियों के चलते इनका व्यापक राजनीतिक अर्थ भी निकल आता है. दोनों पक्षों के उच्च-स्तरीय संदेश और एयरस्पेस या नेवल-हस्तक्षेप जैसी तैयारियां किसी भी गलफहमी को बढ़ा सकती हैं. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिली करारी हार को पाकिस्तान अभी तक भूला नहीं है, ऐसे में इतने व्यापक पैमाने पर संयुक्त सैन्य अभियान से पड़ोसी देश में खलबली का आलम है.
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 04, 2025, 08:40 IST

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