सरकारी कंपनी ने मारा ऐसा दांव 90000 करोड़ बढ़ जाएगी कमाई, सरकार को भी मुनाफा

10 hours ago

नई दिल्‍ली. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) सात समंदर पार ऐसा दांव मारा है जिससे उसकी कमाई करीब 90 हजार करोड़ रुपये बढ़ सकती है. इस डील से सिर्फ कंपनी को ही कमाई नहीं होगी, बल्कि सरकार का खजाना भी भर जाएगा. ओएनजीसी ने बताया है कि यह डील कामयाब होती है तो सरकार के खजाने में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होगा.

ओएनजीसी ने गुरुवार को बताया कि उसने मुंबई हाई फील्ड में ब्रिटेन की ऑयल कंपनी ब्रिटिश पेट्रोलियम (बीपी) के साथ साझेदारी के जरिये तेल एवं गैस उत्पादन में वृद्धि होगी. इसका फायदा कंपनी के राजस्‍व में बढ़ोतरी से होगा और कंपनी की कमाई भी 10.3 अरब डॉलर (88.2 हजार करोड़ रुपये) बढ़ने की उम्‍मीद है. ओएनजीसी ने बताया कि उसने अरब सागर में मुंबई हाई तेल एवं गैस क्षेत्र से उत्पादन बढ़ाने के लिए तकनीकी सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में बीपी पीएलसी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड को नियुक्त किया है.

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अगले साल से बढ़ेगी कमाई
ओएनजीसी ने बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 से उसके राजस्‍व में वृद्धि ​​दिखने की उम्मीद है, जबकि पूर्ण पैमाने पर इसके वित्त वर्ष 2027-28 से ​​दिखाई देने की संभावना है. इस वृद्धिशील उत्पादन से 10.30 अरब अमेरिकी डॉलर तक का अतिरिक्त तेल और गैस राजस्व (शुल्कों को छोड़कर) उत्पन्न होने का अनुमान है. इसका फायदा ओएनजीसी के साथ ब्रिटिश कंपनी को भी होगा.

सरकार को कितने पैसे मिलेंगे
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रॉयल्टी, उपकर और अन्य शुल्कों के रूप में सरकारी खजाने में पांच अरब अमेरिकी डॉलर (42.8 हजार करोड़ रुपये) तक का वृद्धिशील योगदान होने की उम्मीद है. बोली मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड (जो कि बीपी पीएलसी, ब्रिटेन की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है) को टीएसपी के रूप में चुना गया है. टीएसपी क्षेत्र के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी और मुंबई हाई क्षेत्र से उत्पादन बढ़ाने के लिए जलाशय, सुविधाओं और कुओं में सुधार की पहचान करेगी.

अभी कितना हो रहा उत्‍पादन
अभी इस क्षेत्र में प्रतिदिन करीब 1,32,265 बैरल तेल और लगभग 13 अरब क्यूबिक मीटर गैस (प्रतिदिन एक करोड़ मानक क्यूबिक मीटर या एमएमएससीएमडी से कम) का उत्पादन होता है. अनुमान है कि 2037-38 तक यह उत्पादन घटकर करीब 75,000 बीपीडी तेल और 4.5 एमएमएससीएमडी गैस रह जाएगा. जहां ओएनजीसी ग्रीनफील्ड परियोजनाओं के माध्यम से नए हाइड्रोकार्बन संसाधनों की क्षमता को खोलने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, वहीं घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए एमएच जैसे परिपक्व क्षेत्रों से उत्पादकता बढ़ाने की भी सर्वोच्च प्राथमिकता रहती है.

Tags: Business news, Domestic natural gas price, Indian Oil

FIRST PUBLISHED :

January 9, 2025, 15:25 IST

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