Last Updated:June 24, 2025, 11:24 IST
Oil Companies Shares : ईरान-इजराइल युद्ध समाप्त होने की घोषणा के बाद भारतीय निवेशकों की झोली भर गई. आज शेयर बाजार में तेज उछाल दिख रहा है और तेल कंपनियों के स्टॉक पर इसका खास असर दिखा, जिसमें सुबह ही 5 फीसदी ...और पढ़ें

सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में उछाल दिख रहा है.
हाइलाइट्स
ईरान-इजराइल युद्धविराम से तेल कंपनियों के शेयरों में उछाल.एचपीसीएल के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.5% की बढ़त.आईओसी और बीपीसीएल के शेयरों में भी तेजी दर्ज.नई दिल्ली. ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी दर्ज की है. कई कंपनियों के स्टॉक तो रॉकेट बन चुके हैं. खासकर सरकारी तेल कंपनियों को इसका जबरदस्त फायदा मिला है, क्योंकि युद्ध समाप्त होते ही ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें एक बार फिर नीचे आ गई हैं और इसका सीधा लाभ इन सरकारी तेल कंपनियों को मिला है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 24 जून यानी मंगलवार को बताया कि ईरान और इजराइल का युद्ध अब समाप्त हो चुका है और दोनों पक्ष इसे रोकने पर सहमत हैं. इस युद्धविराम के साथ ही मिडिल ईस्ट में शांति कायम होने की संभावना बढ़ गई है. इस फैसले का सीधा असर ग्लोबल मार्केट में क्रूड की कीमतों पर दिखा और ब्रेंट क्रूड 5.53 डॉलर गिरकर 70 डॉलर से भी नीचे आ चुका है. डब्ल्यूटीआई का रेट भी 5.53 डॉलर टूटकर 68 डॉलर प्रति बैरल के भाव पहुंच गया है.
महीनेभर से दबाव में थीं कंपनियां
बीते एक महीने से मिडिल ईस्ट और पश्चिमी एशिया में जारी तनाव की वजह से सरकारी तेल कंपनियां भी दबाव में चल रही थीं. ईरान-इजराइल में संघर्षविराम होने के बाद इन कंपनियों ने भी राहत की सांस ली है. यही वजह है कि मंगलवार सुबह इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी दिग्गज तेल कंपनियों के स्टॉक में उछाल दिखा है. ऑयल इंडिया और ओनएनजीसी जैसी कंपनियों के स्टॉक में 10 फीसदी की तेजी दिख रही है.
एचपीसीएल में सबसे ज्यादा उछाल
क्रूड ऑयल में तेजी की वजह से मंगलवार सुबह एचपीसीएल के स्टॉक ने सबसे ज्यादा उछाल दर्ज किया है. सुबह 9.17 बजे आईओसी के शेयरों में 3.6 फीसदी का उछाल दिखा और यह 144.93 रुपये के भाव पहुंच गया है. बीपीसीएल के शेयरों में भी 3.3 की बढ़त दिख रही और यह 323.50 रुपये के भाव पहुंच गया है. एचपीसीएल के स्टॉक 4.5 फीसदी की बढ़त बनाते हुए सुबह 411.50 रुपये के भाव पर ट्रेडिंग कर रहे थे. हालांकि, ओएनजीसी के शेयरों में 2 फीसदी की गिरावट दिखी और 246 रुपये के भाव पहुंच गए. ऑयल इंडिया के शेयर भी 3.4 फीसदी की गिरावट के साथ 456 रुपये के भाव पर ट्रेडिंग कर रहे हैं.
कैसे पड़ता है क्रूड का असर
क्रूड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी होने या इसमें गिरावट आने से तेल कंपनियों पर कैसे असर पड़ता है. दअरसल, क्रूड के दाम बढ़ने पर सरकारी तेल कंपनियां भी दबाव में आ जाती हैं, क्योंकि उनका प्रॉफिट मार्जिन कम हो जाता है. हालांकि, इसका बोझ सीधे ग्राहकों पर डालने के बजाय तेल कंपनियां उसे खुद वहन करती हैं. हालांकि, एमके ग्लोबल जैसे ब्रोकरेज ने अनुमान लगाया है कि ब्रेंट क्रूड का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में ही रहेंगी और कंपनियों को अपना मार्जिन भी इसी पर रखना पड़ सकता है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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New Delhi,Delhi