मुंबई: ‘मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना. मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा.’ साल 2019 में देवेंद्र फडणवीस ने यह लाइन कही थी. आज जब देवेंद्र फडणवीस सीएम के लिए चुन लिए गए हैं, तब 5 साल पुरानी वह लाइन बिल्कुल सही साबित हो रही है. देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की सियासत में पूरे रुतबे और दबदबे के साथ लौट आए हैं. अब महाराष्ट्र की कमान उनके हाथों में होगी. भाजपा विधायक दल की बैठक उनके नाम पर मुहर लग गई है. देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के तीसरी बार सीएम बनेंगे. एकनाथ शिंदे ने भले ही उन्हें कुछ समय के लिए बेचैन किया, मगर फडणवीस अपने इरादों पर अडिग रहे. उन्होंने सीएम पद की रेस में सरेंडर नहीं किया और आखिरकार सीएम रेस वाली बाजी अपने नाम कर ली. चलिए जानते हैं कि आखिर देवेंद्र फडणवीस कौन हैं और उनका सियासी सफर कैसा रहा है.
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी का उगता हुआ सूरज की तरह हैं. फडणवीस की अगुवाई में ही भाजपा का महाराष्ट्र में 2014 में वनवास खत्म हुआ. वह भाजपा के इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल का पांच साल पूरा किया. देवेंद्र फडणवीस का सियासी सफर सीधे विधायक या सीएम पद से शुरू नहीं हुआ है. वह काफी कम उम्र में एक्टिव पॉलिटिक्स में आ गए थे. वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रहे हैं. एबीवीपी के मेंबर रहते हुए पहली बार नगर निकाय में पार्षद बने थे. उसके ठीक 5 साल बाद नागपुर के मेयर बने थे. उनकी काबिलियत ही है कि उन्होंने मराठा आंदोलन को अच्छे से संभाला था.
देवेंद्र फडणवीस होंगे महाराष्ट्र के अगले सीएम, चुने गए BJP विधायक दल के नेता
फडणवीस के पास अनोखा रिकॉर्ड
44 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी फडणवीस के पास ही है. देवेंद्र फडणवीस साल 1999 और 2014 में नागपुर दक्षिण पश्चिम से विधायक बने थे. इसी के बाद भाजपा विधायकों ने उन्हें अपना नेता चुना था. साल 1960 में महाराष्ट्र के निर्माण के बाद राज्य में 17 मुख्यमंत्री बने, लेकिन इनमें से दो ही अपना कार्यकाल पूरा कर सके. उसमें एक देवेंद्र फडणवीस भी हैं. इसके पहले केवल वसंतराव नाईक ही अपना कार्यकाल पूरा कर पाए थे. वह कांग्रेस के नेता थे. फडणवीस संघ से भी एक्टिव तौर पर जुड़े रहे हैं. वह पिछले 30 साल से एक्टिव पॉलिटिक्स में हैं.
फडणवीस की वजह से भाजपा को मिली प्रचंड जीत
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के पहले भाजपा मुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होंने महायुती (बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी) में खुद को एक मजबूत कड़ी के रूप में स्थापित किया है. 2024 के विधानसभा चुनावों में महायुति ने कुल 288 सीटों में से 234 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया है. इनमें से अकेली भाजपा ने 132 सीटें हासिल की है. इसका क्रेडिट देवेंद्र फडणवीस को ही दिया जा रहा है. ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने जमीन पर भाजपा के लिए बहुत काम किया और इस जीत में उनकी बड़ी भूमिका है. वह सीएम से डिप्टी सीएम रहने तक का सफर देख चुके हैं. अब वह शिंदे संग काफी खींचतान के बाद फिर सीएम बनने जा रहे हैं. चलिए जानते हैं फडणवीस के बारे में और भी बहुत कुछ
देवेंद्र फडणवीस को कितना जानते हैं आप?
देवेंद्र फडणवीस का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर में 22 जुलाई 1970 को हुआ था. देवेंद्र ने वर्ष 2006 में अमृता फडणवीस से विवाह किया. अमृता बैंक में काम करती हैं और एक्ट्रेस भी हैं. देवेंद्र और अमृता की एक बेटी दिविजा है. देवेंद्र फडणवीस तीन मराठी किताब लिख चुके हैं. 2001 में फडणवीस भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने थे. पिता गंगाधर राव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ में रहे. मां सरिता अमरावती के प्रसिद्ध कलती परिवार की वंशज हैं. देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर के सरस्वती विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण की. लॉ कॉलेज नागपुर से कानून की डिग्री पूरी की. साल 2002-03 में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की ओर से सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार से सम्मानित हुए. साल 2013 में वे महाराष्ट्र में बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने. वह 2014 को पहली बार सीएम बने.
महाराष्ट्र में किसके पास कितनी सीटें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं. इस तरह 230 सीटों के साथ महायुति ने सरकार बनाई है. 132 सीट लेकर भाजपा बड़ा भाई बनी हुई है. अब भाजपा की अगुवाई में महायुति सरकार का गठन होगा. कल यानी 5 दिसंबर को महायुति सरकार का शपथ ग्रहण है. देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार शपथ लेंगे.
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FIRST PUBLISHED :
December 4, 2024, 12:06 IST