हनक, खनक और सनक सब खत्‍म... व‍िवाद में आने के 35 द‍िन बाद चली गई IAS की गद्दी

1 month ago

कहते हैं न… अपने देश में तीन ही पद होते हैं- पीएम, सीएम और डीएम. इन तीनों पदों का हनक, खनक और सनक किसी से छिपा नहीं है. ये तीनों अपनी-अपनी जगहों पर सर्वेसर्वा होते हैं. ऐसे में इन पदों को हासिल करने की चाहत हर किसी की रहती है. पीएम और सीएम का पद हासिल करने में कई राजनीतिक तिकड़म करने पड़ते हैं, लेकिन डीएम का पद बिल्कुल अलग है. इसके लिए आपको आईएएस बनना पड़ता है. उसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन, अगर कोई फर्जी तरीके से इसे हासिल कर ले तो एक न एक दिन पाप का घड़ा भर ही जाता है. उसकी हनक, खनक और सनक… सब चूर-चूर होते देर नहीं लगती.

कुछ ऐसी ही कहानी है फर्जी तरीके से आईएएस बनी पूजा खेडकर की. तमाम फर्जी तिकड़म कर फर्जी तरीके से आईएएस बनी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने रद्द कर दी है. और वह भविष्य में किसी भी अन्य परीक्षा में शामिल भी नहीं हो पाएगी. आईएएस ट्रेनी रहने के दौरान पूजा ने खूब हनक, खनक और सनक और रुतबा दिखाया. करीब 35 दिन पहले जून महीने के अंतिम सप्ताह में सनक-हनक दिखाने के चक्कर में ही पूजा के पापों का भंडाफाड़ हुआ. फिर वह हर मोड़ पर घिरती गई. उसके खिलाफ तमाम जांच हुए और वह हर मोड़ पर फर्जी साबित होती गई. फिर बुधवार को उसकी आईएएस की उम्मीदवार रद्द हो गई.

नहीं दिया कारण बताओ नोटिस का जवाब
यूपीएससी ने कहा कि उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच-पड़ताल की गई और पूजा को सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया. आयोग ने कहा कि पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को अपनी पहचान फर्जी बताकर परीक्षा के लिए स्वीकृत सीमा से अधिक अवसर लेना धोखाधड़ी था. इसको लेकर 18 जुलाई को उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. उसे 25 जुलाई तक जवाब देना था, लेकिन उसने अपना जवाब देने के लिए आवश्यक दस्तावेज जुटाने के वास्ते चार अगस्त तक का समय मांगा. आयोग ने कहा कि यूपीएससी ने उसे 30 जुलाई को अपराह्न साढ़े तीन बजे तक अपना जवाब देने के लिए अंतिम मौका दिया था, लेकिन वह निर्धारित समय के भीतर अपना स्पष्टीकरण देने में विफल रही.

धोखाधड़ी का केस दर्ज
इस बीच पूजा पर धोखाधड़ी का केस चल रहा है. दिल्ली की एक अदालत में उसने अग्रिम जमानत की अपील कर रखी है. इस बारे में अदालत गुरुवार को फैसला सुना सकता है. अगर पूजा को अग्रिम जमानत नहीं मिलती है तो उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है.

यूपीएससी पर सवाल
पूजा खेडकर ने यूपीएससी की प्रतिष्ठा तार-तार कर दी है. उसने साबित कर दिया कि देश की सबसे प्रतिष्ठित और सुरक्षित परीक्षा में सेंधमारी संभव है. इस घटना के बाद यूपीएससी से भी सवाल किए जा रहे हैं कि फर्जीवाड़ा पकड़ने वाला उसका पूरा तंत्र कहां था. पूजा केस के बाद यह कैसे कहा जा सकता है कि यूपीएससी की परीक्षा में किसी अन्य उम्मीदवार ने धांधली नहीं की होगी. ये कुछ ऐसे दाग हैं जिसे यूपीएससी को धोने में बहुत डिटर्जेंट खर्च करने पड़ेंगे.

Tags: IAS exam, UPSC, Upsc exam

FIRST PUBLISHED :

July 31, 2024, 19:12 IST

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