Last Updated:October 23, 2025, 17:55 IST
Statue of Unity Tourism Record: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड. सात साल में 2.75 करोड़ से ज्यादा पर्यटक पहुंचे. दिवाली पर केवड़िया हाउसफुल, हर दिन 40 हजार से ज्यादा लोग घूमने आ रहे हैं. (सभी फोटो X/@souindia)

दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने पर्यटकों की संख्या के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साल 2018 में राष्ट्र को समर्पित किए जाने के बाद से अब तक 2.75 करोड़ से ज्यादा लोग यहां घूमने आ चुके हैं. यह आंकड़ा अपने आप में एक उपलब्धि है. इसने न केवल गुजरात बल्कि पूरे भारत के पर्यटन मानचित्र को नई पहचान दी है. दिवाली के मौके पर तो यहां रोजाना 30 से 40 हजार पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है.

इस बार की दिवाली छुट्टियों में केवड़िया पूरी तरह हाउसफुल है. यहां आने वाले पर्यटकों के लिए सभी होटल, टेंट सिटी और रो हाउस 20 अक्टूबर से बुक हैं. सिर्फ दो दिनों में 80 हजार से ज्यादा पर्यटक रजिस्टर्ड हुए. प्रशासन ने 50 हजार प्रतिदिन आगंतुकों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है. यही नहीं गुजरात ST की 30 अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं ताकि पर्यटकों को किसी तरह की दिक्कत न हो.

केवड़िया पहुंचने वाले यात्रियों के लिए स्पेशल टेंट सिटी में भव्य इंतजाम किए गए हैं. यहां आने वालों को स्थानीय संस्कृति और आदिवासी व्यंजनों का स्वाद चखाया जा रहा है. रात में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम और एकता पर्व में नृत्य, लोकसंगीत और लाइट शो का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. यह अनुभव विदेशी पर्यटन स्थलों की तरह रोमांचक बताया जा रहा है.

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि अब एक इको-टूरिज्म हब बन चुकी है. यहां विश्व वन, बटरफ्लाई गार्डन, कैक्टस गार्डन, भारत वन, एकता नर्सरी, एकता मॉल और जंगल सफारी जैसे 20 से अधिक आकर्षण मौजूद हैं. इसके अलावा रिवर राफ्टिंग, फेरी सर्विस और एकता ऑडिटोरियम पर्यटकों को मनोरंजन के साथ प्रकृति का अनोखा अनुभव कराते हैं.

गुजरात पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब देश के अलावा विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं. प्राकृतिक सौंदर्य, पहाड़ी दृश्य और नर्मदा नदी के किनारे की हरियाली इसे खास बनाते हैं. दिवाली और नववर्ष की छुट्टियों में अधिकांश परिवार विदेश घूमने की बजाय केवड़िया को प्राथमिकता दे रहे हैं. प्रशासन का दावा है कि यहां की सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं के कारण यह अब भारत का सबसे सफल टूरिस्ट स्पॉट बन गया है.

साल 2025 में राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर यहां ‘एकता प्रकाश पर्व’ मनाया जाएगा. इसके लिए विशेष लाइटिंग और शो की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस पर्व के दौरान स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को LED और लेज़र लाइट से सजाया जाएगा ताकि पर्यटक इसे दूर-दूर तक देखकर “वाह” कह उठें. यह आयोजन “भारत की एकता और विविधता” का प्रतीक बनने जा रहा है.

इस साल 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 800 करोड़ रुपए की लागत से बनी 5 नई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इनमें स्मार्ट बस स्टॉप, नए बोनसाई गार्डन, इलेक्ट्रिक एसी बसें और अतिरिक्त टूरिस्ट सेंटर शामिल हैं. इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं- 5 पुलिस निरीक्षक, 7 उपनिरीक्षक और 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए हैं.

182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की यह प्रतिमा इतनी विशाल है कि इसे 7 किलोमीटर दूर से भी साफ देखा जा सकता है. यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं बल्कि “भारत की एकता” की भावना का प्रतीक है. अगर आप अभी तक यहां नहीं गए हैं, तो इस दिवाली यह जगह आपके घूमने की लिस्ट में जरूर होनी चाहिए — क्योंकि यहां प्रकृति, संस्कृति और तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिलता है.
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