Last Updated:August 01, 2025, 06:06 IST
Operation Mahadev: ऑपरेशन महादेव में पहलगाम हमलावरों से बरामद मोबाइल फोन और लॉरा सेट्स से पाकिस्तान लिंक का खुलासा हुआ है. NTRO डेटा की जांच कर रही है. बरामद चीजों में आधार कार्ड, गोला-बारूद और राशन शामिल हैं.

हाइलाइट्स
NTRO ने पहलगाम हमलावरों के फोन डेटा की जांच की.बरामद चीजों में आधार कार्ड, गोला-बारूद, और राशन शामिल हैं.लॉरा सेट्स से पाकिस्तान लिंक का खुलासा हुआ.Operation Mahadev: पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. ऑपरेशन महादेव में मारे गए पहलगाम आतंकियों के पास से मिली चीजों से पाकिस्तान बेनकाब हुआ है. आतंकियों के पाकिस्तानी लिंक्स का खुलासा हो गया. पाकिस्तान चाहकर भी अब अपनी भूमिका से नकार नहीं सकता है. जी हां, पहलगाम के आतंकियों से बरामद कम से कम तीन मोबाइल फोन और दो लोरा (LoRA यानी लॉन्ग रेंज) कम्युनिकेशन सेट्स से काफी डेटा मिला है. इसमें दो पाकिस्तानी NADRA यानी नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी कार्ड्स की तस्वीरें भी शामिल हैं. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने यह जानकारी दी. एनएडीआरए का मतलब समझिए पाकिस्तान का आधार कार्ड.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, आतंकियों से पास से मिले इन मोबाइल फोन को फिलहाल नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) द्वारा डेटा की जांच के लिए रखा गया है. एनटीआरओ LoRA कम्युनिकेशन सेट्स की भी जांच कर रहा है ताकि पाकिस्तान के किसी निशान का पता लगाया जा सके.
आतंकियों के पास से क्या-क्या मिला?
ऑपरेशन महादेव के बाद आतंकियों के पास से सुरक्षा बलों को बहुत सी चीजें मिली थीं. मोबाइल फोन और कम्युनिकेश सेट्स के अलावा, बरामद अन्य चीजों में एक गोप्रो हार्नेस, 28-वाट सोलर चार्जर, तीन मोबाइल चार्जर, एक स्विस मिलिट्री पावर बैंक, सुई और धागे, दवाइयां, एक स्टोव, सूखा राशन और बहुत सारी चाय शामिल हैं. इसके अलावा, आतंकियों के शव से बरामद हथियार और गोला-बारूद के अलावा दो आधार कार्ड भी मिले हैं. ये आधारकार्ड गांदरबल और श्रीनगर के दो स्थानीय निवासियों के नाम पर हैं.
आतंकियों के लिए भारत में क्या आसान?
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के आतंकियों के लिए भारत में घुसपैठ करने के बाद आधार कार्ड प्राप्त करना सामान्य और आसान है. इन आधार कार्ड से उन्हें पुलिस चेकपोस्ट पर बिना पकड़े घूमने में मदद मिलती है. ये आधार कार्ड आमतौर पर ओवर ग्राउंड वर्कर्स के माध्यम से प्राप्त किए जाते हैं या उनके ही होते हैं.
कैसे खुलेगी पाक की पोल
हालांकि, भारत की सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल पाकिस्तान की पोल खोलने और आतंकियों से लिंक स्थापित करने के लिए डिटेल से मोबाइल फोन और लॉरा सेट्स का यूज और जांच कर रही हैं. सूत्रों ने बताया कि फोन में कुछ दस्तावेज और तस्वीरें हैं. साथ ही स्थानीय संपर्कों का विवरण भी है. ये आगे की गिरफ्तारियों और आतंकियों को पिछले कुछ वर्षों में घाटी में मिली लॉजिस्टिकल सपोर्ट का खुलासा कर सकते हैं.
फोन में क्या-क्या?
फोन से बरामद डेटा में आतंकियों के NADRA कार्ड की जानकारी भी शामिल है. NADRA कार्ड कंप्यूटराइज्ड राष्ट्रीय पहचान पत्र होते हैं, जो पाकिस्तान सरकार की एजेंसी नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी द्वारा जारी किए जाते हैं. यह पाकिस्तान के नागरिकों के लिए प्राथमिक पहचान दस्तावेज है, चाहे वे देश में हों या विदेश में.
क्या है ये लोरा सेट्स?
LoRa सेट्स से डेटा मिलने की उम्मीद है, जो सुरक्षा एजेंसियों को आतंकियों की पिछले कुछ महीनों की गतिविधियों का पता लगाने में मदद कर सकता है, साथ ही उन स्थानों का भी पता लगा सकता है जहां ये उपकरण बनाए या असेंबल किए गए थे. LoRa सेट्स लॉन्ग-रेंज रेडियो कम्युनिकेशन तकनीक को बताते हैं. इन उपकरणों का उपयोग आतंकियों और सीमा पार घुसपैठियों द्वारा तेजी से किया जा रहा है. विशेष रूप से सीमा क्षेत्रों में, क्योंकि ये बिना सेलुलर नेटवर्क या इंटरनेट पर निर्भर किए लंबी दूरी पर सुरक्षित संचार की सुविधा प्रदान कर सकते हैं. सैटेलाइट फोन के विपरीत, यह इंटरसेप्शन के लिए संवेदनशील होते हैं. लॉरा सेट्स को सैटेलाइट से कनेक्ट करने की आवश्यकता नहीं होती.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
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Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
August 01, 2025, 06:00 IST