‘थैंक्यू डॉक्टर साहब’, जयशंकर की कॉल पर अफगान नागरिकों का उमड़ा प्यार

7 hours ago

अफगानिस्तान में सोमवार को आए भूकंप के बाद भारत ने एक बार फिर अपनी मानवता और दोस्ती दिखाई. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने तुरंत बाद तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बात की और भूकंप में हुई जानहानि पर संवेदना व्यक्त की. साथ ही भारत की ओर से हर संभव मदद करने का भरोसा द‍िया. जयशंकर ने इस बातचीत की जानकारी खुद अपने एक्स अकाउंट पर शेयर की. लेकिन उनकी इस बातचीत ने अफगान‍ियों का द‍िल छू ल‍िया. सोशल मीडि‍या पर उन्‍हें थैंक्‍यू कहने वालों की कतार लग गई. कई लोगों ने लिखा, थैंक्‍यू डॉक्‍टर साहब, आपने फ‍िर द‍िल जीत ल‍िया. कई अफगानों ने भारतीय तिरंगे और अफगान झंडे के साथ दिल वाले इमोजी शेयर किए और लिखा कि भारत ही वह देश है जिस पर आज भी भरोसा किया जा सकता है.

दरअसल, अफगान‍िस्‍तान में फ‍िर 6 की तीव्रता से ज्‍यादा का भूकंप आया है,‍ जिसमें कई लोग मारे गए और तमाम नुकसान हुआ. इसके तुरंत बाद जयशंकर ने मुत्‍ताकी को फोन मिला द‍िया. जयशंकर ने बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए एक्‍स पर लिखा, आज दोपहर अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी से बात की. बल्ख, समनगन और बगलान प्रांतों में आए भूकंप में हुई जनहानि पर संवेदना जताई. भारत से राहत सामग्री आज भेजी जा रही है. जल्द ही दवाओं की अतिरिक्त खेप भी रवाना होगी. जयशंकर ने लिखा, उनकी पिछली भारत यात्रा के बाद हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति पर चर्चा की. भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच बढ़ते संपर्क का स्वागत किया. साथ ही क्षेत्रीय स्थिति पर विचारों के आदान-प्रदान की सराहना की.

भारत ने भेजी राहत सामग्री, दवाइयां भी जल्द पहुंचेंगी

जयशंकर ने ट्वीट में बताया कि भारत ने अफगानिस्तान में भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए राहत सामग्री भेज दी है. इसमें टेंट, कंबल, जरूरी सामान और मेडिकल सप्लाई शामिल हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि दवाइयों की अतिरिक्त खेप भी जल्द ही पहुंचाई जाएगी. यह राहत सहायता अफगानिस्तान के बल्ख, समनगन और बगलान प्रांतों के उन इलाकों के लिए भेजी गई है, जहां भूकंप से भारी तबाही मची है. भारत ने पहले भी अफगानिस्तान को कठिन समय में मदद दी है चाहे कोरोना महामारी हो, बाढ़ या भूकंप. लेकिन इस बार की प्रतिक्रिया ने वहां के आम नागरिकों के दिल जीत लिए हैं.

अफगानिस्तान के लोग बोले-उपकार को बदला खुशी से लौटाएंगे   

जयशंकर के ट्वीट के बाद अफगानिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स ने भारत और भारतीय विदेश मंत्री के प्रति जबरदस्त कृतज्ञता जताई. कई अफगान नागरिकों ने एक्स पर लिखा कि भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि असली दोस्त कौन है.”

Thank you, Doctor Sahib.
Your words and stance have already won the hearts of Afghans. While Pakistan continues to lose credibility and respect on every front, India is steadily gaining ground and earning admiration across the region.
Thank you. 🙏

जहान-ए-फिक्र (Jehan-e-Fikr) नाम के एक यूजर ने लिखा, थैंक्‍यू डॉक्‍टर साह‍िब, आपकी बातों और रुख ने एक बार फिर अफगानों के दिल जीत लिए. जब पाकिस्तान हर मोर्चे पर अपनी साख खो रहा है, भारत लगातार सम्मान और भरोसा कमा रहा है. धन्यवाद.

