Last Updated:May 08, 2025, 23:39 IST
F16 Fighter Jet, Fighter Jet, India Pakistan News: भारत ने पाकिस्तान के दो एफ-17 और जेएफ-16 विमान मार गिराए. जेएफ-17 विमान चीन और पाकिस्तान ने मिलकर विकसित किया है. पाकिस्तान के पास 156 जेएफ-17 और 75-85 एफ-16 व...और पढ़ें

F16 Fighter Jet, Fighter Jet, India Pakistan News, Pakistan: पाकिस्तान के दो विमान ढेर.
हाइलाइट्स
भारत ने पाकिस्तान के दो एफ-17 और जेएफ-16 विमान मार गिराए.जेएफ-17 विमान चीन और पाकिस्तान ने मिलकर विकसित किया है.पाकिस्तान के पास 156 जेएफ-17 और 75-85 एफ-16 विमान हैं.F16 Fighter Jet, Fighter Jet, India Pakistan News: पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से पंजाब और राजस्थान तक हर जगह हवाई और ड्रोन हमले किए.इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के दो एफ 17 और जेएफ 16 को मार गिराया है.लाहौर से लेकर कई जगहों पर भारत ने जवाबी हमले किए है.इस कार्रवाई में पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ है.आइए आपको बताते हैं कि जेएफ 17 और एफ 16 विमान क्या होते हैं और पकिस्तान ने ये विमान कहां से खरीदे?
तो आपको बता दें कि जेएफ-17 थंडर एक लड़ाकू विमान है.जेएफ 17 विमान पाकिस्तान एरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) और चीन की चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (CAC)ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. जेएफ-17 का उपयोग हवा से हवा,हवा से जमीन में मार करने के लिए किया जाता है.1980 के दशक के अंत में पाकिस्तानी वायुसेना को अपने पुराने विमानों को बदलने के लिए नए लड़ाकू विमानों की आवश्यकता थी. असल में 1990 में अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के बाद उसे एफ-16 विमान देने से मना कर दिया था.जिसके बाद पाकिस्तान को इसके लिए वैकल्पिक समाधान तलाशने पड़े.
तब पाकिस्तान का चीन से हुआ समझौता
नए विमानों के लिए पाकिस्तान ने 1992 में चीन से समझौता किया और तब भारत और चीन ने सुपर-7 नामक एक मल्टीरोल लड़ाकू विमान को विकसित करने का निर्णय लिया.जिसे बाद में जेएफ-17 थंडर का नाम दिया गया.1995 में पाकिस्तान और चीन ने एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU)पर हस्ताक्षर किए,जिसमें इसे विकसित करने में आने वाली लागत को बराबर हिस्सों में बांटा गया.तब इसको विकसित करने की लागत $500 मिलियन बताई गई थी.इसका पहला प्रोटोटाइप (एफसी-1) 31 मई 2003 को चेंगदू,चीन में तैयार हुआ और 25 अगस्त 2003 को इसने अपनी पहली उड़ान भरी. 2005 में, PAC ने जेएफ-17 में लगने वाले उपकरणों का का निर्माण शुरू किया.2007 तक इसके पांच प्रोटोटाइप का उपयोग करके उड़ान परीक्षण पूरे किए गए.
2009 में पाकिस्तान मिला पहला जेएफ 17
23 नवंबर 2009 को पहला पाकिस्तानी निर्मित जेएफ-17 पाकिस्तानी एयरफोर्स को सौंपा गया. 18 फरवरी 2010 को 14 जेएफ-17 विमान पाकिस्तानी एयरफोर्स में शामिल किए गए. 2015 तक, PAC ने 66 से अधिक विमानों का उत्पादन किया,और वर्तमान में पाकिस्तानी एयरफोर्स के पास 156 जेएफ-17 हैं.
कैसा होता है जेएफ 17 विमान?
पाकिस्तान का जेएफ-17 विमान एक हल्का, मल्टीरोल विमान है. जिसकी लंबाई 14.33 मीटर होती है.इसका विंगस्पैन 9.44 मीटर का होता है. इसकी ऊंचाई 4.57 मीटर होती है. इसका वजन
7,965 किलोग्राम होता है वहीं इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 13,500 किलोग्राम होता है.इसका
58% हिस्सा (फ्रंट फ्यूजलेज, विंग्स, वर्टिकल स्टेबलाइजर)PAC कामरा,पाकिस्तान में निर्मित होता है.42% हिस्सा (इंजन, एवियोनिक्स)CAC,चीन से आपूर्ति किया जाता है.एक जेएफ-17 (ब्लॉक 1) की अनुमानित कीमत $15 मिलियन डॉलर यानि लगभग 120 करोड़ रुपये है.इसके अधिक उन्नत किस्म का विमान ब्लॉक 3 की कीमत $25-30 मिलियन प्रति यूनिट तक होती है.
क्या होते हैं एफ 16 विमान?
पाकिस्तान का एफ-16 विमान एक चौथी पीढ़ी का सिंगल-इंजन, मल्टीरोल फाइटर जेट है.यह विमान भी हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों तरह से मार करता है.
कहां बनते हैं ये विमान?
एफ-16 मूल रूप से अमेरिका की जनरल डायनेमिक्स की ओर से किया गया है.पाकिस्तान ने पहली बार 1981 में अमेरिका के साथ 40 एफ-16 विमानों के लिए समझौता किया.जिसे पीस गेट I और II प्रोग्राम के तहत 1983 से 1987 तक डिलीवर किया गया. पहला विमान 15 जनवरी 1983 को पाकिस्तान पहुंचा.इसके बाद 1988 में पाकिस्तान ने 11 और एफ-16 ऑर्डर किए गए,लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के कारण 1990 में इसकी डिलीवरी रोक दी.2005 में अमेरिका की मंजूरी के बाद पाकिस्तान ने फिर से 18 नए एफ 16 विमान मंगाए. जिसकी डिलिवरी 2010 तक पूरी हुई.2014 में पाकिस्तान ने जॉर्डन से 13 एफ-16 (9 एफ-16ए और 4 एफ-16बी) खरीदे.वर्तमान में पाकिस्तान के पास लगभग 75-85 एफ-16 (ए/बी/सी/डी वेरिएंट) हैं.एफ-16 की कीमत इसके मॉडल पर निर्भर करती है. एक नए एफ-16 की कीमत लगभग $40-70 मिलियन यानि लगभग 300-500 करोड़ रुपये तक होती है.
Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...और पढ़ें
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...
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