Bloodthirsty Squirrel of America: मुंहनोचवा, लकड़सुंघवा और चोटीकटवा (Chotikatva) का खौफ झेल चुके लोगों को जब एक कथित 'आदमखोर खूनी' गिलहरी के खौफ की कहानी पता चली तो डर से इतर लोगों के मन में हैरानी हुई. ये घटना है अमेरिका (US) की जहां सैन फ्रैंसिस्को की एक कॉलोनी में एक गिलहरी ने ऐसा उत्पात मचाया कि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया.
सावधान!' ये मजाक नहीं
सैन फ्रांसिस्को की एक कॉलोनी में बेफिक्री से घूम-घूमकर दहशत फैला रही एक आक्रामक, 'खून की प्यासी' गिलहरी ने पुलिस-प्रशासन से लेकर आम लोगों की नींद उड़ा दी. इसका खौफ इतना है कि अधिकारियों को इस कथित गिलहरी से उचित दूरी बनाए रखने की चेतावनी जारी की. इस गिलहरी के हमले से कम से कम दो लोग इमरजेंसी यानी आईसीयू में भर्ती हैं और बेचारे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने का अपील की है. जगह-जगह बोर्ड पर 'गिलहरी के हमला से सावधान!' जैसी चेतावनी लिखी गई है.
आधा दर्जन से ज्यादा जख्मी- आपबीती जानकर लगेगा डर!
एबीसी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक खतरनाक गिलहरी कम से कम आधा दर्जन लोगों को शिकार बनाने की कोशिश कर चुकी है. पीड़ितों का कहना है कि इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, इस गिलहरी ने उनके चेहरों पर अटैक दिया. एक ने कहा, 'उसने मुझे लगभग मार ही डाला था. गिलहरी ज़मीन से उठी और मेरे चेहरे पर कूदने की कोशिश की, मैं खून से लथपथ थी, मैं इमरजेंसी रूम की ओर भागी. इसाबेल ने कहा, लुकास वैली में टहलते समय उनपर हमला हुआ. एक पीड़ित ने बताया कि मॉर्निंग वाक के दौरान उनपर हमला हुआ.
2019 में अमेरिका के अलबामा में एक ड्रग एडिक्ट को एक गिलहरी को नशे का आदी बनाकर उसे आक्रामक बनाने के लिए ट्रेंड किया था. आरोपी ने गिलहरी को लाइमस्टोन काउंटी स्थित अपने घर में एक पिंजरे में रखा, तब उसकी दहशत थी.
'खूनी गिलहरी' का खौफ
अमेरिका से इतर भारत में कुछ वियर्ड (weird) यानी अजीबोगरीब मामलों की बात करें जिनसे लोगों को नुकसान हुआ तो नई सदी की शुरुआत हुए साल भर ही बीता था और 2002 में उत्तर प्रदेश में 'मुंहनोचवा' (Muhnochwa) का अटैक हुआ, उसकी दहशत यूपी से बिहार तक थी. गांवों में शाम होते-होते लोग घरों में दुबक जाते थे, डर था कि रात को अकेले बाहर निकले तो मुंहनोचवा हमला कर देगा. अखबारों में रोजाना खबरें छपतीं लेकिन किसी को ये न पता था कि आखिर रात का शिकारी है कौन.
लकड़सुंघवा (Lakadsunghwa) के डर की शुरुआत 90 के दशक में हो गई थी. बिहार-पूर्वांचल में इसके खौफ के चलते बच्चों के अकेले बाहर जाने पर पाबंदी थी. कहा गया कि ये एक गैंग था बच्चों को बेहोश कर ले जाता था. इसी तरह से भारत 'चोटी कटवा' 2017 में फैली एक अफवाह थी, जिसमें महिलाओं की चोटी रहस्यमयी तरीके से कट जाती थी. इसके पीछे शरारती तत्वों की हरकतें थीं. यूपी, एमपी, दिल्ली, हरियाणा और बिहार में महिलाओं की चोटी कटने की खबरें आईं. करीब 35 साल बाद जब खूनी गिलहरी की खबर आई तो लोग हैरान रह गए.
ये भी पढ़ें- नॉर्थ इंडिया वाली... महिलाओं पर ये क्या बोल गए मंत्रीजी! मचा बवाल, मांगेंगे माफी?