महाकुंभ पर PM मोदी का भाषण खत्म होते ही क्यों हुआ हंगामा, क्या है नियम 372?

9 hours ago

Last Updated:March 18, 2025, 13:01 IST

Narendra Modi Speech: लोकसभा में PM मोदी के महाकुंभ पर भाषण के बाद विपक्ष हंगामा क्यों कर रहा था? जानिए नियम 372 क्या है और इसके तहत विपक्ष को सवाल पूछने से क्यों रोका गया?

महाकुंभ पर PM मोदी का भाषण खत्म होते ही क्यों हुआ हंगामा, क्या है नियम 372?

लोकसभा में पीएम मोदी ने महाकुंभ पर क्या बोला?

हाइलाइट्स

PM मोदी संबोधन खत्म किया तो विपक्ष के सांसद खड़े होकर वेल तक आ गएनियम 372 किसी सार्वजनिक महत्व के विषय पर मंत्री को बयान देने की अनुमति देता हैविपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्रवाई 1:00 बजे तक स्थगित कर दी गई.

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में महाकुंभ पर सदन को संबोधित किया. इस संबोधन के लिए जैसे ही पीएम मोदी लोकसभा में आएं तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने भारत माता की जय नारे लगाए. पीएम मोदी ने जैसे ही प्रयागराज महाकुंभ पर अपना संबोधन खत्म किया तो विपक्ष के सांसद खड़े होकर वेल तक आ गए और सवाल करने की मांग करने लगे. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी सांसदों को बैठने के लिए कहा. जब सांसदों का हंगामा बढ़ा तो ओम बिरला ने बताया कि पीएम मोदी क्यों सांसदों के सवालों का जवाब नहीं देंगे. विपक्ष के हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्रवाई 1:00 बजे तक स्थगित कर दी गई.

नियम 372 क्या है?
स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि लोकसभा में नियम 372 किसी सार्वजनिक महत्व के विषय पर मंत्री को बयान देने की अनुमति देता है, लेकिन सदन में उस समय कोई प्रश्न नहीं पूछा जा सकता.

नियम 372 के प्रमुख बिंदु:
– मंत्री को स्पीकर की अनुमति लेनी होती है – किसी भी मंत्री को इस नियम के तहत बयान देने से पहले लोकसभा अध्यक्ष की मंजूरी लेनी जरूरी होती है.

– सार्वजनिक महत्व के विषय पर बयान – यह नियम केवल जनहित के महत्वपूर्ण मुद्दों पर लागू होता है, जिससे सरकार सीधे सदन में अपनी स्थिति स्पष्ट कर सके.

– कोई सवाल नहीं पूछा जा सकता – जब मंत्री बयान देता है, तो विपक्ष या कोई अन्य सदस्य उस समय उस पर सवाल नहीं उठा सकता.

पीएम मोदी और महाकुंभ पर बयान:
इसी नियम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ पर लोकसभा में बयान दिया, लेकिन विपक्ष को तुरंत सवाल पूछने की अनुमति नहीं मिली. यही वजह है कि इस नियम को लेकर चर्चा हुई.

इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 4 फरवरी को लोकसभा में संबोधन दिया था, जब उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव का उत्तर दिया था. अपने भाषण में, पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत’ पर जोर देते हुए कहा था कि उनकी सरकार 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. पीएम ने विपक्ष को टारगेट करते हुए यह भी कहा था कि यह उनका तीसरा कार्यकाल है और वह आने वाले वर्षों में भी काम करना जारी रखेंगे.

Location :

Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

March 18, 2025, 13:01 IST

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