Last Updated:October 23, 2025, 18:36 IST
Who is Justice Surya Kant: हिसार के एक छोटे से कस्बे से निकलकर जस्टिस सूर्यकांत अब देश के अगले मुख्य न्यायाधीश बनने जा रहे हैं. उनका सफर मेहनत, ईमानदारी और न्याय के प्रति जुनून की मिसाल है. आइए इस खबर में जानते हैं उनके सफर के बारे में.

नई दिल्ली: हरियाणा के हिसार से निकलकर देश की सर्वोच्च न्यायिक कुर्सी तक पहुंचने वाले जस्टिस सूर्यकांत की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. साधारण परिवार से आने वाले इस जज ने अपनी मेहनत, ईमानदारी और न्याय के प्रति जुनून से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर तय किया. अब वे 24 नवंबर 2025 को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनेंगे और फरवरी 2027 तक इस पद पर रहेंगे.
कानून की पढ़ाई से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उनका सफर संघर्ष, लगन और समर्पण से भरा रहा है. जब मौजूदा CJI बी आर गवई 23 नवंबर को रिटायर होंगे, तो न्यायपालिका की कमान देश के सबसे वरिष्ठ जज जस्टिस सूर्यकांत संभालेंगे.
शिक्षा से मिली मजबूत नींव
जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के हिसार में हुआ. 1981 में उन्होंने गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, हिसार से ग्रेजुएशन किया और 1984 में महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक से एलएलबी की डिग्री हासिल की. यही नहीं उन्होंने 2011 में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमएलएल (कानून में मास्टर डिग्री) फर्स्ट क्लास फर्स्ट रैंक से पास की. यह उनकी निरंतर सीखने की प्रवृत्ति को दर्शाता है.
संविधान और न्याय के जानकार
1984 में उन्होंने हिसार की जिला अदालत से वकालत की शुरुआत की और जल्द ही 1985 में चंडीगढ़ स्थानांतरित होकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे. उन्होंने संवैधानिक, सिविल और सर्विस मामलों में विशेषज्ञता हासिल की और कई विश्वविद्यालयों, बोर्डों और बैंकों के लिए कानूनी सलाहकार के रूप में कार्य किया.
उच्च न्यायालय से सर्वोच्च न्यायालय तक
वकालत में उत्कृष्टता के कारण उन्हें पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का एडवोकेट जनरल बनाया गया. 2004 में उन्हें न्यायाधीश नियुक्त किया गया और आगे चलकर वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने. उनकी स्पष्ट सोच, निष्पक्ष निर्णय और न्यायिक दृष्टिकोण ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाया.
न्यायपालिका में नई ऊर्जा का प्रतीक
जस्टिस सूर्यकांत उन जजों में गिने जाते हैं जिनके फैसलों में संवेदनशीलता और संविधान दोनों झलकते हैं. उन्होंने कई अहम मामलों में ऐतिहासिक निर्णय दिए हैं, जो समाज के कमजोर वर्गों और आम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा से जुड़े रहे हैं.
नए दौर की न्यायपालिका का चेहरा
24 नवंबर 2025 को जब वे देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश बनेंगे, तो न्यायपालिका में नई ऊर्जा और उम्मीद का दौर शुरू होगा. उनकी नियुक्ति न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा है कि छोटे शहरों से भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
October 23, 2025, 18:30 IST