Chile's presidential elections: दक्षिण अमेरिका देश चिली में राष्ट्रपति पद का चुनाव दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है. इस रेस में आठ कैंडिडेट थे पहले दौर में किसी को भी पचास फीसदी वोट नहीं मिलने की उम्मीद लगाई जा रही थी. संवैधानिक व्यवस्था के तहत बनी सियासी परिस्थितियों में टॉप पर चल रहे दो उम्मीदवारों के बीच दूसरे दौर की लड़ाई होगी. अब वामपंथी जारा और धुर-दक्षिणपंथी कास्ट के बीच दूसरे दौर का मतदान होना तय हो गया है.
दिसंबर में दूसरे दौर की वोटिंग
अल जज़ीरा की सोमवार को आई एक रिपोर्ट के मुताबिक चिली के राष्ट्रपति चुनाव के आंशिक नतीजों से संकेत मिलता है कि वामपंथी पूर्व श्रम मंत्री जेनेट जारा और धुर-दक्षिणपंथी राजनेता जोस एंटोनियो कास्ट के बीच दिसंबर में दूसरे दौर का मतदान होगा. हालिया नतीजों पर नजर डालें तो देश के चुनाव अधिकारी सर्वेल ने बताया, 'रविवार शाम को 52.39 फीसदी मतों की गणना के साथ, आठ दलों के गठबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाली 51 वर्षीय कम्युनिस्ट उम्मीदवार जारा 26.58 प्रतिशत मतों के साथ सबसे आगे रहीं, वहीं कास्ट 24.32 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. इसी दौरान सबसे करीबी दावेदार, दक्षिणपंथी सीनेटर जोहान्स कैसर ने हार मान ली.
चुनावी मुद्दे
लैटिन अमेरिका के सबसे सुरक्षित देशों में से एक, चिली में बढ़ती हत्याओं, अपहरण और जबरन वसूली को लेकर बढ़ती जन चिंता ने देश के चुनाव प्रचार अभियान को फीका कर दिया है. यहां बढ़ते अपराध के लिए व्यापक रूप से विदेशी आपराधिक समूहों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. चिली में प्रवासियों की आबादी 2017 के बाद बहुत तेजी से बढ़ते हुए यहां के मूल निवासियों का 8.8 फीसदी हो गई है.
जारा बनाम कास्ट!
वामपंथी जारा ने संगठित अपराधों से निपटने के लिए पुलिस फोर्स में नई नौकरियां बहाल करने का वादा किया है. उन्होंने बैंकिंग गोपनीयता नियमों को हटाने और जीवन-यापन के बढ़ते दबावों को दूर करने का वादा भी किया है. अल जजीरा के मुताबिक, कास्ट, जिनकी तुलना अक्सर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से की जाती है, उन्होंने वेनेजुएला जैसे गरीब उत्तरी पड़ोसी देशों से आने वाले प्रवासियों को रोकने के लिए चिली की बोलीविया से लगती सीमा पर दीवारें, बाड़ और खाइयाँ खड़ी करने का वादा किया है.
कैसे मिलेगा नया राष्ट्रपति?
संविधान के मुताबिक पहले दौर में आगे रहने के बावजूद, जारा को 14 दिसंबर को होने वाले दूसरे दौर के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एक कठिन रास्ते का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि दक्षिणपंथी उम्मीदवारों का संयुक्त वोट शेयर वामपंथी उम्मीदवारों की तुलना में कहीं अधिक है. सर्वेक्षणों ने लगातार अनुमान लगाया है कि कास्ट उन्हें सीधे मुकाबले में हरा देंगी. जारा के वोटों की संख्या चुनाव पूर्व पूर्वानुमानों से कम रही, जबकि कास्ट ने उनसे बेहतर प्रदर्शन किया. सर्वेक्षणकर्ताओं ने उम्मीद जताई थी कि उन्हें 27 से 29 प्रतिशत वोट मिलेंगे, जबकि कास्ट को 20 से 22 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद थी. इस चुनाव को दक्षिण अमेरिका के वामपंथ के व्यापक भाग्य के आकलन के रूप में देखा जा रहा है, जिसे हाल ही में अर्जेंटीना और बोलीविया जैसे देशों में झटका लगा है.

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