Last Updated:March 11, 2025, 14:15 IST
Telangana : तेलंगाना के सूर्यापेट में नकली डीएसपी बथुला श्रीनिवास राव को गिरफ्तार किया गया. उसने महिला से 36 लाख की ठगी की थी. पुलिस ने 18 लाख रुपये, कार और वर्दी जब्त की. यह शुख्स एक होटल के बाहर ख...और पढ़ें

पुलिस मामले की जांच कर रही है. (Representational Picture)
हाइलाइट्स
तेलंगाना में 'डीएसपी' गिरफ्तार, 36 लाख की ठगी का आरोप.पुलिस ने 18 लाख रुपये, कार और वर्दी जब्त की.होटल के बाहर लोकल पुलिस ने किया अरेस्ट.नई दिल्ली. तेलंगाना के सूर्यापेट में एक होटल के बाहर ‘डीएसपी साहब’ वर्दी पहने खड़े थे. इसी बीच लोकल थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. थाने के अफसर जूनियर लेवल के थे. ऐसे में डीएसपी साहब भी पूरे रौब में दिखे. पुलिसकर्मियों ने पूछा कि सर आप की पोस्टिंग कहां पर है. यह सनुकर डीएसपी साहब ने पूरा रौब दिखाया, लेकिन कुछ ही देर में उनकी हवा टाइट कर दी गई. ऐसा इसलिए क्योंकि वो असली नहीं बल्कि एक नकली डीएसपी थे. इस शख्स को नकली पुलिस बनने के आरोप में अरेस्ट कर लिया गया है. वो एक महिला से नकली पुलिसवाला बन 36 लाख की ठगी कर चुका है.
इस ठग की पहचान 35 वर्षीय बथुला श्रीनिवास राव के रूप पर हुई. सूर्यापेट पुलिस ने उसके पास से 18 लाख रुपये कैश, एक कार और एक पुलिस वर्दी जब्त कर ली है. 10 मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में घूमते हुए एक होटल के पास इस व्यक्ति को देखा गया था. डीएसपी की वर्दी देख पहले तो होटलकर्मी घबरा गए और चुप रहे. जब उसके खड़े रहने की अवधि काफी ज्यादा लंबी हो गई तो उन्होंने इसकी जानकारी लोकल पुलिस को कॉल करके दी. सूचना दिए जाने पर पुलिस ने वहां जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को देखकर पहले यह नकली डीएसपी घबरा गया लेकिन फिर वो डीएसपी होने की धौंस दिखाने लगा.
सब इंस्पेक्टर बनाने के नाम पर महिला को ठगा
असली पुलिसकर्मियों ने नकली डीएसपी से शुरुआत में बेहद प्यार से पूछा कि आप कहां पर पोस्टिड हैं लेकिन यह शख्स अपने डीएसपी होने का कोई आई-कार्ड नहीं नहीं दिखा पाया. पुलिस ने बताया कि मट्टीपल्ली गांव का श्रीनिवास राव बेरोजगार युवकों को फंसाता था, उन्हें नौकरी का झांसा देता था और पैसे ऐंठने का काम करता था. उसने कथित तौर पर कोडाद की एक महिला से सब-इंस्पेक्टर की नौकरी दिलाने का वादा करके 36 लाख रुपये लिए थे. पुलिस ने बताया कि उसने 18 लाख रुपये ऐशो-आराम में खर्च कर दिए, जबकि उसके पास बची हुई रकम जब्त कर ली गई. उसके खिलाफ आंध्र प्रदेश में भी मामले दर्ज हैं. सूर्यपेट जिले के एसपी के नरसिम्हा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि कुछ लोगों को इसी तरह से धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सितंबर 2024 में जमानत पर जेल से रिहा कर दिया गया था.
First Published :
March 11, 2025, 14:13 IST