बिहार पॉलिटिक्स में 'M' फैक्टर..नीतीश का फेस, PK की फाइट और RJD की जोर आजमाइश!

1 week ago
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने की कवायद में लगे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने की कवायद में लगे हैं.

हाइलाइट्स

बिहार उपचुनाव को लेकर सियासी दलों की मुस्लिम वोट बैंक पर खास नजर.मुसलमानों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फेस करेगा एनडीए के लिए काम?जन सुराज और आरजेडी में चल रही खींचतान, पर किधर जाएंगे मुसलमान?

पटना. बिहार में लोकसभा चुनाव से लेकर अभी तक नीतीश कुमार मुस्लिमों से लगातार आग्रह कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने मुस्लिमों के लिए बहुत कुछ किया है, इधर-उधर मत देखिए. सीएम नीतीश के इस बयान पर बिहार में मुस्लिम सियासत तेज हो गई है. मुस्लिम वोट को लेकर सिर्फ़ नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि प्रशांत किशोर भी मुस्लिम मतदाताओं को ये बताने की कोशिश में लगे हुए हैं कि आज तक आरजेडी और जेडीयू ने मुस्लिम मतदाताओं को सिर्फ सब्जबाग दिखाकर ठगा है और मुस्लिम समाज सिर्फ एक वोट बैंक बनकर रह गया है.

दरअसल, सवाल यही उठ रहा है कि आखिर नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर को मुस्लिम मतदाताओं से ये बाते क्यों कहनी पड़ रही है और  इसका चुनाव परिणाम पर क्या असर पड़ सकता है? बता दें कि नीतीश कुमार ने पहली बार मुस्लिमों को लेकर ये बयान नहीं दिया है, बल्कि बीजेपी के साथ इस बार गठबंधन में आने के बाद नीतीश कुमार कई मंचों से मुस्लिमों से ये आग्रह कर चुके हैं और ये बताने की कोशिश भी कर रहे हैं कि उन्होंने मुस्लिमों के लिए क्या क्या किया है और बावजूद इसके मुस्लिम वोटर जदयू की जगह आरजेडी और कांग्रेस को वोट दे देते हैं.

नीतीश कुमार ये मैसेज देने की कोशिश भी करते दिखते हैं कि भले ही वो बीजेपी के साथ हैं, लेकिन उन्होंने CCC यानी क्राइम करप्शन और कम्युनिल्ज्म से कभी समझौता नहीं किया है. सीएम नीतीश यही भरोसा मुस्लिम वोटरों को दिलाना चाहते हैं जो 2020 के पहले तक उनके साथ ही मजबूती से खड़े रहते थे. जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर कहते हैं कि नीतीश कुमार ने समाज के हर तबके के लिए काम किया है. खासकर अल्पसंख्यक समाज के लिए जितना काम नीतीश कुमार ने किया उतना किसी ने नहीं किया है और यही बात नीतीश जी समझाना चाहते हैं. अब मुस्लिम समाज ये समझ भी रहा है कि आरजेडी और कांग्रेस ने सिर्फ मुसलमानों को सिर्फ ठगा है.

बिहार के वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे कहते हैं कि,  बीजेपी के साथ आने के बाद जिस तरह से बीजेपी के फायरब्रांड नेता तीखे बयान देते रहते है गिरिराज सिंह जैसे नेता बयान के साथ साथ मुस्लिम बहुल इलाकों में यात्रा पर निकल मुस्लिमों के मन में संशय बढ़ा देते हैं, जिसकी वजह से भी मुस्लिम वोटर जदयू से छिटकते जा रहे हैं. राजनीति के जानकार कहते हैं कि इसके कारण जदयू परेशान भी है, लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं मानती है. बीजेपी प्रवक्ता कहते हैं देश के प्रधानमंत्री ने हर धर्म हर वर्ग के लोगों के लिए काम किया है और कर रहे हैं. यही काम नीतीश जी कर रहे हैं और समाज में हर तरफ चैन से लोग रह रहे हैं.

जाहिर है बीजेपी सफाई दे रही है, लेकिन दूसरी तरफ विरोधी पार्टी आरजेडी की नेता एजया यादव इस बहाने एनडीए खासकर जदयू पर कड़ा प्रहार कर आरजेडी को ही मुस्लिमों की सबसे बड़ी हितैषी पार्टी बता रही हैं और एनडीए पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगा रही हैं. कुछ ऐसा ही हाल प्रशांत किशोर उर्फ पीके का भी है जिनके उम्मीदवार ने आरजेडी और जेडीयू उम्मीदवार की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं.खासकर मुस्लिम वोटरों को पीके लगातार ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि मुस्लिम समाज को आज तक लालू यादव और नीतीश कुमार ने सिर्फ ठगने का काम किया है.

बहरहाल, बिहार में लगभग 18 प्रतिशत के आसपास मुस्लिम वोटर हैं जो चुनावी गणित को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं. इस पर महागठबंधन की कड़ी नजर है और जदयू चाहता है कि इस वोट बैंक को तोड़ा जाए, जिसके लिए नीतीश कुमार मुस्लिम समाज को ये बताने में लगे हुए हैं. चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी मुस्लिम मतदाता महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं. अगर नीतीश अपने मकसद में सफल हुए तो ना सिर्फ जदयू मजबूत होगा, बल्कि आरजेडी और महागठबंधन पर भी बड़ा असर पड़ेगा और चुनावी गणित भी प्रभावित होगा.

Tags: Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Prashant Kishore, RJD leader Tejaswi Yadav

FIRST PUBLISHED :

November 11, 2024, 16:32 IST

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