Nepal New PM Sushila Karki: पड़ोसी देश नेपाल पिछले दो दिनों से भारी विरोध का सामना कर रहा है. सोशल मीडिया पर बैन के बाद Gen-Z की अगुआई में केपी ओली सरकार के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए और भारी विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस और युवाओं के बीच झड़पें हुईं, जिसके के प्रदर्शनकारी हिंसक हो गया. हालांकि, अब हालाता आहिस्ता-आहिस्ता सामान्य होते नजर आ रहे हैं. प्रदर्शनकारी नौजवानों ने मंगलवार रात चली वर्चुअल मीटिंग में सेना से शांति वार्ता के लिए अपना नेता भी चुन लिया.
जेन-जी की इस ऑनलाइन मीटिंग में 7800 लोग शामिल हुए. मीटिंग में Gen-Z का नेतृत्व 'हामी नेपाल' के संस्थापक सुदन गुरुंग ने किया. इस चर्चा के दौरान नौजवानों ने कई मुख्य शर्तें रखीं. इसमें सबसे अहम संसद भंग के साथ पूर्व चीफ जस्टिस रहीं सुशीला कार्की या बालेंद्र शाह को प्रधानमंत्री बनाने की मांग है. इसके अलावा प्रदर्शनाकारियों ने पूर्व पीएम केपी ओली और गृहमंत्री को नरसंहार का आदेश देने के आरोप में गिरफ्तार कर सजा देने की भी मांग की.
'दो महीने के अंदर नया संविधान लागू किया जाए'
छह महीने के अंदर संघीय संसद के चुनाव कराए जाएं, जिसमें युवा पीढ़ी को भी शामिल किया जाए और पिछले 46 सालों में सभी सार्वजनिक पदों पर रहे लोगों की संपत्ति की जांच शुरू की जाए. साथ ही, न्यायिक जांच कर भ्रष्टाचार और घोटालों में शामिल लोगों को सजा दी जाए. दो महीने के अंदर नया संविधान लागू किया जाए.
'नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए'
प्रदर्शनकारियों ने देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की भी शर्त रखी. जेन जी ने कहा कि कार्यकारी प्रमुख (प्रधान नेता) सीधे जनता द्वारा चुना जाए. सांसदों को मंत्री बनने से रोकने का नियम बनाया जाए. स्टेट संरचना पूरी तरह से खारिज कर केवल स्थानीय और संघ रखने की भी सलाह दी.
Gen-G ने ये शर्तें भी रखीं
युवाओं ने मीटिंग के दौरान कहा कि कोई भी व्यक्ति दो कार्यकाल से ज्यादा प्रधानमंत्री नहीं बन सकता. योग्यता के आधार पर ही प्राधिकरण, न्यायालय और अन्य संवैधानिक परिषदों में नियुक्ति की जाए, और जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत हटाया भी जा सके. राष्ट्रीय सभा (संसद) को किसी भी सियासी पार्टी से मुक्त रखा जाए. स्थानीय स्तर पर भी राजनीति से अलग, गैर-दलीय व्यवस्था बनाई जाए. इस दौरान युवाओं ने किसी भी राजनीतिक पार्टी में पत्रकार, डॉक्टर, शिक्षक, छात्र या स्टाफ को शामिल नहीं किए जाने की मांग की.