Last Updated:July 23, 2025, 12:07 IST
Rajasthan Politics : राजस्थान की राजनीति में आजकल बीजेपी और कांग्रेस के बीच बयानों की नूरा-कुश्ती हो रही है. अब पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों के कार्यालय में कथित तौर पर आरएसएस के कार्यकर्ताओं की ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
गोविंद डोटासरा ने आरएसएस की नियुक्तियों पर सवाल उठाए.सरकार ने डोटासरा के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया.कांग्रेस और बीजेपी में बयानों की नूरा-कुश्ती जारी.जयपुर. राजस्थान की सियासत इन दिनों काफी ‘हॉट’ हो रही है. सूबे में बीजेपी और कांग्रेस में एक के बाद एक मसलों पर बयानों की नूरा-कुश्ती चल रही है. अब नई बहस सूबे के मंत्रियों के कार्यालयों में आरएसएस के कार्यकर्ताओं की नियुक्ति के बयान पर हो रही है. यह बयान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में दिया था. डोटासरा की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर दिए गए बयान ने प्रदेश के सियासी पारे को गरमा दिया है. डोटासरा ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालय में आरएसएस के लोगों की तैनाती पर सवाल उठाया तो भजनलाल सरकार के संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल और गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने जोरदार पलटवार किया है.
पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने हाल ही में एक जनसभा के दौरान संघ को लेकर सवाल उठाया. डोटासरा ने संघ पर आरोप लगााया कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग तैनात हैं. उन्हीं की मर्जी से काम होते हैं जबकि वो सरकारी कर्मचारी भी नहीं है. डोटासरा ने कहा कि संघ के लोग जो कहते हैं सरकार वही काम करती है. यहां तक कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों के भी काम नहीं हो रहे हैं. चाहे वो किसी भी दल के हों. यह बयान आते ही सरकार ने भी डोटासरा पर पलटवार किया है.
आरएसएस का न तो कोई हस्तक्षेप नहीं है
डोटासरा के इस बयान पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि मंत्रीपरिषद के किसी भी सदस्य के कार्य में आरएसएस का न तो कोई हस्तक्षेप था, न है और ना कभी होगा. संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है. गैर राजनीतिक संस्था है. वह सिर्फ राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित है और उसी के लिए काम करती है. उनसे जब भी कभी किसी सरकार को आवश्यकता होती तो वह अपनी राय जरूर देती है. उनके विचारों को मनाना है या नहीं यह सरकार का विषय है. संघ का किसी भी राजकार्य में कोई हस्तक्षेप नहीं है. पटेल बोले जहां तक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आरोपों की बात है उनके पास अब सरकार के लिए खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए वे इस तरह की अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.
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जनता हमारे काम को स्वीकार कर रही है
पटेल ने कहा कि 11 साल में केंद्र सरकार में किसी भी मंत्री पर कोई आरोप नहीं है. किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ. राजस्थान में 18 महीने में भजनलाल सरकार के किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. डोटासरा अब आरएसएस को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं. कांग्रेस सरकार चाहे केंद्र में रही हो या फिर राज्य में उनके मंत्री भ्रष्टाचार में डूब रहे हैं. हमारी सरकार साफ सुथरे तौर पर जनहित में काम कर रही है. जनता हमारे काम को स्वीकार कर रही है.
डोटासरा ओछी राजनीति कर रहे हैं
पटेल ने कहा कि हमारे डेढ़ साल के काम उनके 5 साल के काम से आंकलन कर लीजिए. उनकी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी रही जबकि हमारी सरकार ने दिन रात मेहनत कर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम किया. कांग्रेस को जनता ने नकार दिया इसलिए वह विचलित होकर इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं. पटेल ने कहा कि सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नही मिल रहा तो राष्ट्रवादी संगठन पर सवाल उठाने की ओछी राजनीति कर रहे हैं.
बीजेपी सरकार उनकी तरह होटल में बंद नहीं है
वहीं गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि डोटासरा हमेशा सुर्खियों में बने रहने के लिए कुछ ना कुछ ऐसे शब्द बोलते हैं जिसके कोई मायने नहीं होते. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में काम करने वाला व्यक्ति वह राजस्थान में हो या भारत में हो. वह राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करता है. बेढम ने कहा कि मैं स्वयं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक हूं तो उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है? राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में मजबूती के साथ काम हो रहा है. बेढम ने कहा कि डोटासरा को याद रखना चाहिए कि बीजेपी सरकार उनकी तरह होटल में बंद नहीं है. हम जनता के बीच में रहकर उनकी सुन रहे हैं. कांग्रेस ने 5 साल में जो गड्ढे खोदे थे उनको भरकर विकास की दौड़ में आगे बढ़ाने काम हमारी सरकार का काम कर रही है.
कांग्रेस हमेशा इसलिए भड़कती रहती है
दरअसल वैसे तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गैर राजनीतिक संगठन है. इसकी किसी भी तरह से राजनीति में सीधी भूमिका नहीं होती. लेकिन भाजपा आरएसएस की विचारधारा के अनुरूप काम करती है. यही वजह है कि प्रदेश और केंद्र में ज्यादातर वहीं नेता है जो स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए रहे हैं. इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रीय और प्रदेश संगठन महामंत्री के रूप में अपने प्रतिनिधि को पार्टी के साथ भी जोड़ता है. इसी दखल को लेकर कांग्रेस हमेशा मुद्दा बनती रही है.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan