Last Updated:March 14, 2025, 10:12 IST
अमृतसर से सटी भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर दुश्मन बड़ी साजिश को अंजाम देने की ताक में बैठा था. उसे लगा कि गुलाल के गुबार के बीच वह अपनी साजिश को अंजाम दे जाएगा. लेकिन, बीएसएफ की टीम ने...

Pakistani Conspiracy at Border: एक तरफ जहां होली का उल्लास धीरे धीरे अपने चरम पर आ रहा था, रंगों से सराबोर, खुशियां बिखेरते लोग अपनी-अपनी ज़िंदगियों में खोए हुए थे. लेकिन ठीक उसी वक्त, पाकिस्तान सीमा पर एक और नापाक साजिश अपना सिर उठा रही थी. पाकिस्तान को गलत फहमी थी कि फिजा में उड़ते गुलाल के बीच उसकी साजिश छिप जाएगी. इसी मंसूबे के तहत, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर दुश्मन अपनी पूरी तैयारी के साथ पहुंच चुका था.
लेकिन, सीमा पार बैठे दुश्मन को क्या पता था कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जांबाज उसकी हर एक रग से वाकिफ हैं. लिहाजा, बीएसएफ के जवान पहले से ही ऐसी ही किसी हरकत का इंतजार कर रहे थे. उधर, बीएसएफ की चौकसी से बेखर दुश्मन ने अपना ड्रोन उड़ाया और भारतीय सीमा में भेज दिया. वहीं भारतीय सीमा में दाखिल होते ही बीएसएफ ने इस ड्रोन को मार गिराया. बीएसएफ के जांबाज जवानों ने होली के इस माहौल में एक खतरनाक ड्रोन से तस्करी की साजिश को नाकाम कर दिया.
पाकिस्तान से आया यह ड्रोन अमृतसर के हरदो रतन गांव में गिरा था. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और पंजाब पुलिस की टीम बिना देर किए मौके पर पहुंच चुकी थी. तलाशी के दौरान, ड्रोन से छह पैकेट, 30 बोर की दो पिस्टल और दो स्मार्ट फोन बरामद किए गए. तफ्तीश में पता चला कि छह पैकेट के भीतर करीब 3.3 किलो हेरोइन भरी हुई थी. पाकिस्तान से भेजी गई यह सौगात उसके हमदर्दों के हाथ लगती, इससे पहली बीएसएफ की टीम ने उसे अपने कब्जे में लेकर दुश्मन के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
सीनियर अफसर के अनुसार, ड्रोन के जरिए सीमा पार से आया यह सामान उसके अपनों को होली की सौगात थी. चूंकि सीमापार से अब जारी करेंसी आना लगभग नामुमकिन सा हो गया है, लिहाजा वह ड्रग्स भेजकर एक तीर से दो निशाने लगा रहे हैं. पहला इस ड्रग्स से हमारी आने वाली पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं, दूसरी तरफ ड्रग्स की कमाई को बड़ी आसानी से जम्मू और कश्मीर में सक्रिय आतंक के साथियों को पहुंचा दिया जाता है. सीमा पार से आए स्मार्ट फोन और हथियार भी आतंक के सौदागरों के लिए होली की सौगात की तरह थी.
First Published :
March 14, 2025, 10:12 IST