सोरोस, ग्लोबल अलायंस और राहुल: क्या भारत की छवि खराब करने की है कोई बड़ी साजिश

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Last Updated:December 27, 2025, 16:02 IST

BJP Targets Rahul Gandhi: बीजेपी ने राहुल गांधी के जर्मनी दौरे पर बड़ा हमला बोला है. पार्टी का दावा है कि कांग्रेस भारत विरोधी ताकतों के साथ मिली हुई है. सैम पित्रोदा ने माना कि राहुल 'ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस' का हिस्सा हैं. बीजेपी ने इसे जॉर्ज सोरोस के खतरनाक नेटवर्क से जोड़ा है. आरोप है कि विदेशी फंडिंग के जरिए देश की राजनीति में दखल दिया जा रहा है.

 क्या भारत की छवि खराब करने की है कोई बड़ी साजिशसैम पित्रोदा के बयान से मचा हड़कंप, बीजेपी ने राहुल को घेरा: क्या भारत विरोधी ताकतों के हाथों का खिलौना बनी कांग्रेस? (Photo : PTI)

नई दिल्ली: राहुल गांधी के जर्मनी दौरे ने देश में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. बीजेपी ने कांग्रेस पर भारत विरोधी ताकतों के साथ साठगांठ का आरोप लगाया है. बीजेपी का कहना है कि राहुल ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ से जुड़े हैं. इस संगठन पर भारत के खिलाफ नैरेटिव सेट करने के आरोप लगते रहे हैं. सैम पित्रोदा के एक इंटरव्यू ने इस पूरे मामले को और हवा दे दी है. पित्रोदा ने खुद माना कि राहुल गांधी इस अलायंस के प्रेसीडियम में शामिल हैं. बीजेपी ने इसे सोरोस के खतरनाक नेटवर्क से जोड़ दिया है. पार्टी का कहना है कि विदेशी ताकतों के जरिए भारत को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. राहुल के जर्मनी दौरे का मकसद अब सवालों के घेरे में है. बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इस पर कड़े सवाल पूछे हैं. कांग्रेस के विदेशी रिश्तों की अब गहराई से जांच होनी चाहिए.

‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ आखिर है क्या और राहुल गांधी का इससे क्या रिश्ता है?

बीजेपी ने राहुल गांधी को घेरा है. सैम पित्रोदा ने बड़ा खुलासा किया है. राहुल जर्मनी के दौरे पर गए थे. वहां उन्होंने एक खास मीटिंग की थी. यह मीटिंग ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस की थी. पित्रोदा ने इसे खुद स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि राहुल इसके सदस्य हैं. बीजेपी इसे देश के लिए खतरा मानती है. यह अलायंस विदेशी ताकतों का नेटवर्क है. सुधांशु त्रिवेदी ने इस पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कांग्रेस की मंशा पर शक जताया है. क्या राहुल विदेशी एजेंडा चला रहे हैं? अलायंस का नेटवर्क बहुत बड़ा है. इसमें कई भारत विरोधी चेहरे शामिल हैं. कांग्रेस अब सफाई देने से बच रही है. बीजेपी ने सीधा हमला बोल दिया है.

क्या जॉर्ज सोरोस के जरिए भारत की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है?

बीजेपी ने सोरोस का नाम लिया है. सोरोस एक विवादित अरबपति हैं. उन पर देशों को अस्थिर करने के आरोप हैं. बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस उनसे मिली है. विदेशी फंडिंग का खेल चल रहा है. यह इकोसिस्टम भारत के खिलाफ काम करता है. प्रोग्रेसिव अलायंस पर भी सवाल उठ रहे हैं. क्या सोरोस इस अलायंस को फंड देते हैं? बीजेपी ने यह सीधा सवाल पूछा है. कांग्रेस नेता पित्रोदा ने इसे एक्सपोज किया. उन्होंने गलती से सच बोल दिया है. राहुल के जर्मनी दौरे का सच क्या है? बीजेपी ने वीडियो भी शेयर किया है. इसमें पित्रोदा अलायंस की तारीफ कर रहे हैं. विदेशी ताकतों का दखल बढ़ता जा रहा है. यह भारतीय लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है.

