यौन उत्पीड़न पीड़िता की इलाज के दौरान AIIMS में मौत, क्या है पूरा मामला?

7 hours ago

Last Updated:July 15, 2025, 08:52 IST

Balasore Sexual Harassment Case: ओडिशा के बालासोर में यौन उत्पीड़न पीड़िता की AIIMS में इलाज के दौरान मौत पर बवाल मचा हुआ है. आरोपी प्रोफेसर समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रिंसिपल को भी निलंबित क...और पढ़ें

यौन उत्पीड़न पीड़िता की इलाज के दौरान AIIMS में मौत, क्या है पूरा मामला?

बालासोर की घटना ने एक बार फिर यौन उत्पीड़न को गंभीरता से नहीं लेने को उजागर किया है. (फाइल फोटो)

हाइलाइट्स

पीड़िता की AIIMS में इलाज के दौरान मौत हुई.आरोपी प्रोफेसर समीर कुमार साहू गिरफ्तार.मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई का वादा किया.

Balasore Sexual Harassment Case: ओडिशा के बालासोर में फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की एक 20 वर्षीय बीएड छात्रा की आत्मदाह के प्रयास के बाद इलाज के दौरान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भुवनेश्वर में मौत हो गई. यह घटना यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों और कॉलेज प्रशासन की कथित लापरवाही से जुड़ी है. इसको लेकर पूरे राज्य में आक्रोश है. विपक्षी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है.

क्या है पूरा मामला?

छात्रा ने कॉलेज के शिक्षा विभाग के प्रमुख (HoD) समीर कुमार साहू पर यौन उत्पीड़न और अकादमिक अंकों में हेरफेर की धमकी देने का आरोप लगाया था. उसने कई बार कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (ICC), प्रिंसिपल और उच्च शिक्षा विभाग को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. एक जुलाई से छात्रा ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर धरना शुरू किया था, जिसमें वह और अन्य छात्र साहू के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. अपनी शिकायत को और अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी आपबीती साझा की थी. इसमें उसने लिखा था कि अगर उसे न्याय नहीं मिला, तो वह आत्महत्या कर लेगी. उसने मुख्यमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्थानीय सांसद और जिला प्रशासन को भी टैग किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

आत्मदाह की नौबत क्यों?

12 जुलाई को हताशा के चरम पर पहुंचकर छात्रा ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली. इस दौरान एक  साथी ने उसे बचाने की कोशिश की, जिसके कारण वह भी जल गया. सीसीटीवी फुटेज में यह पूरी घटना कैद हो गई. छात्रा को 90-95 फीसदी जलने की स्थिति में पहले बालासोर जिला अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद उसे AIIMS भुवनेश्वर में शिफ्ट किया गया. AIIMS के बर्न सेंटर ने बताया कि उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था, जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका और 14 जुलाई की रात 11:46 बजे उसने दम तोड़ दिया.

क्या पुलिस ने कार्रवाई की?

घटना को लेकर भारी आक्रोश के बीच ओडिशा पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. आरोपी प्रोफेसर समीर कुमार साहू को 12 जुलाई को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) और 75(1)(iii) (यौन उत्पीड़न) के तहत गिरफ्तार किया गया. कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को प्रशासनिक लापरवाही के लिए निलंबित कर सोमवार को गिरफ्तार किया गया. उच्च शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपल के निलंबन आदेश में कहा कि उन्होंने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और मामले को ठीक करने में विफल रहे. लेकिन, ये एक्शन समय रहते क्यों नहीं लिया गया? ये सवाल उठने लगा हैं.

क्यों मचा है हंगामा?

इस घटना ने ओडिशा में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. बीजू जनता दल (BJD) और कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है. BJD कार्यकर्ताओं ने AIIMS भुवनेश्वर में शव को पोस्टमॉर्टम सेंटर ले जाने के दौरान विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि छात्रा को हर स्तर पर न्याय से वंचित किया गया. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और तीन दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है.

माझी सरकार ने क्या किया?

मुख्यमंत्री माझी ने AIIMS में छात्रा के परिवार और चिकित्सकों से मुलाकात की और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने X पर लिखा- मैं इस घटना से गहरे दुख में हूं. दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी. उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा ने भी परिवार से मुलाकात की और कहा कि डॉक्टरों ने तीन दिन तक उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हम उसे नहीं बचा सके. उच्च शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को 24 घंटे के भीतर आंतरिक शिकायत समिति गठित करने का निर्देश दिया है.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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