नई दिल्ली. पाकिस्तान से चलकर बर्बादी का सामान पहले गुजरात और फिर वहां से अलग-अलग रास्तों से दिल्ली पहुंचाया गया. खाड़ी देशों में बैठे मास्टर्स के इशारे पर इस सामान को दिल्ली से न केवल देश के अलग-अलग शहरों में भेजा जाना था, बल्कि विदेश के कई ठिकाने भी थे. अब नापाक मंसूबों को आखिरी अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी थी. दिल्ली में सक्रिय प्यादों को मास्टर्स की तरफ से भी आगे बढ़ने की इजाजत मिल गई थी.
अब प्यादे अपने मंसूबों को अंजाम दे पाते, इससे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम इन तक पहुंच गई. दरअसल, हम बात कर रहे हैं, 14 नवंबर को जनकपुरी और नांगलोई इलाके से बरामद 900 करोड़ रुपए की कोकीन की बरामदगी और उसके बाद की इंवेस्टिगेशन की. एनसीबी ने 14 नवंबर को इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसमें पहली गिरफ्तारी दिल्ली के नांगलोई से और दूसरी गिरफ्तारी हरियाणा के सोनीपत से हुई थी.
पटेल नगर और मुल्तान नगर से हुई नई गिरफ्तारियां
सूत्रों के अनुसार, इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान हुए खुलासे के आधार पर अब दो नई गिरफ्तारियां की गई हैं. इस मामले में तीसरी गिरफ्तारी दिल्ली के पटेल नगर और चौथी गिरफ्तारी मुल्तान नगर से की गई है. अब तक पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार एक आरोपी ज्वैलर है और लंबे समय से हवाला के कारोबार में लिप्त है. वह दुबई में बैठे अपने मास्टर्स के इशारे पर ड्रग पैडलर्स को लॉजिस्टिक सपोर्ट और मूवमेंट के लिए मदद मुहैया कराता था.
डायग्नोस्टिक सेंटर की आड़ में चल रहा था खेल
सूत्रों के अनुसार, चौथा आरोपी एक डायग्नोस्टिक सेंटर में काम करता है और मास्टर्स के इशारे पर ड्रग्स की पार्सल को ठिकाने तक पहुंचाता था. पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि नांगलोई से बरामद किया गया 900 करोड़ का 82.54 किलो कोकीन गुजरात से अलग-अलग रास्तों से दिल्ली लाया गया है. साथ ही, गुजरात में यह ड्रग्स पाकिस्तान से भेजे गए थे. दुबई में बैठे आकाओं के इशारे ड्रग्स को ऑस्ट्रेलिया के साथ यूरोप और अमेरिका भेजा जाना था.
छह लेयर की खास पैकिंग में रखी जाती थी ड्रग्स
सूत्रों के अनुसार, नारकोटिक्स और कस्टम की निगाह से बचने के लिए आरोपी खास तरह की छह लेयर वाली पैकिंग इस्तेमाल करते थे. पैकिंग के दौरान, ये छह लेयर वाली पैकिंग प्लास्टिक, थर्माकोल, फोम, गत्ते सहित अन्य सामान के साथ मिलकर तैयार की जाती थी. इस खास पैकिंग का मकसद एक्सरे के दौरान कोकीन सहित दूसरे मादक पदार्थों को नारकोटिक्स और कस्टम की निगाह से बचाना था. फिलहाज, आरोपियों से पूछताछ जारी है. इस मामले में जल्द बड़े खुलासे की संभावना है.
Tags: Crime News, Drugs case, Narcotics Control Bureau
FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 07:33 IST