Last Updated:April 14, 2025, 17:29 IST
China vs America : अमेरिका के टैरिफ वॉर के बीच चीन के सप्लायर्स ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया है कि राष्ट्रपति ट्रंप भले ही कितना हल्ला मचा लें, लेकिन उनके ज्यादातर लग्जरी ब्रांड वाले उत्पाद चीन में ही बन...और पढ़ें

सोशल मीडिया पर अमेरिका के टैरिफ की आलोचना हो रही है.
हाइलाइट्स
अमेरिकी लग्जरी ब्रांड चीन में सस्ते में बनते हैं.अमेरिकी कंपनियां 30 गुना ज्यादा कीमत वसूलती हैं.ट्रंप के 'MAGA' अभियान के उत्पाद भी चीन में बनते हैं.नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच चीन ने बड़ा खुलासा किया है. चीन की कंपनियों ने दावा किया है कि अमेरिकी सरकार अपने लोगों के साथ धोखाधड़ी करके उन्हें जमकर लूटती है. अमेरिका में लाखों रुपये में बिकने वाले ज्यादातर लग्जरी प्रोडक्ट चीन में बनाए जाते हैं और अमेरिकी कंपनियां अपने यहां लेकर लोगों से 30 गुना तक कीमत वसूलती हैं, जो उसकी वास्तविक लागत से काफी कम है. इन लग्जरी ब्रांड में Birkin, Louis Vuitton, Chanel, Estee Lauder, और Bobbi Brown जैसे ग्लोबल प्रोडक्ट शामिल हैं.
सोशल मीडिया पर चीन के कई मैन्युफैक्चरर ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका के टॉप लग्जरी ब्रांड काफी सस्ते में अपने प्रोडक्ट चीन के बाजार में बनवाते हैं और उसे अमेरिका लाकर अपने ही लोगों से 30 गुना तक कीमत वसूलते हैं. यह सराकर धोखाधड़ी है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया को व्यापार की नीति सिखा रहे हैं, जबकि उनके खुद के देश में कंपनियां उनके ही लोगों के साथ कई साल से धोखाधड़ी कर रही हैं.
Pairs well with this: pic.twitter.com/ntqsGBE7QT
— claudius (@TClaudiusCAG) April 14, 2025
कितने में तैयार हो जाता है प्रोडक्ट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चीनी सप्लायर्स की ओर से डाली गई पोस्ट पर यूजर्स के कमेंट की बाढ़ आ गई है. सप्लायर्स ने बाकायदा प्रोडक्ट के तैयार होने में आने वाली लागत की पूरी लिस्ट डालकर यह बताया है कि यही प्रोडक्ट अमेरिका में कितने रुपये में बेचा जाता है. लग्जरी ब्रांड Birkin के लिए बैग बनाने वाले चीन के सप्लायर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उनके यहां बैक 1,400 डॉलर (करीब 1.20 लाख रुपये) में तैयार हो जाता है. यही प्रोडक्ट अमेरिका में जाकर 34,000 डॉलर (करीब 29 लाख रुपये) में बिकता है. यह करीब 30 गुना ज्यादा कीमत है, जो उसे बनाने पर खर्च होती है. इस बैग को बनाने वाली चीनी कंपनियों को बहुत कम मुनाफा होता है, जबकि ज्यादातर पैसे प्रोडक्ट पर अपने लोगो लगाकर अमेरिका में बेचने वाली कंपनियों को होता है.
The real cost of #Birkin bag and what you are really paying for.🤦♂️ pic.twitter.com/WQTHFL2jKD
— Humanbydesign (@Humanbydesign3) April 13, 2025
मुफ्त में करती हैं सप्लाई
कई चीनी सप्लायर्स ने बताया कि वे इन प्रोडक्ट पर लगने वाले आयात शुल्क की भरपाई के लिए कंपनियों को फ्री शिपिंग भी उपलब्ध कराती हैं. इन वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अमेरिका किसी भी कीमत पर चीन से ट्रेड वॉर में नहीं जीत सकता है. इन वीडियो में यह भी दावा किया जा रहा है कि दुनिया का यह भ्रम पूरी तरह गलत है कि ‘मेड इन चाइना’ प्रोडक्ट मजबूत नहीं होते हैं और उनकी क्वालिटी खराब होती है, क्योंकि यह सस्ते होते हैं.
My fyp is suddenly filled with Chinese manufacturers trying to sell directly to Americans. The gag is that even with paying the import tariff and shipping, it’s still way cheaper than buying the same products through American corporations. We are not winning this trade war lmao. pic.twitter.com/bDbFt7uDFr
— abby (@abby4thepeople) April 13, 2025
चीन के सहारे चल रहा ट्रंप का अभियान
चाइना 24 चैनल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर खुलासा किया है कि आज ट्रंप टैरिफ वॉर को लेकर चीन के पीछे पड़े हैं, लेकिन उनका सबसे बड़ा अभियान ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (MAGA) तक चीन के सहारे चल रहा है. चैनल ने बताया कि एक चीनी फैक्ट्री साल 2016 से ट्रंप के ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (MAGA) अभियान के लिए माल तैयार कर रही है. अमेरिका में बिकने वाले ज्यादा लग्जरी ब्रांड के सामान चीन में ही तैयार किए जाते हैं. इस चैनल ने दावा किया कि अब ट्रंप को यह नाटक समाप्त कर देना चाहिए.
China is definitely having their moment… The tea is steaming hot 🥵 pic.twitter.com/5OAYHeo5NG
— Meidas_Charise Lee (@charise_lee) April 12, 2025
सोशल मीडिया पर ट्रंप की आलोचना
चीन के सप्लायर्स और चैनल के इस खुलासे के बाद कई यूजर सोशल मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना कर रहे हैं. @iiliyaa आईडी वाले यूजर ने लिखा, ‘ट्रंप कहते हैं अमेरिकी सामान खरीदो, लेकिन खुद चीन से खरीदते हैं.’ कुल यूजर का कहना है कि ट्रंप के खिलाफ इस तरह के खुलासे से उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ. आलोचकों और उद्योग विशेषज्ञों ने ट्रंप के कदम को अव्यवहारिक बताया कि उनकी कंपनियां अमेरिका में ही मैन्युफैक्चरिंग करें, क्योंकि वहां प्रोडक्शन की कॉस्ट काफी ज्यादा है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 14, 2025, 15:00 IST