हैदराबाद का शिल्पारामम, शॉपिंग के लिए है शानदार ऑप्शन

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Last Updated:November 14, 2025, 15:25 IST

हैदराबाद की हाईटेक सिटी में स्थित शिल्पारामम कपड़े और घरेलू सामान की सस्ती कीमतों और बेहतरीन गुणवत्ता के लिए एक आदर्श स्थल बन चुका है. यह शिल्प गांव खासकर बजट के प्रति सजग खरीदारों के बीच बेहद लोकप्रिय है. यहां आपको विभिन्न प्रकार के कपड़े जैसे कि खादी के कुर्ते महज 200 रुपये से शुरू होते हैं.

हैदराबाद. जब भी खरीदारी की बात आती है खासकर कपड़ों और घरेलू सामान की तो गुणवत्ता और सस्ती कीमत दोनों चाहने वालों के लिए हैदराबाद की हाईटेक सिटी में स्थित शिल्पारामम एक बेहतरीन विकल्प है. यह शिल्प गांव बजट के प्रति सजग खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है. यही नहीं यहां आपको कपड़ों पर हैरान करने वाले ऑफर मिलते हैं, उदाहरण के लिए, खादी के स्टाइलिश कुर्ते महज 200 रुपये से शुरू होते हैं.

यहां उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले एक दुकानदार शालिक ने लोकल 18 को बताया कि हम ये सारे कुर्ते सीधे मेरठ से मंगवाते हैं और उन्हें यहां शिल्पारामम में 200 से 350 रुपये के बीच बेचते हैं. कुछ प्रीमियम कुर्ते 500 रुपये तक के भी हैं, उन्होंने यह भी बताया कि त्योहारों के मौसम में यहां खरीदारों की काफी भीड़ उमड़ती है.

स्थानी उद्यमिता और स्वरोजगार
एक अन्य विक्रेता मजहर ने इसके पीछे के स्थानीय उद्यमशीलता की बात की, उन्होंने बताया कि उनके परिवार के लोग ये कपड़े खुद बनाते हैं. इन कपड़ों की सिलाई हमारे घर पर ही होती है. हम इन कुर्तों को हैदराबाद में सस्ते दामों पर बेचते हैं और लोगों को ये काफी पसंद आते हैं.
उन्होंने अपने इस स्वरोजगार का आर्थिक पहलू भी समझाया. एक कुर्ता बनाने में लगभग 120 रुपये का खर्च आता है और उसे वे 200 रुपये में बेचते हैं. इससे ग्राहकों को उचित दाम मिलने के साथ-साथ कारीगरों को भी एक स्थिर आजीविका मिल जाती है.

शिल्पारामम गांव के बारे में
शिल्पारमम सिर्फ एक बाजार से कहीं अधिक है, 1992 में कल्पना की गई यह शिल्प गांव 65 एकड़ में फैला हुआ है. राज्य सरकार द्वारा स्थापित इस गांव का एक स्पष्ट मिशन है भारतीय कला और शिल्प को बढ़ावा देना, उसका प्रसार और संरक्षण करना, साथ ही कारीगरों को एक मंच प्रदान करना. यहां आपको बड़ों के 60 और बच्चों के लिए 20 रुपये का टिकट लगता है.

गांव म्युजियम
इस गांव की कल्पना पारंपरिक भारतीय शिल्प कौशल के संरक्षण के लिए एक अनुकूल माहौल बनाने के लिए की गई थी जो एक तकनीकी शहर के बीचों-बीच सांस्कृतिक विरासत का एक सुंदर वातावरण प्रस्तुत करता है.

Monali Paul

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW...और पढ़ें

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW...

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Location :

Hyderabad,Telangana

First Published :

November 14, 2025, 15:25 IST

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