Last Updated:April 12, 2025, 19:46 IST
West Bengal : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के कन्यारा यादव चंद्र हाई स्कूल में हेडमास्टर के 58 हजार रुपये के कर्ज के कारण फरवरी से मिड-डे मील बंद है. आरोप है कि हेड मास्टर साहब पिछले डेढ़ साल से स...और पढ़ें

मामले की जांच की जा रही है. (Representational Picture)
हाइलाइट्स
हेडमास्टर के कर्ज से स्कूल में मिड-डे मील बंद.58 हजार रुपये का कर्ज चुकाने में असमर्थ.छात्रों को बिना मिड डे मील के पढ़ाई करनी पड़ रही.West Bengal : क्या कभी सुना है कि एक टीचर के कर्ज के चक्कर में स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की मिड-डे मील बंद हो गई हो. इस वक्त पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के एक स्कूल में कुछ-कुछ ऐसा ही हो रहा है. फरवरी से छात्रों की मिड-डे मील बंद है. ऐसा नहीं है कि सरकार की तरफ से फंड जारी नहीं करने के कारण मिड-डे मील बंद की गई हो. इसके पीछे का एकात्र कारण हेडमास्टर द्वारा लिया गया गर्ज है. टीवी9 बांग्ला की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर 24 परगना के बागदा ब्लॉक स्थित कन्यारा यादव चंद्र हाई स्कूल के मास्टरजी 58 हजार रुपये का कर्ज लेकर बैठे हैं.
बताया गया कि हेडमास्टर द्वारा दुकानदारों का बकाया न चुकाने के कारण कोई उसे किराने का सामान, कच्चा माल और ईंधन नहीं दे रहा है. दुकानदारों का यह कर्ज बढ़कर करीब 58 हजार रुपये तक पहुंच गया. नतीजतन, दुकानदारों ने सामान देना बंद कर दिया, जिससे मिड-डे मील योजना ठप हो गई. स्थानीय लोगों और कार्यवाहक हेडमास्टर का कहना है कि हेडमास्टर डेढ़ साल से स्कूल नहीं आ रहे, फिर भी उन्हें वेतन मिल रहा है. सारी जिम्मेदारी कार्यवाहक हेडमास्टर पर है, जिन्होंने बीडीओ और स्कूल इंस्पेक्टर को पत्र लिखकर मिड-डे मील से छूट मांगी.
बीडीओ साहब ने बुलाई बैठक
कार्यवाहक हेडमास्टर ने बताया कि हाल ही में बीडीओ ने एक बैठक बुलाई थी, जिसमें समस्या के जल्द समाधान का आश्वासन दिया गया, लेकिन हेडमास्टर उसमें भी शामिल नहीं हुए. बागदा बीडीओ प्रसून प्रमाणिक ने पुष्टि की कि हेडमास्टर लंबे समय से अनुपस्थित हैं और मिड-डे मील के भुगतान में समस्या है. उन्होंने कहा, “हमने बैठक बुलाई थी, जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा.” इस लापरवाही का खामियाजा स्कूल के छात्र भुगत रहे हैं, जो भोजन के बिना पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
First Published :
April 12, 2025, 19:46 IST