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Tirupati Stampede: वैकुंठ द्वार दर्शन की इच्छा, खचाखच भीड़, गेट खुलते ही बिछ गईं लाशें...जानिए तिरुपति में कैसे मची भगदड़?
Tirupati Stampede News: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार को भगदड़ मच गई. इस हादसे में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई. कई लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू आज घायलों से मिलने के लिए गुरुवार को तिरुपति पहुंचेंगे. वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में यह भगदड़ ऐसे वक्त में हुई है, जब यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने वाली है. तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में यह भगदड़ उस समय मची, जब वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए सैकड़ों लोग टोकन पाने की कोशिश कर रहे थे. तुर्रा तो लोग वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टिकट लेने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे. अब सवाल है कि आखिर तिरुपति मंदिर में अचानक भगदड़ कैसे मची. कैसे भगवान का दर्शन करने को आतुर लोग अपनी जान गंवा बैठे.
दरअसल, 10 जनवरी से तिरुपति मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शनम शुरू हो रहा है. इसी के लिए देश भर से सैकड़ों श्रद्धालु यहां आए हैं. तिरुपति मंदिर के खास वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टोकन सिस्टम है. टोकन लेने के बाद ही दर्शन के लिए अंदर जा सकते हैं. वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए मंदिर परिसर में कुल आठ जगहों पर टोकन बाटें जा रहे थे. टोकन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन थी. दर्शन के लिए टोकन मिल जाए, इसके लिए खूब चढ़ा-ऊपरी थी. जैसे ही गेट खुला भक्त अधीरज हो गए. पहले टोकन पाने के लिए वे आगे बढ़े और देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई. अचानक भगदड़ मची और देखते ही देखते लाशें बिछ गईं.
कैसे मची भगदड़
बताया गया कि वैकुंठ द्वार दर्शनम के टोकन के लिए भगदड़ एमचीएम स्कूल के काउंटर पर पर मची. भगदड़ तब मची जब टोकन बांटना शुरू भी नहीं हुआ था. खुद टीटीडी यानी तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के चीफ बीआर नायडू की मानें तो एक डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) ने गेट खोले…और तुरंत ही सभी लोग आगे बढ़ने लगे. इससे भगदड़ मच गई. इसमें छह लोगों की मौत हो गई. एक शव की पहचान कर ली गई है. शव महिला का है. देश भर से सैकड़ों श्रद्धालु 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए यहां आए हैं. यह कार्यक्रम 20 जनवरी तक चलेगा.
धक्का-मुक्की करते दिखे लोग
सोशल मीडिया पर इस घटना के कुछ वीडियो सामने आए. इन वीडिओ में पुलिसवालों को भीड़ को कंट्रोल करते वक्त काफी मशक्कत करते देखा गया. इस तनावपूर्ण माहौल में लोग एक-दूसरे को धक्का-मुक्की करते हुए भी दिखाई दिए. क्योंकि वैकुंठ द्वार का दर्शन 10 जनवरी से होना था. इसलिए टोकन 9 जनवरी से बांटे जाने थे. इसके लिए कतार 8 जनवरी से ही लगी थी. 9 जनवरी यानी गुरुवार की सुबह टोकन के लिए काउंटर खुलने थे. मगर उससे पहले ही बुधवार की रात को भगदड़ मच गई.
Tags: Andhra Pradesh, Andhra pradesh news, Tirupati news
FIRST PUBLISHED :
January 9, 2025, 07:23 IST