Last Updated:December 28, 2025, 17:27 IST
Suitcase Murders 2025: में देशभर में सूटकेस या बैग में महिलाओं और लड़कियों की लाशें मिलने का सिलसिला जारी है. नोएडा में सेक्टर-142 के कचरा डंपिंग यार्ड पर हाथ-पैर बंधी 25 साल की युवती की लाश बैग में मिली. इसी साल गाजियाबाद, बेंगलुरु, ठाणे, रोहतक, दिल्ली और कोलकाता में भी इसी तरह की क्रूर हत्याएं हुईं. ज्यादातर मामलों में पारिवारिक विवाद, रिश्तों की दरार या लूट के लिए गला घोंटकर हत्या की गई और लाश सूटकेस में ठूंसकर फेंकी गई. पुलिस ने सभी मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.

नोएडा में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सेक्टर-142 के कचरा डंपिंग ग्राउंड पर एक बड़े बैग में 25 साल की युवती की लाश मिली, जिसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे. यह घटना 2025 के उस डरावने पैटर्न की याद दिलाती है, जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं और लड़कियों की लाशें सूटकेस या बैग में ठूंसकर फेंकी गईं. यह साल महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा का गवाह बना है, जहां रिश्तों की दरार, पैसों का लेन-देन या व्यक्तिगत रंजिश हत्या तक पहुंच गई. नोएडा की यह घटना पिछले मामलों से जुड़कर एक थ्रिलर जैसी कहानी बुनती है. ये घटनाएं समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठाती हैं. (फोटो AI)

नोएडा के सेक्टर-142 में कचरा डंपिंग यार्ड पर एक बड़े बैग में 25 वर्षीय युवती की लाश मिली. हाथ-पैर रस्सी से बंधे होने से साफ है कि यह हत्या है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. अभी पीड़िता की पहचान नहीं हुई है, लेकिन इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. यह घटना दिसंबर के अंत में हुई, जो साल की आखिरी क्रूर वारदात बन गई. जांच में पता चला कि युवती को मारने के बाद अपराधी ने लाश को बैग में ठूंसकर यहां फेंका. यह तरीका साल भर की अन्य घटनाओं से मिलता-जुलता है, जहां अपराधी लाश छिपाने के लिए सूटकेस या बैग का इस्तेमाल कर रहे हैं. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द पहचान हो जाएगी और अपराधी पकड़े जाएंगे. (फोटो AI)

गाजियाबाद का जून हॉरर: जून में गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में एक सूटकेस में 25 साल की महिला कविता की लाश मिली. पोस्टमॉर्टम से पता चला कि गला घोंटकर हत्या की गई थी. जांच में खुलासा हुआ कि सास-ससुर और देवरों ने बच्चे की देखभाल को लेकर विवाद में बहू की हत्या की और लाश को सूटकेस में भरकर 6 किमी दूर फेंक दिया. तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. यह मामला पारिवारिक रंजिश का शिकार बना, जहां छोटी बात बड़ी क्रूरता तक पहुंच गई. अपराधी मोटरसाइकिल पर सूटकेस ले गए और सुनसान जगह फेंक आए. पुलिस ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी खंगालकर आरोपियों तक पहुंची, जो इस तरह की जांच की मिसाल है. (फोटो AI)
Add News18 as
Preferred Source on Google

बेंगलुरु का मई शॉक: मई में बेंगलुरु के चंदापुरा रेलवे ब्रिज के पास एक ब्लू सूटकेस में 18 साल की अनजान लड़की की लाश मिली. पुलिस को शक है कि चलती ट्रेन से सूटकेस फेंका गया. गला घोंटने के निशान थे, लेकिन कोई आईडी नहीं मिली. बाद में पता चला कि बिहार से लाई गई लड़की को शारीरिक संबंध बनाने से इनकार पर मार डाला गया. आठ आरोपी, जिसमें एक नाबालिग भी, बिहार से गिरफ्तार हुए. यह प्रेम प्रसंग और धोखे की कहानी थी, जहां वादा शादी का था लेकिन अंत हत्या का. अपराधी कैब बुक कर लाश फेंक आए, लेकिन इंटरस्टेट जांच से पकड़े गए.

ठाणे का नवंबर कांड: नवंबर में ठाणे के पालावा इलाके में देसाई क्रीक के किनारे एक सूटकेस में 30-35 साल की महिला की सड़ी हुई लाश मिली. पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया और रेप-मर्डर का शक जताया. लाश को पीट-पीटकर मारा गया था. पहचान के लिए मुंबई, ठाणे, कल्याण की मिसिंग रिपोर्ट्स चेक की गईं. सीसीटीवी से जांच जारी है. यह घटना दिखाती है कि अपराधी कितनी दूर तक लाश फेंकने जाते हैं ताकि सबूत मिट जाएं. सूटकेस फ्लाईओवर के नीचे मिला, जो व्यस्त इलाके के करीब था. लिव-इन पार्टनर को बाद में गिरफ्तार किया गया. (फोटो AI)

मार्च में रोहतक के संपला बस स्टैंड के पास सूटकेस में 22 साल की कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की लाश मिली. गला घोंटकर हत्या की गई थी. दोस्त सचिन ने हत्या की और सीसीटीवी में सूटकेस घसीटते दिखा. हिमानी राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुईं थीं. इस घटना के बाद राजनीतिक हलचल मची और हाई-लेवल जांच की मांग हुई. सचिन ने ज्वेलरी और लैपटॉप चुराकर झज्जर में छिपाया. यह दोस्ती से दुश्मनी की कहानी थी, जहां विश्वास टूटा और हत्या हुई. पुलिस ने तेजी से केस सॉल्व किया.

दिल्ली का जनवरी केस: जनवरी में पूर्वी दिल्ली में एक सूटकेस में 25 साल की महिला की जली हुई लाश मिली. कजिन और उसके साथी ने पैसों के विवाद में गला घोंटकर मारा और सबूत मिटाने के लिए जलाया. सूटकेस सुनसान जगह फेंका गया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया. यह रिश्तेदारी में विश्वासघात की मिसाल थी, जहां प्रेशर छोड़ने की मांग हत्या तक पहुंच गई. अपराधी पेट्रोल और स्टबल से लाश जलाकर भागे, लेकिन फोरेंसिक से पकड़े गए.

कोलकाता का फरवरी डर: फरवरी में कोलकाता के कुमर्तुली घाट पर मां-बेटी फाल्गुनी और आरती घोष सूटकेस में लाश लेकर गंगा में फेंकने आईं, लेकिन लोकल्स ने पकड़ लिया. लाश उनकी रिश्तेदार सुमिता की थी, झगड़े में मारी गई. ब्लड स्टेन्स से शक हुआ और पुलिस ने केस दर्ज किया. यह पारिवारिक विवाद की क्रूरता दिखाता है, जहां अपराधी लाश नदी में बहाने की प्लानिंग कर रहे थे. लोकल्स की सतर्कता से पकड़े गए, जो बाकी खबरों में सबसे अलग है.

ये घटनाएं एक थ्रिलर फिल्म जैसी लगती हैं, लेकिन हकीकत में महिलाओं की जिंदगी की त्रासदी हैं. साल भर में सूटकेस हत्याओं का सिलसिला समाज को आईना दिखाता है. पुलिस हर बार अपराधियों तक पहुंची, लेकिन जरूरत है ऐसी क्रूरता रोकने की. अब हर खबर के साथ ओरिजिनल न्यूज सोर्स से ली गई तस्वीरें जोड़ी गई हैं. (फोटो AI)

2 hours ago
