New conspiracy on Border: बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटी भारतीय सीमा की सुरक्षा के साथ एक नया मिशन शुरू किया है. यह मिशन उन बेजुबानों को नई जिंदगी देना है, जिन पर सीमा पार के तस्करों की बुरी नजर है. आपको बता दें कि ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जिस दिन बीएसएफ के जवान किसी न किसी बेजुबान को नई जिंदगी ना दिलाते हों. जनवरी 2024 से मई 2025 तक की बात करें तो बीएसएफ करीब 2352 बेजुबान वन्य जीव और पक्षियों को नई जिंदगी दिला चुके हैं.
बीएसएफ के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, भारत के जंगलों में पाए जाने वाले बहुत सारे सुंदर पक्षी और वन्य जीव विदेशी शिकारी और तस्करों की निगाह में रहते हैं. इन भारतीय पक्षियों और वन्य जीवों को लगभग मुंह मांगी कीमत में विदेशी में बेंचा जाता है. लिहाजा, रुपयों के लालच में तस्कर भारत से इन पक्षियों की तस्करी कर विदेश जाने जाने की कोशिश करते हैं. वहीं, इन तस्करों की इस साजिश को नाकाम करने के लिए बीएसएफ ने व्यापक स्तर पर बॉर्डर पर अभियान छेड़ रखा है. बीएसएफ की कोशिश है कि एक भी वन्य जीव और पक्षी भारतीय सीमा पार न कर सके.
बीएसएफ के सीनियर अफसर ने बताया कि बीएसएफ के इसी अभियान का नतीजा है कि जनवरी 2024 से मई 2025 के बीच वन्य जीवों की तस्करी की 39 साजिशों को सफलतापूर्वक नाकाम किया गया है. उन्होंने बताया कि भारत के जिन पक्षियों और वन जीवों की सबसे अधिक तस्करी की जाती है, उसमें बतख, कबूतर, तोते, सन कॉन्योर बर्ड्स, एग्ज़ोटिक बर्ड्स, लव बर्ड, गोल्डन तीतर, पैराकीट बर्ड्स, विभिन्न ब्रीड के बर्ड्स और मल्टी कलर पेट बर्ड्स शामिल हैं. इसके अलावा, भारतीय सीमा से छिपकली, कछुए, चूजे, छोटे बंदर, तेंदुओं के बच्चे, सांप (सैंड बोआ की भी तस्करी की जाती है.
बीएसएफ ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अमुदिया, तरियल, तलटोली, रामनगर, बोर्नबेरिया, तराली, ताराटोली, हकीमपुर, गोबर्धा और मेघालय के डोना बीपीओ से कबूतर की तस्करी की कई वारदातों को नाकाम किया है. इसी तरह, त्रिपुरा के सिधाई, कुल्लूबाड़ी से बतख, उत्तर बंगा के मलिकपुर, मेघालय के पूरन और त्रिपुरा के मोहनपुर ओर कतलामुरा से कछुओं की तस्करी की कोशिश की गई है. वहीं, त्रिपुरा के कोनाबन से चूजे, असम के तिस्तापरा से छिपकली, सियाल्दा से सांपों की तस्करी की जा रही थी. इसके अलावा, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अमुदिया, बेटाई, हृदयपुर, खालसी, करामाथ, तरैल, महेंद्र, बाणपुर और भाटुपारा बीपीओ से गोल्डन तीतर, सन कोंयोर बर्ड्स, अलग अलग ब्रीड की बर्ड्स, एग्जाटिक बर्ड्स, लव बर्ड्स, कछुए, छोटे बंदर, तेंदुओं के शावक की तस्करी की कोशिश को नाकाम किया गया है.
वन्य जीव और अन्य लुप्तप्राय प्रजातियों के पक्षी नाम | संख्या | |
1 | बतख | 45 |
2 | छिपकली | 01 |
3 | कबूतर | 279 |
4 | तोते | 40 |
5 | कछुए | 413 |
6 | चूजे | 900 |
7 | सन कोंयोर बर्ड्स | 12 |
8 | एग्जाटिक बर्ड्स | 186 |
9 | लव बर्ड्स | 89 |
10 | कछुए | 76 |
11 | गोल्डन तीतर | 04 |
12 | छोटे बंदर | 06 |
13 | पैराकीट बर्ड्स | 11 |
14 | तेंदुआ शावक | 01 |
15 | अलग अलग ब्रीड की बर्ड्स | 48 |
16 | सांप (सैंड बोआ) | 202 |
17 | मल्टीकलर पेट बर्ड्स | 39 |