Last Updated:March 13, 2025, 21:03 IST
Rupee Symbol Row: तमिलनाडु सरकार ने 2025-26 बजट में ₹ की जगह तमिल अक्षर 'ரூ' का इस्तेमाल किया, जिससे विवाद हुआ. बीजेपी ने विरोध किया, जबकि डिजाइनर डी उदय कुमार ने टिप्पणी से इनकार किया.

डी उदय कुमार ने बनाया था ₹ डिजाइन
हाइलाइट्स
तमिलनाडु सरकार ने ₹ की जगह 'ரூ' का इस्तेमाल किया.बीजेपी ने इस बदलाव का कड़ा विरोध किया.डिजाइनर डी उदय कुमार ने टिप्पणी से इनकार किया.नई दिल्ली: तमिलनाडु सरकार के बजट में रुपये के सिंबल (₹) को रिप्लेस किए जाने पर विवाद हो गया है. स्टालिन सरकार ने 2025-26 बजट में ₹ की जगह तमिल अक्षर ‘ ரூ ‘ का इस्तेमाल किया. यह तमिल शब्द ‘रुबाई’ (रुपया) का पहला अक्षर है. बीजेपी ने इसका कड़ा विरोध किया है. हालांकि, रुपये के सिंबल को डिजाइन करने वाले IIT गुवाहाटी के प्रोफेसर डी उदय कुमार ने इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, “सरकार ने बदलाव की जरूरत महसूस की और अपनी लिपि को शामिल किया. यह उनका निर्णय है, मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता.”
DMK से कनेक्शन महज इत्तेफाक
डी उदय कुमार के पिता एन धर्मलिंगम 1971 में DMK के विधायक थे. इस पर भी सवाल उठे कि क्या उनके पिता के राजनीतिक इतिहास का इस नए प्रतीक से कोई संबंध है? कुमार ने साफ कहा, “यह महज एक संयोग है. मेरे पिता बहुत पहले विधायक थे, अब वे गांव में शांति से रह रहे हैं. इसका इस फैसले से कोई लेना-देना नहीं है.”
BJP ने किया विरोध, DMK ने दी सफाई
BJP ने इस बदलाव की आलोचना की और इसे “राष्ट्रीय प्रतीक से छेड़छाड़” बताया. लेकिन DMK सरकार ने तर्क दिया कि किसी भी नियम में ऐसा करने से मना नहीं किया गया है.
कैसे बना भारतीय रुपये का प्रतीक?
डी उदय कुमार ने 2010 में भारत सरकार द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता में भाग लिया था. उनका डिज़ाइन चुना गया और 15 जुलाई 2010 को इसे आधिकारिक तौर पर अपनाया गया. सरकारी पोर्टल ‘Know India’ के अनुसार, भारतीय रुपये का प्रतीक देवनागरी ‘र’ और रोमन ‘R’ का मिश्रण है. इसके ऊपर दो समानांतर रेखाएं हैं, जो राष्ट्रीय ध्वज और ‘बराबर’ के चिन्ह का प्रतीक हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 13, 2025, 21:02 IST