Last Updated:July 31, 2025, 15:49 IST
Malegaon Blast Case: मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा समेत सभी आरोपी बरी, बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना. फैसले के बाद ‘भगवा आतंक’ पर सियासी घमासान, विपक्ष ने भी दी सफाई. पढ़िए किसने क्या कहा.

हाइलाइट्स
मालेगांव ब्लास्ट केस में सभी आरोपी बरी.बीजेपी का कांग्रेस पर ‘भगवा आतंक’ को लेकर वार.विपक्ष ने फैसले पर दी सफाई, कहा- धर्म को आतंक से न जोड़ें.Malegaon Blast Case: मुंबई की स्पेशल NIA कोर्ट ने 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस में बड़ा फैसला सुनाते हुए पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया. इस धमाके में 6 लोगों की मौत और 101 लोग घायल हुए थे. अदालत ने कहा कि आरोप साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले. फैसले के बाद बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला और कहा कि यह ‘भगवा आतंक’ के नेरेटिव पर करारा प्रहार है.
फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भावुक होकर कहा, “पिछले 17 सालों में मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई. भगवा का अपमान करने वालों को भगवान सजा देंगे.” पुणे में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के घर के बाहर पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर फैसले का स्वागत किया गया. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भी राजनीतिक घमासान मचा, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता.
#WATCH | Mumbai, Maharashtra: NIA Court acquitted all the accused in the Malegaon blast case | Lt Colonel Prasad Shrikant Purohit says, “I am extremely grateful to the country and those who stood by us. I am grateful to the judiciary for understanding the case and delivering… pic.twitter.com/aTVPxb5IuV
BJP का कांग्रेस पर वार
फैसले के बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तीखे हमले बोले. भाजपा नेत रविशंकर प्रसाद ने कहा, “आज का दिन ऐतिहासिक है. कांग्रेस के ‘हिंदू आतंकवाद’ का षड्यंत्र आज ढह गया. किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं था. यह वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस की सोची-समझी साजिश थी. राहुल गांधी और सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए.”
वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “गृह मंत्री ने कहा था कि हिंदू आतंकवादी नहीं हो सकते. हमारी संस्कृति अहिंसा और शांति पर आधारित है. कांग्रेस ने एक समुदाय को खुश करने के लिए ‘भगवा आतंक’ शब्द गढ़ा.”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा “आतंकवादी न कभी भगवा था, न है और न कभी होगा. कांग्रेस ने हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की.”
using | Mumbai: On NIA court acquitting all the accused in the Malegaon Blast case, Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, “The way the Congress-led UPA government conspired to set the narrative of saffron terrorism, Hindu terrorism and prepared the entire Malegaon case, today it… pic.twitter.com/RoOshzJxy9
शिवसेना और बीजेपी नेताओं का हमला
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, “कांग्रेस ने पाकिस्तान को बचाने के लिए भगवा आतंक का नेरेटिव रचा. गंदी राजनीति के लिए हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश रची गई.”
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “मालेगांव में सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश हुई. ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द गढ़ने वालों पर अब कानूनी कार्रवाई होगी.”
साध्वी प्रज्ञा का आक्रोश
फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “17 सालों से मैंने मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेली. भगवा का अपमान करने वालों को भगवान सजा देंगे.” उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन्होंने यह शब्दावली गढ़ी, वे देश और सनातन धर्म के दुश्मन हैं.
कांग्रेस और I.N.D.I.A ब्लॉक का जवाब
कांग्रेस और विपक्षी नेताओं ने फैसले पर प्रतिक्रिया दी.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, “आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. हिंदू आतंकवाद या इस्लामी आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है.”
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “यह फैसला है, न्याय नहीं. कांग्रेस पहले दिन से कह रही है कि धर्म का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है.”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “जो बात मीडिया समझ रहा है, वही मैं भी समझ रहा हूं. कहीं ऐसा तो नहीं कि खबरें दबाने के लिए खबर लाई गई हो?”
फैसले पर जश्न और राजनीति
मालेगांव केस के फैसले के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. वहीं कांग्रेस बचाव की मोड में दिख रही है. फैसले ने ‘भगवा आतंक’ शब्दावली पर नई बहस छेड़ दी है. बीजेपी का दावा है कि यह कांग्रेस की साजिश का पर्दाफाश है, जबकि विपक्ष कह रहा है कि आतंकवाद को किसी धर्म से जोड़ना ही गलत है.
गौरतलब है कि यह फैसला न केवल 17 साल पुराने केस को खत्म करता है बल्कि भारतीय राजनीति में लंबे समय से चले आ रहे ‘भगवा आतंकवाद’ विवाद को भी फिर से केंद्र में ला देता है. आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और सियासी टकराव देखने को मिल सकता है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...
और पढ़ें