दिग्गज नेता ने छोड़ा अजीत का साथ, साहेब ने लगे लगाया, लेकिन भतीजी हो गई नाराज!

1 month ago

Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए दावेदारों के बीच कोहराम मचा हुआ है. इन सबके बीच इस समय सबसे ज्यादा डिमांड में एनसीपी शरद गुट है. भाजपा, शिवसेना और एनसीपी अजीत गुट के कई विधायक और नेता टिकट की चाह में शरद पवार के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं. उनकी पार्टी से टिकट की चाह में अब तक दसियों विधायक और स्थानीय नेता पाला बदल चुके हैं. ताजा मामला एनसीपी अजीत गुट के बड़े नेता से जुड़ा है. इनका नाम है डॉ. राजेंद्र शिंगणे. एनसीपी में विभाजन के वक्त पूर्व मंत्री शिंगणे ने अजीत पवार को समर्थन देने का फैसला किया था. लेकिन, अब समय बदल चुका है. लोकसभा परिणाम के बाद स्थिति और बदली है. कई नेता विधानसभा से पहले शरद पवार के साथ लौटना चाहते हैं.

शिंगणे ने शरद पवार का दामन थाम लिया है. शनिवार को उनकी पार्टी में प्रवेश की रस्म पूरी हुई. उन्होंने शरद पवार की उपस्थिति में और जयंत पाटिल के हाथों तुतारी ग्रहण की. डॉ. शिंगणे जब अजीत पवार के साथ गए थे तो उनकी भतीजी गायत्री शिंगणे ने यह कहते हुए अपने चाचा के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की कि उन्होंने पवार साहेब के विचारों के साथ विश्वासघात किया है. पिछले साल से गायत्री शिंगणे शरद पवार की पार्टी से चुनाव की तैयारी कर रही थीं. लेकिन चुनाव से ऐन पहले डॉ. राजेंद्र शिंगणे के मूल दल में लौट आने से वह नाराज हो गई हैं.

भतीजी हुई नाराज
गायत्री शिंगणे ने कहा कि जो मनुष्य यह सोचता है कि तुरही का सेवन करने से उसे लाभ होगा, उसे यह बात मन से निकाल देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शरद पवार ने भले ही डॉ. राजेंद्र शिंगणे को माफ कर दिया हो लेकिन यहां की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी. आने वाले चुनाव में सिंधखेड़ाराजा की जनता आपका साथ नहीं देगी. आप न पार्टी के प्रति वफादार थे, न परिवार के प्रति, न जनता के प्रति.

शरद पवार की उपस्थिति में और प्रदेश अध्यक्ष जयंतराव पाटिल की उपस्थिति में पूर्व मंत्री श्री. राजेंद्र शिंगणे सार्वजनिक रूप से पार्टी में शामिल हुए. शरद पवार ने राकांपा परिवार में राजेंद्र शिंगणे का स्वागत किया और उनकी भविष्य की सामाजिक और राजनीतिक प्रगति के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं. इस अवसर पर राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते-पाटिल और पूर्व मंत्री हर्षवर्द्धन पाटिल के साथ पार्टी के संसदीय बोर्ड के सदस्य भी उपस्थित थे.

इस मौके पर डॉ. शिंगणे ने कहा कि आज सचमुच महाराष्ट्र को बचाने की जरूरत है. राजनीतिक, सामाजिक और कई अन्य दृष्टियों से महाराष्ट्र को बचाने की जरूरत है. मुझे पूरा विश्वास है कि पवार साहब यह काम कर सकते हैं. आज मैं पार्टी में दोबारा शामिल हो रहा हूं, पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं. पार्टी और पार्टी नेतृत्व सिंधखेड़ाराजा निर्वाचन क्षेत्र में जो जिम्मेदारी देगा, मैं उसे निभाऊंगा. मुझे किसी भी तरह का आश्वासन नहीं दिया गया, मैंने अपनी मर्जी से पार्टी छोड़ी. शिंगाने ने यह भी स्पष्ट किया कि मैं पार्टी संगठन को बढ़ाने के लिए नेतृत्व का काम करूंगा.

Tags: Assembly elections, Maharashtra Elections, Sharad pawar

FIRST PUBLISHED :

October 20, 2024, 07:17 IST

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