Last Updated:May 01, 2025, 11:51 IST
Solan Nalagarh Accident: हिमाचल प्रदेश में लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं. हादसों में लोगों की जान जा रही है. ताजा मामला सोलन जिले के नालागढ़ में पेश आया है, जहां पर 19 लोग घायल हुए हैं.

बद्दी में पिकअप हादसे में 19 लोग घायल हुए हैं.
सोलन. हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी के रोहताँवाला क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जिसमें एक निजी कंपनी के 20 से 25 मजदूर घायल हो गए. यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूरों को कंपनी से उनके घर मानपुरा छोड़ने जा रही एक पिकअप गाड़ी इच्छाधारी मंदिर के पास एक मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसा बुधवार शाम करीब 6:30 बजे हुआ, जब पिकअप में सवार मजदूर, जिनमें लड़कियां और महिलाएं भी शामिल थीं, अपने घर की ओर जा रहे थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप तेज गति से मोड़ काट रही थी, जिसके कारण चालक ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी पलट गई. हादसे में सवार सभी मजदूरों को चोटें आईं, जिन्हें तुरंत बद्दी अस्पताल ले जाया गया. बद्दी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद 16 मजदूरों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें नालागढ़ अस्पताल रेफर किया गया.
नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर सहयोग गुप्ता ने बताया कि 16 में से 14 मजदूरों की हालत अत्यंत गंभीर थी, जिनमें लड़कियां और महिलाएं भी शामिल थीं. इन 14 मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया, जबकि दो मजदूरों का इलाज नालागढ़ अस्पताल में ही चल रहा है.
नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर सहयोग गुप्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि घायल मजदूरों में से तीन की हालत बेहद नाजुक थी, जिसके चलते उन्हें तुरंत पीजीआई रेफर करना पड़ा. उन्होंने कहा कि बाकी दो मजदूरों का इलाज नालागढ़ अस्पताल में चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर है.
इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए. लोगों ने मांग की है कि कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही पुलिस को भी नियमित जांच और अवैध सवारी ढोने वाले वाहनों पर नकेल कसनी चाहिए. इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि मजदूरों की सुरक्षा और सड़क नियमों का पालन कितना जरूरी है, और इसे सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी किसकी है.फिलहाल, पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और पिकअप चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. घायल मजदूरों के परिजन और स्थानीय लोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
लोगों ने प्रशासन पर उठाए सवाल
हादसे ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. बताया जा रहा है कि यह पिकअप रोजाना मजदूरों को कंपनी से उनके घर और घर से कंपनी ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाती थी, जबकि नियमों के अनुसार पिकअप में सवारी ढोना प्रतिबंधित है. हैरानी की बात यह है कि यह पिकअप मानपुरा पुलिस स्टेशन के सामने से रोजाना गुजरती थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस बिना हेलमेट वालों के खिलाफ तो रोजाना चालान काटती है, लेकिन इस तरह के अवैध सवारी ढोने वाले वाहनों पर कोई ध्यान नहीं देती.इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही के मुद्दे को उजागर किया है. लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते ऐसे अवैध वाहनों पर कार्रवाई करती, तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था. मजदूरों के परिजनों में इस घटना को लेकर गुस्सा और चिंता का माहौल है. वे कंपनी और ठेकेदार की लापरवाही को भी इस हादसे का जिम्मेदार मान रहे हैं.
Location :
Nalagarh,Solan,Himachal Pradesh