Last Updated:April 14, 2025, 16:16 IST
Amazing Story: पूर्वी चंपारण के अर्जुन छपरा गांव में पति की मौत के बाद उनकी पत्नी ने भी प्राण त्याग दिए. आठ दशक का जीवन जी चुके बुजुर्ग दंपती के अटूट प्रेम और एकसाथ मौत की खबर से गांव में मातम छा गया. परिजनों ...और पढ़ें

मोतिहारी में 85 वर्षीय पति की मौत की खबर सुनकर 80 वर्षीय पत्नी ने भी तोड़ा दम, एक चिता पर अंतिम संस्कार हुआ.
हाइलाइट्स
85 वर्षीय पति की मौत पर 80 वर्षीय पत्नी ने भी तोड़ा दम.पूर्वी चंपारण के अर्जुन छपरा गांव की घटना.दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया.मोतिहारी/अवनीश कुमार सिंह. कहते हैं कि विवाह जन्मों का बंधन होता है. मान्यता है कि शादी के समय लिए गए सात फेरे सात जन्मों का साथ होता है और ये कभी कभी अमर प्रेम बन जाते हैं. इसी की मिसाल देखने को मिली है पूर्वी चंपारण जिले के दुमरियाघाट थाना क्षेत्र के अर्जुन छपरा गांव में. यहां एक अजब प्रेम की गजब कहानी देखने को मिली है जब एक 85 वर्षीय पति की मौत की खबर सुनकर उनकी 80 वर्षीय पत्नी की भी मौत हो गई. लोग इसे अजब प्रेम की गजब कहानी कह रहे हैं और सभी इस अमर प्रेम की दहाई दे रहे हैं.
जानकारी के अनुसार, अर्जुन छपरा गांव के रहनेवाले 85 वर्षीय सुकुल साह और उनकी 80 वर्षीय पत्नी शिवदेनि देवी में अटूट प्रेम था. दोनों के बीच कभी लड़ाई-झगड़े की बात भी कभी किसी ने न ही देखी और न सुनी. दोनों पति-पत्नी वर्षो से खुशी-खुशी जीवन यापन करते थे. इसी बीच कुछ दिन पहले सुकुल साह की तबीयत खराब हो गई तो परिजनों ने उनका इलाज मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में करवाया. इसके बाद गांव आने के बाद रविवार को उनकी तबीयत फिर से खराब हो गयी.
बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत अधिक खराब होने लगी तो परिजन उन्हें पटना ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे. तभी अचानक उनकी मौत हो गई. परिजनों ने उनकी मौत की खबर उनकी पत्नी से छिपाना चाहा, लेकिन पत्नी को किसी माध्यम से उनकी मौत की खबर लग गई और उसी समय उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिये. दोनों की मौत की खबर से परिवार और गांव समाज में मातम पसर गया. हालांकि, बुजुर्ग दंपति की एक दूसरे के प्रति प्रेम और एकसाथ ही दोनों की मौत के बाद लोग उनके अमर प्रेम की दास्तान एक दूसरे को सुनाने लगे. ये खबर पूरे जिले में फैल गई.
जीवन भी मिसाल और मौत भी यादगार
वहीं, दोनों की मौत के बाद एक ओर परिजन शोकाकुल हो गए.इसी बीच उनके परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ करने का निर्णय लिया जिसके बाद गाजे बाजे के साथ सैकड़ों लोगो की उपस्थिति में दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया. वहीं, इस संबंध में मृतक के पुत्र हरेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को उनके पिता की तबीयत अचानक खराब हो गयी थी और मोतिहारी में इलाज करवाने के बाद पटना ले जाने की तैयारी चल ही रही थी. लेकिन, अचानक उनकी मौत हो गई. इस खबर को सुनकर उनकी मां की भी मौत हो गई, जिनका अंतिम संस्कार एक ही चिता पर हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया गया. वहीं इस घटना को देखने-सुनने वालों की आंखें नम हो गईं. वहीं, बुजुर्ग दंपति अटूट प्रेम की मिसाल बन गए.
Location :
Motihari,Purba Champaran,Bihar
First Published :
April 14, 2025, 16:16 IST