कांग्रेस पराजय से कुंठाग्रस्त है, घुसपैठिया-परस्त है और वैसे लस्त-पस्त है।

क्योंकि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, भारत के प्रतिद्वंदी देशों की तारीफ करते हैं और भारत विरोधी शक्तियों से मुलाकात करते हैं।

सैम पित्रोदा के ‘कबूलनामे’ ने कांग्रेस के लिए क्यों खड़ी कर दी है नई मुसीबत?

सैम पित्रोदा राहुल के सलाहकार हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में सब सच कह दिया. पित्रोदा ने कहा कि राहुल प्रेसीडियम में हैं. यह बात कांग्रेस को भारी पड़ रही है. बीजेपी ने इसे ‘एंटी-इंडिया’ करार दिया है. विदेशी साजिश का खुलासा हो चुका है. पित्रोदा पहले भी विवादों में रहे हैं. उनकी बातों से बीजेपी को मौका मिला है. त्रिवेदी ने पित्रोदा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेनकाब हो गई है. अब कांग्रेस इसे छिपा नहीं सकती. विदेशी नेटवर्क का लिंक सामने आ गया है. राहुल गांधी को इसका जवाब देना होगा. क्या वह विदेशी ताकतों के मोहरे हैं? पित्रोदा का बयान कांग्रेस के लिए सिरदर्द है. बीजेपी इसे बड़ा मुद्दा बना रही है. राहुल ने बीएमडब्ल्यू ऑफिस का दौरा किया. वहां उन्होंने भारत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में काम कम हो रहा है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट आई है. बीजेपी ने इस बयान को गलत बताया है. गौरव भाटिया ने राहुल को घेरा है. उन्होंने कहा कि राहुल झूठ फैला रहे हैं. विदेशी धरती पर देश की बुराई करना गलत है. कांग्रेस पर विदेशी फंडिंग के आरोप हैं. यूपीए सरकार के समय फंडिंग ज्यादा थी. एनजीओ के जरिए पैसा भारत आता था. बीजेपी ने आंकड़ों के साथ हमला किया है. राहुल देश को कमजोर करना चाहते हैं. विदेशी ताकतों के साथ मिलकर साजिश हो रही है. बीजेपी ने राहुल के इरादों पर सवाल दागे हैं. यह लड़ाई अब बहुत आगे बढ़ चुकी है.

क्या विदेशी फंडिंग वाले एनजीओ के जरिए कांग्रेस देश में अस्थिरता पैदा करना चाहती है?

विदेशी फंडिंग का मुद्दा पुराना है. जॉर्ज सोरोस का नाम बार-बार आता है. बीजेपी ने एनजीओ पर भी सवाल उठाए हैं. यूपीए के समय फंडिंग में उछाल आया था. यह पैसा कहां इस्तेमाल हो रहा था? क्या यह चुनाव को प्रभावित करने के लिए था? गौरव भाटिया ने कांग्रेस को कठघरे में रखा. विदेशी ताकतें भारत को दबाना चाहती हैं. कांग्रेस उनके लिए रास्ता बना रही है. राहुल गांधी का व्यवहार संदिग्ध लग रहा है. वह विदेशी जमीन पर भारत को कोसते हैं. यह किसी बड़े प्लान का हिस्सा हो सकता है. ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस एक मुखौटा है. असली चेहरा कुछ और ही नजर आ रहा है. देश की सुरक्षा से समझौता नहीं होगा. बीजेपी ने जांच की मांग तेज कर दी है.

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Deepak Verma

दीपक वर्मा (Deepak Verma) एक पत्रकार हैं जो मुख्‍य रूप से विज्ञान, राजनीति, भारत के आंतरिक घटनाक्रमों और समसामयिक विषयों से जुडी विस्तृत रिपोर्ट्स लिखते हैं. वह News18 हिंदी के डिजिटल न्यूजरूम में डिप्टी न्यूज़...और पढ़ें

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

December 27, 2025, 15:59 IST

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