Thank you, India, for standing with the victims of the recent earthquake in Afghanistan. Your kindness brings hope to those who’ve lost so much. 🇦🇫🤝🇮🇳

वाहिदा नाम की एक अफगान महिला ने लिखा, थैंक्‍यू इंडिया, उन लोगों के साथ खड़ा रहने के ल‍िए जो अफगान‍िस्‍तान में आए भूकंप से पीड़‍ित हैं. आपकी दया उन लोगों के लिए उम्मीद लेकर आई है जिन्होंने सब कुछ खो दिया.

“Welcomed the improving people-to-people contacts between India and Afghanistan.”
My entire family is greatly grateful to H.E. Mr. @DrSJaishankar and the lovely nation of India for lasting support and generosity against Afghanistan in critical times.
🇦🇫 ملګرتيا او مينه 🇮🇳

सोहेब निकजाद ने ट्वीट किया, हम भारत की जनता और सरकार को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने हमेशा हमारे साथ खड़े होकर दोस्ती निभाई है. अख्तर मोहम्मद ने जयशंकर की उस लाइन को शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा था, भारत अफगान‍िस्‍तान के लोगों के बीच पीपुल टू पीपुल कांटैक्‍ट का स्‍वागत है. उन्होंने लिखा, हमारा पूरा परिवार भारत के प्रति आभारी है. डॉ. जयशंकर और भारत जैसे सुंदर देश ने हर कठिन वक्त में अफगानिस्तान के साथ खड़े होकर जो किया है, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता.

The people of Afghanistan are grateful for the help of the friendly country of India. I hope that the opportunity will arise for the people of Afghanistan to repay the joys of the people of India. Afghanistan and India are historical neighbors and have always been friends.

रेजा होसैनी लिखती हैं, अफगानिस्तान की जनता भारत जैसी मित्रवत राष्ट्र की मदद के लिए आभारी है. उम्मीद है कि एक दिन हम भी भारत की जनता के उपकार का बदला खुशी से दे पाएंगे. भारत और अफगानिस्तान ऐतिहासिक पड़ोसी हैं और हमेशा दोस्त रहे हैं. कई यूजर्स ने भारत और अफगानिस्तान के ऐतिहासिक रिश्तों को याद करते हुए लिखा कि दोनों देशों की दोस्ती सरहदों से बड़ी है.

भारत-अफगान रिश्तों की नई उम्मीद

जयशंकर की यह बातचीत सिर्फ मानवीय संवेदना का इज़हार नहीं थी, बल्कि भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों में धीरे-धीरे लौट रहे विश्वास की झलक भी थी. भले ही तालिबान की सरकार को भारत ने औपचारिक मान्यता नहीं दी है, लेकिन भारत लगातार यह दिखा रहा है कि उसका समर्थन अफगान जनता के लिए है, किसी शासन के लिए नहीं. बीते महीनों में दोनों देशों के बीच मानवता आधारित संपर्क, व्यापारिक बातचीत और दवाओं व खाद्य सामग्री की आपूर्ति जैसी कई पहलें फिर से शुरू हुई हैं. जयशंकर ने भी अपने ट्वीट में इस लोगों से लोगों के बीच रिश्ते का स्वागत किया, जिससे अफगान समाज में भरोसे का माहौल बना है.

अफगानिस्तान के लिए भारत बना सहारा

अफगानिस्तान में हाल के वर्षों में आए भूकंपों, खाद्य संकट और आर्थिक कठिनाइयों के बीच भारत ने बार-बार मदद का हाथ बढ़ाया है. इस बार भी जब भूकंप ने सैकड़ों परिवारों को उजाड़ दिया, भारत ने बिना शर्त तुरंत सहायता भेजी. भारत की यह साइलेंट डिप्लोमेसी एक बार फिर लोगों के दिलों में जगह बना रही है, बिना किसी राजनीतिक दिखावे के, सिर्फ इंसानियत के नाम पर. यह बहुत कुछ बदलने वाला है.

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