Last Updated:May 28, 2025, 22:09 IST

मणिपुर में विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है. (एएनआई)
इंफाल. कांग्रेस की मणिपुर इकाई ने राज्य सरकार के समक्ष सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत एक आवेदन दायर करके उस व्यक्ति का नाम और पदनाम बताने की मांग की है जिसने हाल ही में एक सरकारी बस से राज्य का नाम हटाने का आदेश दिया था.
विपक्षी पार्टी ने ‘4 महार रेजिमेंट’ के कमांडेंट का नाम और पदनाम भी मांगा है, जिसके कर्मियों ने 20 मई को ग्वालटाबी इलाके में पत्रकारों को उखरूल में शिरुई लिली महोत्सव में भाग लेने के लिए ले जा रही एक सरकारी बस के कर्मचारियों को वाहन से राज्य का नाम हटाने के लिए मजबूर किया था.
इस घटना ने जातीय हिंसा से ग्रस्त राज्य में सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया, जहां इंफाल घाटी में रहने वाले मेइती और आसपास के पहाड़ियों पर रहने वाले कुकी जो समूहों के बीच दो साल से अधिक समय तक चले संघर्ष के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही थी. इस संघर्ष में 260 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे.
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. रबी खान ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “4 महार रेजिमेंट के कर्मियों द्वारा ग्वालटाबी में एक सरकारी बस को रोकने और राज्य का नाम हटवाने की घटना मणिपुर के इतिहास में पहले कभी नहीं हुई. बस शिरुई लिली महोत्सव के लिए पत्रकारों को उखरुल ले जा रही थी और राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित थी.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की सलाह पर पार्टी ने घटना का ब्यौरा जानने के लिए मणिपुर सरकार के आयुक्त (गृह) के समक्ष सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत आवेदन दायर किया है.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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