मैथ्स में करियर बनाने के लिए बेस्ट ऑप्शन, हर नौकरी में होगी छप्परफाड़ कमाई

1 day ago

नई दिल्ली (Career Options after 12th Maths). कुछ स्टूडेंट्स मैथ्स विषय से दूरी बनाकर रखते हैं. कोई कुछ भी कर ले, उनकी मैथ्स में रुचि नहीं बन पाती है. वहीं, कुछ ऐसे भी स्टूडेंट्स हैं, जो 12वीं तक तो गणित पढ़ते ही हैं, उसके बाद हायर एजुकेशन के लिए भी इसी विषय की पढ़ाई करते हैं. 12वीं के बाद गणित के छात्रों के लिए करियर विकल्प की कोई कमी नहीं है. गणित का बेस मजबूत हो तो इंजीनियरिंग, डेटा साइंस, स्टैटिस्टिक्स, फाइनेंस और रिसर्च जैसे क्षेत्रों की पढ़ाई कर सकते हैं.

12वीं के बाद गणित के स्टूडेंट्स के लिए करियर के कई विकल्प उपलब्ध हैं. अगर टेक्निकल इनोवेशन, फाइनेंस एनालिसिस या एजुकेशनल रिसर्च में रुचि है तो गणित कई करियर ऑप्शंस उपलब्ध करवा सकता है. जेईई, CUET और ISI जैसे प्रवेश परीक्षाओं के जरिए IITs, NITs और ISI जैसे टॉप संस्थानों में एडमिशन मिल सकता है. सही गाइडेंस और मेहनत के साथ गणित के स्टूडेंट्स हाई सैलरी और सोशल इंपैक्ट वाले क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं.

मैथ्स वालों के लिए करियर ऑप्शन

12वीं कक्षा में गणित (PCM – भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित) स्ट्रीम से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के लिए करियर के विकल्प उपलब्ध हैं. गणित एक डायवर्स विषय है. यह टेक्नोलॉजी, साइंस, फाइनेंस और एनालिटिकल क्षेत्रों में अवसर प्रदान करता है.

Engineering and Technical Education: इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा

गणित के स्टूडेंट्स के बीच इंजीनियरिंग सबसे लोकप्रिय करियर ऑप्शन है. जेईई मेन और एडवांस्ड जैसी प्रवेश परीक्षाओं के जरिए आईआईटी, एनआईटी और अन्य टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं. इसमें टेक्नोलॉजी इनोवेशन, उच्च वेतन और ग्लोबल जॉब्स जैसे अवसर मिलते हैं. कंप्य़ूटर साइंस और डेटा साइंस में विशेषज्ञता वाले इंजीनियरिंग कोर्स डिमांड में हैं.

ब्रांच: कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग.

प्रवेश प्रक्रिया: जेईई मेन/एडवांस्ड, BITSAT या राज्य-स्तरीय परीक्षाएं (जैसे MHT-CET, WBJEE).

संस्थान: IITs, NITs, IIITs, BITS पिलानी और अन्य.

अवधि: 4 वर्ष (B.Tech) या 5 वर्ष (B.Tech + M.Tech).

Pure and Applied Mathematics: प्योर एंड अप्लाइड मैथमेटिक्स

गणित में गहरी रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स बीएससी (गणित) या बीएससी (ऑनर्स) गणित जैसे कोर्स चुन सकते हैं. इसके बाद एमएससी, पीएचडी या एमएससी-पीएचडी इंटीग्रेटेड कोर्स कर सकते हैं. मैथ्स एक्सपर्ट रिसर्च, शिक्षण और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं. प्योर मैथ्स में रिसर्च से इनोवेशन में योगदान दे सकते हैं. अप्लाइड मैथ्स क्रिप्टोग्राफी, मशीन लर्निंग और फाइनेंस में उपयोगी है.

विशेषज्ञता: एलजेब्रा, ज्योमेट्री, स्टैटिस्टिक्स, न्यूमेरिकल एनालिसिस और मैथमेटिकल मॉडलिंग.

संस्थान: भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) कोलकाता, चेन्नई गणितीय संस्थान (CMI), दिल्ली विश्वविद्यालय और IITs.

अवधि: बीएससी (3 वर्ष), एमएससी (2 वर्ष) और पीएचडी (3-5 वर्ष).

