Last Updated:March 21, 2025, 19:23 IST
कर्नाटक में बीजेपी के 18 विधायकों को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद भी विधायकों को मार्शल ने बाहर निकाल दिया. विधायक हनी ट्रैप मामले की सिटिंग हाई कोर्ट जज से जांच कराने की मांग कर रहे थे.

कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी नेताओं को उठाकर बाहर फेंका गया. (Photo-PTI)
हाइलाइट्स
18 बीजेपी विधायकों को कर्नाटक विधानसभा से निलंबित किया गया.विधायक हनी ट्रैप मामले की जांच की मांग कर रहे थे.मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उच्च-स्तरीय जांच का आश्वासन दिया.कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद 18 बीजेपी विधायकों को निलंबित कर दिया गया. ये विधायक सिटिंग हाईकोर्ट जज से कथित “हनी-ट्रैप” की जांच की मांग कर रहे थे, जिसमें एक मंत्री और अन्य विधायक के शामिल होने का आरोप लगाया जा रहा है. विपक्षी बीजेपी विधायकों को कर्नाटक विधान सभा के मार्शलों ने उठाकर बाहर फेंक दिया. कर्नाटक कांग्रेस नेताओं ने इस फैसले का समर्थन किया और कहा कि विपक्षी विधायकों ने दस्तावेज फाड़कर और संसद की गरिमा का अपमान करके सदन का अपमान किया.
बीजेपी और जेडी(एस) के विधायकों ने सदन के वेल में जाकर प्रदर्शन किया और हाथ में सीडी लेकर नारेबाजी की. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाईलेवल जांच का भरोसा दिया. दरअसल, सहकारिता मंत्री केएच राजन्ना ने गुरुवार को विधानसभा को सूचित किया कि उन्हें हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश की गई थी और कम से कम 48 नेता ऐसी साजिशों का शिकार हो चुके हैं. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, राजन्ना ने हनीट्रैप की कोशिश की बात की है. गृह मंत्री जी परमेश्वर ने उच्च-स्तरीय जांच का आश्वासन दिया है. राजन्ना को शिकायत दर्ज करनी चाहिए. सभी कांग्रेस, बीजेपी और जेडी(एस) सदस्यों को सुरक्षा दी जाएगी.
सरकार सुरक्षा देगी
सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. गृह मंत्री परमेश्वर ने दोहराया कि राजन्ना शिकायत दर्ज कराने का इरादा रखते हैं और जांच की मांग की है, लेकिन अभी तक औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज नहीं की है. विपक्षी नेताओं ने सरकार से जांच के स्वरूप को स्पष्ट करने की मांग की और सिटिंग हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता में जांच की मांग की. नेता विपक्ष आर अशोक ने कहा, राजन्ना ने केंद्रीय नेताओं, मंत्रियों और सभी दलों के राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने का आरोप लगाया है.सरकार को इस मामले में न्यायिक जांच का आदेश देना चाहिए.
वेल में जमकर हंगामा
सिद्धारमैया ने कहा, जब हम उच्च-स्तरीय जांच का आश्वासन दे चुके हैं, तो आपको और क्या चाहिए? परमेश्वर और मैं इस पर चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे. जैसे ही मुख्यमंत्री ने बजट चर्चा पर प्रतिक्रिया देना शुरू किया, बीजेपी और जेडी(एस) सदस्य फिर से वेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. बीजेपी विधायक सुनील कुमार ने हनीट्रैप विवाद का मुद्दा उठाया और सिद्धारमैया से प्रतिक्रिया की मांग की। उन्होंने कहा, “अगर एक मंत्री हनीट्रैप के प्रयास की बात करता है और गृह मंत्री से जांच की मांग करता है, तो स्थिति कैसी है? क्या कैबिनेट में कोई नैतिकता बची है?” इस दौरान मंत्री प्रियंक खड़गे ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाएं पिछले बीजेपी सरकार के दौरान भी हुई थीं, जिनमें कई मंत्रियों ने कोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त किए थे। उन्होंने कहा, “ये मुद्दे कभी सदन में चर्चा में नहीं आए।” इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई.
First Published :
March 21, 2025, 19:23 IST