Maharashtra Chunav: हाल में संपन्न हरियाणा चुनाव में झटका खाने के बाद कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र को लेकर बेहद सचेत हो गई है. हरियाणा में बेहतर स्थिति होने बावजूद कांग्रेस मामूली वोटों के अंतर से चूक गई थी. वहां तीसरी बार भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हुई. इस हार के बाद इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने उस पर आरोप लगाया कि पार्टी ने गठबंधन धर्म को नजरअंदाज किया. इसी से सीख लेते हुए महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (SP) से अधिक सीटें तो मांग रही है लेकिन साथ ही उतना ही दबाव बना रही जिससे कि गठबंधन की डोर कमजोर न पड़े. इसके साथ ही वह टिकटों के बंटवारे में भी फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस चुनाव में राज्य स्तर पर कोई ‘मनमानी’ न करे इसके लिए पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों में 11 वरिष्ठ पर्यवेक्षकों और दो वरिष्ठ समन्वयकों को नियुक्त किया है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से अखबार लिखता है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के पास एक मजबूत दलित-मुस्लिम वोट बैंक है. बीते लोकसभा में उसने शानदार प्रदर्शन किया और राज्य में सबसे अधिक 13+1 सीटें जीतने में कामयाब हुई. दरअसल, पार्टी के 13 उम्मीदवार विजयी हुए और एत कांग्रेस नेता निर्दलीय विजयी हुए. उन्होंने शिवसेना उद्धव गुट के खिलाफ चुनाव जीता था.
हुड्डा जैसा बड़ा नेता नहीं
पार्टी नेताओं का कहना है कि राज्य में कांग्रेस की समस्याएं अलग है. वहां उसके पास भूपिंदर सिंह हुड्डा जैसा कोई बड़ा नेता नहीं है. लेकिन, इसका फायदा यह है कि पार्टी अपने केंद्रीय नेतृत्व के नेतृत्व में मैदान में उतर रही है. सूत्रों का कहना है कि इस बार टिकट बंटवारे में भी पार्टी किसी दबाव में काम नहीं करेगी. हरियाणा में पार्टी ने कई ऐसे उम्मीदवार उतारे जिनकी सिफारिस राज्य के बड़े नेताओं ने की थी. लेकिन, टीम राहुल गांधी का एक मात्र फोकस जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट देना है. इसके साथ ही केंद्र और राज्य स्तर के नेताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि टिकट न मिलने पर कोई नेता बगावत न करे.
इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार की लाडिली बहिन योजना की काट के तौर पर अपनी पांच गारंटियों की घोषणा करने वाली है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में यह भावना है कि हरियाणा का घोषणापत्र लेट से जारी किया गया, जिससे पार्टी की बात लोगों तक पहुंचाने के लिए कम समय मिला. एक नेता ने बताया कि पार्टी महाराष्ट्र के लिए पांच गारंटियों पर विचार कर रही है. इसमें नकद भुगतान, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, 10 किलो मुफ्त अनाज, सस्ती बिजली, और बेरोजगारी भत्ता इसमें शामिल हो सकते हैं. घोषणापत्र में जाति जनगणना का वादा भी शामिल होगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 20, 2024, 14:10 IST