Last Updated:June 28, 2025, 15:40 IST
पी. चिदंबरम का सोशल मीडिया पर एक पुराना भाषण वायरल हो रहा है. इसमें वो 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण का विरोध करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो पर सोशल मीडिया में तमाम रिएक्शन सामने आए हैं.

पी. चिदंबरम के पुराने भाषण के वायरल होने पर बवाल.(Image:PTI)
नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस के नेता पी. चिदंबरम संसद में भाषण देते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में 1998 के पोखरण न्यूक्लियर टेस्ट के बाद संसद में इस पर हो रही चर्चा को दिखाया गया है. इसमें पी. चिदंबरम ये कह रहे हैं कि न्यूक्लियर वेपन को बनाना भारत की पिछले 30 साल से चली आ रही नीति के खिलाफ है. भारत हमेशा ने से न्यूक्लियर वेपन फ्री दुनिया की वकालत करता रहा है. इसके लिए देशों का परमाणु हथियार न रखना जरूरी है. अगर इस नीति को बदलने की जरूरत है को पहले इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए थी.
देश में परमाणु हथियार बनाना और उनको सेना में शामिल करने जैसे बड़े नीतिगत फैसले लेने से पहले संसद को भरोसे में लेना जरूरी है. पी. चिदंबरम के इस बयान पर सोशल मीडिया पर कई तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. एक यूजर ने कहा कि आज की दुनिया में परमाणु हथियारों के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती. भगवान का शुक्र है कि भारतीयों ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया. एक दूसरे यूजर ने कहा कि कैसे ये सज्जन हमेशा गलत और देश के खिलाफ थे और फिर भी संसद का हिस्सा थे. ये कितना निराशाजनक है.
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पी. चिदंबरम के इस वीडियो के वायरल होने पर कई लोगों ने अपनी राय सोशल मीडिया पर रखी. एक यूजर ने कहा कि क्या ये वो ही आदमी नहीं है जिसने UPI को बेकार बताया था. एक दूसरे यूजर ने लिखा कि भारत को 1947 में आज़ादी मिली, भारतीयों को 2014 में आज़ादी मिली. जबकि एक और यूजर ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर जाहिर करते हुए कहा कि भारत को बर्बाद करने के लिए कांग्रेस की पूरी पार्टी को जेल में डाल देना चाहिए.
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पी. चिदंबरम के पुराने भाषण के वायरल होने पर लोगों का गुस्सा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक यूजर ने लिखा कि हमारे देश के खिलाफ हमेशा केंग्रेस ही क्यों होती है. वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि नेहरू और 50 के दशक के अंत और 60 के दशक की शुरुआत में कांग्रेस नेताओं की इसी नीति के कारण हम चीन के साथ 62 के युद्ध हार गए थे. इस हार के बाद ही हमने अपनी सेना को हथियारबंद कर दिया. जबकि एक शख्स ने लिखा कि कभी-कभी मुझे संदेह होता है कि कांग्रेस भारत के लिए काम कर रही है या पाकिस्तान और चीन के लिए सिर्फ़ एक प्रॉक्सी है.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi