Last Updated:April 27, 2025, 20:31 IST
Pahalgam Terror Attack: राजनयिक तनाव बढ़ने के कारण पाकिस्तान में दहशत का माहौल कायम है. पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की जांच के लिए रूस और चीन से मदद मांगने का काम किया है.

पाकिस्तान ने भारत के रूख को देखकर चीन और रूस से मदद मांगी है.(Image:PTI)
हाइलाइट्स
राजनयिक तनाव बढ़ने के कारण पाकिस्तान में दहशत का माहौल है. पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की जांच के लिए रूस और चीन से मदद मांगी है.पाकिस्तान इस आतंकी हमले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ले जाने में लगा है.नई दिल्ली. कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमले की वारदात के बाद से भारत ने कड़ा रूख अपनाया है. इससे पाकिस्तान के भीतर दहशत का माहौल है. खबरों के मुताबिक पाकिस्तान अब अपने आका चीन और रूस से मदद मांगने के लिए दौड़ा है. पाकिस्तान ने एक नया दांव खेला है. पाकिस्तान ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन की भागीदारी की मांग कर रहा है. इस साफ है कि पाकिस्तान इस आतंकी हमले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ले जाकर अपने देश को भारत के कड़े रूख से बचाने की जुगत में लगा है.
गौरतलब है कि मंगलवार को आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गोलीबारी की. जिसमें 26 लोग मारे गए. जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. ये आतंकी हमला 2019 में पुलवामा की घटना के बाद से इस इलाके में सबसे घातक हमला था. प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक प्रतिनिधि, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली.
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के अपराधियों और साजिशकर्ताओं को सबसे कठोर जवाब का सामना करना पड़ेगा. वहीं रूसी सरकार द्वारा संचालित समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि मेरा मानना है कि रूस, चीन या यहां तक कि पश्चिमी देश भी इस संकट में बहुत सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं. वे यह तय करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय जांच दल बना सकते हैं कि भारत या मोदी झूठ बोल रहे हैं या सच. एक अंतरराष्ट्रीय दल को पता लगाने दें.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी अंतरराष्ट्रीय जांच कराने का सुझाव दिया है. ख्वाजा आसिफ के हवाले से समाचार एजेंसी ने कहा कि हमें भारत में, कश्मीर में इस घटना के दोषियों की पहचान करने की जरूरत है. खोखले बयानों का कोई असर नहीं होता; पाकिस्तान के शामिल होने या इन व्यक्तियों को पाकिस्तान से समर्थन दिए जाने को साबित करने वाले काफी सबूत होने चाहिए. ये केवल निराधार बयान हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 27, 2025, 20:31 IST