हाइलाइट्स
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे सामने आएंगे.दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है.
नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. राजनीतिक युद्ध के लिए मैदान सज चुका है और लड़ाई लड़ने वाले योद्धा भी तैयार हो चुके हैं. ऐसे में किस-किसके बीच इस बार कड़ा मुकाबला है, इसको लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपना मुकाबला बीजेपी से मान रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अपना सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी से मान रही है. ये दावा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया है. हालांकि कहां पर किसका मुकाबला है या फिर कौन ज्यादा ताकतवर नजर आ रहा है ये तो चुनावी नतीजों के बाद पता चलेगा यानी कि 8 फरवरी को स्पष्ट हो जाएगा. लेकिन राजनीतिक तौर पर बयानबाजी जारी है.
कांग्रेस कर सकती है बेहतर प्रदर्शन!
अंदरुनी खबर यह भी मिल रही है कि इस बार कांग्रेस पार्टी की सीटें बढ़ सकती हैं. दिल्ली में इस बार कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद इसलिए भी है. क्योंकि उसने जो इस बार के चुनाव में जो वादा किया है, वो उनके शासित राज्यों में हिट रहा है या हिट है. पार्टी ने वादा किया है कि दिल्ली में वह हर परिवार को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराएगी. पार्टी ने इसे जीवन रक्षा योजना का नाम दिया है. राजस्थान में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री रहते हुए इस तरह की योजना पेश की थी, जो बहुत लोकप्रिय रही थी.
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की डबल प्लानिंग
वहीं कांग्रेस ने पहले कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को बुलाकर दिल्ली में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया था. पार्टी की इस रणनीति से वह दिल्ली की चुनावी लड़ाई में मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरती दिख रही है. कांग्रेस पार्टी इस बार के चुनाव में डबल प्लानिंग के हिसाब से चल रही है. एक तरफ जहां वो भी आम आदमी पार्टी की तरह खजाना खोल दिया है तो वहीं दूसरी तरफ अघोषित तौर पर अरविंद केजरीवाल पर सीधे ज्यादा आक्रमक ना होने की प्लानिंग की है.
आप को नुकसान तो कांग्रेस को होगा फायदा
चुनावी अभियान में शुरुआती दौर पर कांग्रेस हमलावर थी. लेकिन अब अपना कदम पीछे खींच लिया है. ऐसा कहा जाता है कि अगर चार-पांच प्रतिशत भी आप का वोट कटेगा तो ये सीधे कांग्रेस के खाते में जाएगा. वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की तरह ही खजाना खोल रखा है. मुफ्त की रेवड़ी बांटने में बीजेपी ने भी दोनों पार्टियों को टक्कर दिया है. बता दें कि 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे सामने आएंगे. इस बार दिल्ली का चुनाव आम आदमी पार्टी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है. क्योंकि पिछले एक साल से शराब नीति को लेकर आप को काफी फजीहत झेलनी पड़ी है. आप के कई नेता जेल भेजे गए, जो कि पार्टी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी.
Tags: Delhi Elections
FIRST PUBLISHED :
January 9, 2025, 15:00 IST