Last Updated:August 15, 2025, 12:56 IST
bhiwani Women Teacher Murder Case: भिवानी में प्राइवेट स्कूल टीचर मनीषा की हत्या पर पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं. परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है. सांसद चौधरी धर्मबीर ने पुलिस की लापरवाही बताई है...और पढ़ें

भिवानी. हरियाणा के भिवानी में प्राइवेट स्कूल टीचर की गला काटकर निर्मम हत्या मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. परिजनों ने इस मामले में तुरंत एक्शन ना लेने और लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड और हत्यारों की गिरफ़्तारी ना होने तक शव लेने से इंकार कर दिया है. वहीं, खुद सासंद चौधरी धर्मबीर ने पुलिस की लापरवाही बताई है. उधर, भिवानी एसपी पूरे मामले पर चुप हैं.
दरअसल, 13 अगस्त को लोहारू कसबे के सिंघानी गांव में नहर किनारे एक युवती का शव मिला था. जिसे गला काट कर बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया था. मृतका की शिनाख्त ढाणी लक्ष्मण गांव निवासी मनीषा के रूप में हुई थी. वह सिंघानी गांव के एक निजी स्कूल की टीचर थी. साथ ही बीएससी में एडमिशन लेने के लिए साथ के एक कॉलेज में फॉर्म अप्लाई करने गई थी. परिजनों का शक यहीं घुम रहा है.
मृतका मनीषा की शिनाख्त के बाद परिजनों ने निजी कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाए थे और उन्हें जांच में शामिल करने के लिए सिंघानी गांव में दिल्ली जयपुर रोड को चार घंटे जाम किया. इसके बाद मौके पर पहुँचे एसडीएम और डीएसपी के 24 घंटे में हत्यारों को गिरफ्तार करने के आश्वासन पर जाम खेले गया था. और शव पोस्टमार्टम के लिए भिवानी चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल भेजा गया था.
गुरुवार को मनीषा हत्याकांड में मामले में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से मना कर दिया.
परिजनों के बाद सैकड़ों ग्रामीण हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे. उधर, भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह अस्पताल पहुचे और कारवाई को लेकर एसपी मनवीर सिंह को मौके पर बुलाया. सांसद और एसपी ने जल्द कार्रवाई का फिर भरोसा दिया लेकिन परिजन व ग्रामीण लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने तथा हत्यारों की गिरफ़्तारी पर अड़े रहे.
शायद ये बेटी ज़िंदा होतीः सासंद
सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि एक बेटी की ऐसे हत्या करना ये बहुत ही निंदनीय व जघन्य अपराध है. उन्होंने कहा कि पुलिस तत्परता से कार्रवाई करती तो शायद ये बेटी ज़िंदा होती. मनीषा के मामा ने कहा कि जब मनीषा घर नहीं पहुंची तो डायल 112 को बुलाकर शिकायत दी. उन्होंने थाने जाने के लिए कहा था. पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय मनीषा के चरित्र पर ही सवाल उठाती रही. मामा ने कहा कि डायल 112 और लोहारू थाना पुलिस की लापरवाही से उसकी भांजी की हत्या हुई है. जब तक लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता और हत्यारों की गिरफ़्तारी नहीं होती, तब तक वो ना शव लेंगे, ना अंतिम संस्कार करेंगे.
मनीषा हत्याकांड में मामले में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से मना कर दिया.
मामा का आरोप लगाया कि जब परिजनों से कहा कि उनकी बेटी लापता है तो वहां से जवाब मिला कि वो पिकनिक पर गई होगी या फिर शादी करके आ जाएगी. पूरे मामले और पुलिस पर उठ रहे सवालों को लेकर एसपी ने मीडिया के सामने चुप्पी साधे रखी और बिना बातचीत के निकल गए. इसके बाद परिजन व ग्रामीण और ग़ुस्से में है.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Location :
Bhiwani,Bhiwani,Haryana
First Published :
August 15, 2025, 12:56 IST