1% ने ही अब तक चुना यूपीएस, 2 बार बढ़ चुकी है डेडलाइन, भारी पड़ी 2 बड़ी खामी

5 hours ago

Last Updated:July 28, 2025, 16:33 IST

UPS Drawback : यूपीएस लागू हुए 4 महीने बीत चुके हैं और दो बार इसकी डेडलाइन बढ़ाई जा चुकी है. बावजूद इसके अभी तक सिर्फ 1 फीसदी केंद्रीय कर्मचारियों ने ही इसका चुनाव किया है. योजना की 2 सबसे बड़ी खामियों की वजह स...और पढ़ें

1% ने ही अब तक चुना यूपीएस, 2 बार बढ़ चुकी है डेडलाइन, भारी पड़ी 2 बड़ी खामीयूपीएस को चुनने की डेडलाइन 30 सितंबर, 2025 रखी गई है.

हाइलाइट्स

यूपीएस को लागू हुए 4 महीने बीत चुके हैं.सिर्फ 1 फीसदी केंद्रीय कर्मचारियों ने यूपीएस चुना.यूपीएस की दो बड़ी खामियों के कारण लोग पीछे हटते हैं.

नई दिल्‍ली. पुरानी पेंशन खत्‍म हुए 20 साल से भी ज्‍यादा समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक सरकारी कर्मचारियों को ऐसी कोई योजना नहीं मिली, जो इसका विकल्‍प साबित हो सके. पुरानी पेंशन यानी ओपीएस खत्‍म करने के बाद सरकार ने न्‍यू पेंशन स्‍कीम यानी एनपीएस शुरू किया था. लेकिन, इसमें गारंटी वाली पेंशन न होने और योजना के शेयर बाजार के अधीन होने की वजह से ज्‍यादातर लोगों ने नहीं चुना. एनपीएस लागू होने के 20 साल बाद सरकार ने पेंशन की गारंटी वाली योजना यूपीएस यानी यूनिफाइड पेंशन स्‍कीम लागू की.

यूपीएस को इस साल अप्रैल में लागू करने के बाद इसकी डेडलाइन दो बार बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक सिर्फ 1 फीसदी केंद्रीय कर्मचारियों ने ही इस योजना का चुनाव किया है. सरकार ने वित्‍त मंत्रालय के हवाले से सोमवार को सदन में बताया कि 20 जुलाई तक 31,555 केंद्रीय कर्मचारियों ने यूपीएस का चुनाव किया है. फिलहाल इसकी लास्‍ट डेट 30 सितंबर, 2025 है, जो पहले 30 जून थी.

कितने लोगों को मिला यूपीएस का लाभ
वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया कि 20 जुलाई, 2025 तक 7,253 केंद्रीय कर्मचारियों ने यूपीएस के तहत क्‍लेम किए हैं, जिसमें से 4,978 लोगों का क्‍लेम भुगतान के लिए प्रोसेस किया जा चुका है. वित्‍त राज्‍यमंत्री पंकज चौधरी ने सदन को बताया कि 20 जुलाई तक 31,555 कर्मचारियों ने यूपीएस का चुनाव कर लिया है. गौरतलब है क‍ि देश में केंद्रीय कर्मचारियों की संख्‍या करीब 33 लाख है. इस लिहाज से अभी तक 1 फीसदी से भी कम कर्मचारियों ने ही यूपीएस का चुनाव किया है. सरकार ने बताया है कि रिटायर हो चुके 25,756 केंद्रीय कर्मचारी भी यूपीएस के लिए योग्‍य हैं.

क्‍या है यूपीएस की सबसे बड़ी खामी
यूपीएस में वैसे में सरकार ने रिटायरमेंट के बाद गारंटी वाली पेंशन मिलती है, लेकिन इसकी दो सबसे बड़ी खामियों की वजह से ही कर्मचारी पीछे हट जाते हैं. एक तो इसमें रिटायरमेंट के बाद 12 महीने के औसत मूल वेतन का 50 फीसदी पेंशन दिया जाएगा, जबकि पुरानी पेंशन में आखिरी वेतन भुगतान की 50 फीसदी राशि बतौर पेंशन मिलती. इस कारण यूपीएस में पेंशन के तौर पर हजारों रुपये का नुकसान हो जाता है. दूसरी, सबसे बड़ी खामी रिटायरमेंट पर एकमुश्‍त मिलने वाली राशि है. यूपीएस में 10 फीसदी कर्मचारियों का और 18.5 फीसदी सरकार का जमा कुल पैसा और उस पर मिलने वाला ब्‍याज रख लिया जाएगा. इसके बदले में हर छमाही कर्मचारी को मिले कुल वेतन का 10 फीसदी जमा किया जाता रहेगा और वही राशि रिटायरमेंट पर दे दी जाएगी.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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