मुस्लिम देश की लग गई लॉटरी, जहां रेतीली जमीन उगलती थी तेल, अब वहां निकला 'सफेद' खजाना

6 days ago

Lithium Reserves: जब- जब कहीं पर तेल भंडार की बात होती है तो लोगों की जुबान पर सऊदी अरब का नाम आ जाता है. सऊदी अरब लंबे समय से अपने विशाल तेल और गैस भंडार के लिए जाना जाता है. यहां से कई देशों में तेल निर्यात किया जाता है. तेल इस देश के राजस्व में बड़ा योगदान देता है. हालांकि अब यहां पर सफेद खजाना मिला है. जिसकी तेजी से चर्चा हो रही है. यह तेल-निर्भर अर्थव्यवस्था में विविधता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है. 

लिथियम भंडार की खोज 
रिपोर्ट के मुताबिक हाल में ही सऊदी अरब ने अपने तटीय तेल क्षेत्रों में लिथियम भंडार की खोज की है. किंगडम के खनन मामलों के उप मंत्री खालिद बिन सालेह अल-मुदैफर ने साझा किया कि प्रत्यक्ष लिथियम निष्कर्षण का पता लगाने के लिए एक वाणिज्यिक पायलट परियोजना चल रही है. इस पहल का नेतृत्व लीहाईटेक (लिथियम इनफिनिटी) द्वारा किया जा रहा है, जो किंग अब्दुल्ला यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (KAUST) से निकला एक स्टार्ट-अप है. वे इस परियोजना को पूरा करने के लिए सऊदी खनन दिग्गज मा'डेन और सरकारी ऊर्जा कंपनी अरामको के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. 

इस पर हो रहा है काम
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि टीम एक ऐसी प्रणाली पर काम कर रही है जो तेल क्षेत्रों में उत्पादित नमकीन पानी (खारे पानी) से सीधे लिथियम खींचती है. इस नमकीन पानी का उपयोग अब एक तेल साइट पर बनाए जा रहे एक सतत, वाणिज्यिक पैमाने के पायलट प्लांट में किया जाएगा. यह खोज भविष्य में बड़े पैमाने पर लिथियम उत्पादन के लिए एक खाका बन सकता है. यह सऊदी अरब के लिए यह एक बड़ा कदम है क्योंकि वह स्वच्छ ऊर्जा और बैटरी सामग्री में विस्तार करना चाहता है, जिससे तेल पर उसकी दीर्घकालिक निर्भरता कम हो जाएगी. साथ ही साथ इस देश की अर्थव्यवस्था में भी काफी ज्यादा सुधार आएगा. 

क्या बोले उप खनन मंत्री
इसे लेकर के उप खनन मंत्री खालिद बिन सालेह अल-मुदैफ़र ने कहा कि तेल क्षेत्रों में नमकीन पानी से लिथियम निकालने की लागत नमक के मैदानों से खनन करने की पारंपरिक विधि से अभी भी अधिक है. हालांकि, उनका मानना ​​है कि यदि वैश्विक लिथियम की कीमतें बढ़ती रहीं, तो यह विधि जल्द ही व्यावसायिक रूप से लाभदायक हो सकती है. बता दें कि यह कदम केवल सऊदी अरब तक ही सीमित नहीं है. एक्सॉनमोबिल और ऑक्सिडेंटल पेट्रोलियम जैसी बड़ी तेल कंपनियां भी नमकीन पानी से लिथियम निकालने के लिए नई तकनीकों की खोज कर रही हैं, क्योंकि दुनिया स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ रही है और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम कर रही है. 

निभा सकता है महत्वपूर्ण भूमिका
बैटरी धातुओं की वैश्विक मांग बढ़ने के साथ, सऊदी अरब का लिथियम पर दांव उसके तेल के बाद के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. लिथियम, वैश्विक ऊर्जा का भविष्य जैसे-जैसे दुनिया धीरे-धीरे जीवाश्म ईंधन से दूर होती जा रही है, लिथियम - जिसे अक्सर सफेद सोना कहा जाता है. भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में उभर रहा है. तेल और गैस भंडार धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं, लिथियम को आने वाले वर्षों में पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को बदलने के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. अभी, लिथियम-आयन (ली-आयन) बैटरी लगभग हर आधुनिक डिवाइस के दिल में हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) से लेकर लैपटॉप, स्मार्टफोन, इमरजेंसी लाइट और यहां तक ​​कि बच्चों के खिलौनों तक, ये बैटरी हमारे दैनिक जीवन में हर जगह हैं. 

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