भारत-बांग्लादेश सैन्य रिश्तों का है मजबूत जोड़, ISI से तो टूटेगा नहीं

1 month ago

Last Updated:March 13, 2025, 21:16 IST

India Bangladesh navy exercise: भारत और बांग्लादेश के बीच सैन्य अभ्यास भी लंबे समय से जारी है. इसी साल अक्टूबर में सम्प्रीति सैन्य अभ्यास प्रस्तावित है. एक साल यह अभ्यास भारत में आयोजित होता है एक बार बांग्लादे...और पढ़ें

भारत-बांग्लादेश सैन्य रिश्तों का है मजबूत जोड़, ISI से तो टूटेगा नहीं

भारत बांग्लादेश के बीच नौसैन्य अभ्यास

हाइलाइट्स

भारत-बांग्लादेश नौसेना अभ्यास 'बोंगोसागर 2025' आयोजित हुआ.दोनों देशों के सैन्य रिश्ते मजबूत बने हुए हैं.भारतीय सेना के अधिकारी बांग्लादेश में कोर्स कर रहे हैं.

India Bangladesh navy exercise : बांग्लादेश में ISI के एक्टिव होने के बाद से ही उसकी पहली कोशिश है बार के साथ सैन्य रिश्तों को खराब कर दे. लेकिन ना तो बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार ही कुछ कर पा रही है, और ना ही ISI. तनाव भरे रिश्तों के बीच दोनो देशों की सैन्य रिश्ते बदस्तूर जारी है.इसी के मद्देनजर भारत-बांगलादेश नौसेना अभ्यास ‘बोंगोसागर 2025’ और कोऑर्डिनेटेड पेट्रोल को आयोजित किया गया. बंगाल की खाड़ी में आयोजित किए गए इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के INS राणवीर और बांगलादेश नौसेना के BNS के अबू उबैदाह ने हिस्सा लिया.इस अभ्यास ने दोनों नौसेनाओं के बीच समनवय को बढ़ाया. ताकी दोनों देश मिलकर समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने में संक्षम हो सके.इस अभ्यास में सर्फेस फायरिंग, सामरिक मनूवरिंग, समुद्र में आपूर्ति, विजिट-बोर्ड- सर्च-सीज (VBSS) क्रॉस बोर्डिंग, कम्यूनिकेशन ड्रिल, स्ट्रीम पास्ट अभ्यास किया गया.

सैन्य ट्रेनिंग और कोर्स को नही रोक सके यूनिस
यूनिस सरकार ने भारत में आयोजित जजों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में भागिदारी को रद्द कर दिया था. मध्य प्रदेश की राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी और राज्य न्यायिक अकादमी में 50 जज शामिल होने वाले थे.भारतीय फंडेड कार्यक्रम को भले ही बांग्लादेश रोकने की कोशिश कर रहा हो. डिफेंस एक्सचेंज प्रोग्राम पर हाथ डालने की हिम्मत बांग्लादेश की यूनुस सरकार नहीं जुटा पा रही है. विजय दिवस के मौके पर भी बांग्लादेश के सैन्य अधिकारी और मुक्तियोद्धा को कोलकाता को भेजने को मजबूर होना पड़ा. अब भारतीय सेना के 3 अफसर मिलिट्री एक्स्चेंज कोर्स करने लिए ढाका में मौजूद हैं. पाकिस्तान की एंट्री वहां कि सरकार भले ही करा रही हो. भारत को एग्जिट कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है. बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां के तख्ता पलट की कोशिशों में लगे ISI को भी मुंह की खानी पड़ी.

ट्रेनिंग कोर्स का दौर बदस्तूर जारी
भारत अपने मित्र देशों की सेना को साथ डिफेंस एक्सचेंज कार्यक्रम को जारी रखती है. भारत अपने सैनिकों को उनके देश अलग अलग सैन्य कोर्स करने के लिए भेजती है. वह देश भी अपने सैनिकों को भेजती रहती है. बांग्लादेश के साथ अभी भी इस तरह के रिश्ते कायम है. बांग्लादेश के सैन्य अफसर भारत में अलग अलग तरह के सैन्य कोर्स को करने के लिए आते रहते हैं. अगर हम पिछले 5 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2019-20 में 37 बांग्लादेशी अफसर भारतीय सेना के अलग अलग ट्रेनिंग कोर्स में शामिल हो चुके हैं. इसी तरह से साल 2021-22 में 62, साल 2022-23 में 52, साल 2023-24 में 30 और साल 2024-25 के कैलेंडर वर्ष में 41 बांग्लादेशी सेना के अफसरों को भारत में ट्रेनिंग ले चुके हैं. भारतीय सेना का कैलेंडर ईयर 1 जुलाई से 30 जून तक होता है. अगला बैच के आने में अभी थोड़ा वक्त है. इसी तरह से साल 2021-22 में 3 भारतीय सेना के अफसर भी बांग्लादेश सेना के अलग अलग कोर्स को करने गए. साल 2022-23 में 3, साल 2023-24 में 15 और साल साल 2024-25 में 11 भारतीय सैन्य अधिकारियों ने बांग्लादेशी सेना को कोर्स को ज्वाइन किया.

बांग्लादेश गए भारतीय अफसर
पिछले दिनों ही भारतीय सेना के तीनों अंगों के कुल तीन अफसर कोर्स करने के लिए ढाका गए है. नेशनल डिफेंस कोर्स, हायर कमांड कोर्स के अलवा कई अलग अलग कोर्स को करने भारतीय सेना भी जाती है. बांग्लादेश सेना की दो महिला कैडेट तो आज भी ओटीए चेन्नई में ट्रेनिंग ले रही है. सेना के सूत्रों के मुताबिक भारत सेना के 4 अधिकारी बांग्लादेश के मिलिट्री इन्स्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में अधिकारियों को कंप्यूटर ट्रेनिंग दे रहे हैं.

First Published :

March 13, 2025, 21:16 IST

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