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Data Science and AI: डेटा साइंस और एआई

गणित के स्टूडेंट्स के लिए डेटा साइंस और AI उभरते हुए क्षेत्र हैं. ये मैथमेटिक्स मॉडल और स्टैटिस्टिक्स पर आधारित हैं. डेटा साइंस और एआई एक्सपर्ट की डिमांड बढ़ती जा रही है. इनकी सैलरी भी सबसे आकर्षक होती है (एवरेज 8 लाख से 20 लाख रुपये सालाना). एआई में विशेषज्ञता आपको विदेश में भी नौकरी दिलवा सकती है.

कोर्स: बीएससी (डेटा साइंस), बीटेक (AI और डेटा साइंस) या सर्टिफिकेशन प्रोग्राम.

स्किल्स: प्रोग्रामिंग (पायथन, R), स्टैटिस्टिक्स और मशीन लर्निंग.

करियर: डेटा एनालिस्ट, डेटा साइंटिस्ट, AI इंजीनियर और बिजनेस एनालिस्ट.

संस्थान: IITs, IIITs और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Coursera और Udemy.

Statistics and Actuarial Science: स्टैटिस्टिक्स और एक्चुअरियल साइंस

स्टैटिस्टिक्स और एक्चुअरियल साइंस गणित के स्टूडेंट्स के लिए विशेष क्षेत्र हैं. इन दोनों विषयों की पढ़ाई करने के बाद statistician, एक्चुअरी, रिस्क एनालिस्ट और डेटा साइंटिस्ट के तौर पर करियर बना सकते हैं. इंश्योरेंस, फाइनेंस और सरकारी क्षेत्रों में स्टेबल और हाई सैलरी वाली नौकरी मिल सकती है.

कोर्स: बीएससी (सांख्यिकी), एक्चुअरियल साइंस में डिप्लोमा या एमएससी (सांख्यिकी).

संस्थान: ISI कोलकाता, दिल्ली विश्वविद्यालय और IAI (इंस्टीट्यूट ऑफ एक्चुअरीज ऑफ इंडिया).

एडमिशन: संस्थान-विशिष्ट प्रवेश परीक्षा या मेरिट-आधारित.

Finance and Economics: फाइनेंस एंड इकोनॉमिक्स

गणित के स्टूडेंट्स फाइनेंस और इकोनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों में भी करियर बना सकते हैं. इन सेक्टर्स में मैथमेटिक्स मॉडलिंग और एनालिसिस की काफी मांग है. यहां फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट बैंकर, इकोनॉमिक एडवाइजर और स्टॉक मार्केट एनालिस्ट के तौर पर करियर बना सकते हैं. विदेश में नौकरी के अवसर मिलेंगे, भारत में भी एवरेज पैकेज 10-30 लाख रुपये तक.

कोर्स: बीए/बीएससी (अर्थशास्त्र), बीकॉम (फाइनेंस) या CFA/FRM सर्टिफिकेशन.

संस्थान: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, IIMs (इंटीग्रेटेड प्रोग्राम) और श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स.

एडमिशन: CUET, CAT या संस्थान-विशिष्ट परीक्षाएं.

Teaching and Research: टीचिंग एंड रिसर्च

गणित को पढ़ाने या रिसर्च में रुचि है तो टीचिंग या एजुकेशनल रिसर्च जैसे क्षेत्रों में करियर बनाना शानदार विकल्प है. इनके लिए उपयुक्त कोर्स की पढ़ाई करने के बाद स्कूल/कॉलेज शिक्षक, प्रोफेसर या रिसर्चर बन सकते हैं. इन करियर ऑप्शंस में स्टेबिलिटी की उम्मीद कर सकते हैं.

कोर्स: बीएससी/एमएससी (गणित) के बाद बीएड या पीएचडी.

संस्थान: JNU, TIFR और अन्य विश्वविद्यालय.

प्रवेश: NET/JRF या संस्थान-विशिष्ट प्रवेश.

मैथ्स एक्सपर्ट के लिए नौकरी

क्रिप्टोग्राफी: साइबर सिक्योरिटी में गणितीय एल्गोरिदम का उपयोग.

गेम डेवलपमेंट: गणितीय मॉडलिंग और प्रोग्रामिंग के साथ गेम डिजाइनिंग.

ऑपरेशंस रिसर्च: लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में मैथमेटिकल ऑप्टिमाइजेशन.

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