Japan News: कहते हैं कि वक्त कैसा भी हो बदलता जरूर है, ये कब किसके साथ क्या कर दे, इसका भरोसा नहीं रहता है. जापान में भी कुछ ऐसा ही हुआ जिससे लोग पूरी तरह से दंग हो गए, साल 2011 में यहां भीषण भूकंप आया था, इस भूकंप में एक छह साल की बच्ची लापता हो गई थी. इस भूकंप के लगभग 14 सालों बाद उस बच्ची के अवशेष अब जाकर बरामद किए गए हैं उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया है. जानें क्या है पूरा मामला.
लापता हो गई थी बच्ची
दरअसल, साल 2011 में 11 मार्च को जब जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर विनाशकारी 9.0 तीव्रता का भूकंप और सुनामी आई, तो छह साल की नत्सुसे यामाने अपनी दादी के साथ घर पर थी. उनका घर जापान के मुख्य द्वीप होन्शू के इवाते प्रान्त के यामादा कस्बे में था. उसकी मां, चियुमी ने याद करते हुए बताया कि घर से शरण केंद्र जाते समय उनकी बेटी सुनामी में फंस गई थी. भूकंप के कारण भीषण आग भी लग गई थी और शहर से बाहर गए परिवार के अन्य सदस्य उनके पास नहीं पहुंच सके. दादी तो बच गईं लेकिन नत्सुसे 2,500 लापता लोगों में से एक थी.
बच्ची के मिले अवशेष
परिवार ने आपदा के बाद शरण केंद्रों, अस्थायी मुर्दाघरों और अन्य जगहों पर उनकी तलाश की. हालांकि छह महीने बाद उन्होंने खोज बंद कर दी और स्थानीय सरकार में उसकी मौत की रिपोर्ट दर्ज कराई. परिवार ने नात्सुसे का जन्मदिन मनाना जारी रखा और हर जून में घर पर उसकी वेदी पर केक चढ़ाया. हालांकि अक्टूबर में 49 वर्षीय चियुमी और उनके पति, 52 वर्षीय तोमोनोरी यामाने को मियागी प्रान्त के मिनामी-सानरिकु कस्बे से एक फोन आया, जो नात्सुसे के लापता होने के स्थान से लगभग 100 किलोमीटर दूर है.
भावुक हुई मां
MY News के मुताबिक उन्होंने बताया कि उनकी बेटी के अवशेष, जिसमें जबड़े की हड्डी का एक हिस्सा और कुछ दांत भी शामिल थे वो कस्बे में मिले हैं. मियागी पुलिस ने 9 अक्टूबर को डीएनए परीक्षण के माध्यम से नात्सुसे के अवशेषों की पहचान की. 16 अक्टूबर को लापता होने के 14 साल बाद नात्सुसे के अवशेष उसके माता-पिता और उसके बड़े भाई, 26 वर्षीय दैया को लौटा दिए गए. उसकी रोती हुई मां ने बताया कि जब उसने अपनी बेटी के खोए हुए अवशेषों वाले छोटे कलश को पकड़ा, तो उसे ऐसा लगा जैसे वह उसे मां पुकारते हुए सुन रही हो.

2 days ago
