67 और 68 साल के बुजुर्गों ने पास की NEET परीक्षा, वकालत छोड़कर बनेंगे डॉक्टर

8 hours ago

Last Updated:July 13, 2025, 09:41 IST

NEET UG 2025: नीट यूजी परीक्षा मई में हुई थी लेकिन इस पर चल रही चर्चा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. इस साल 60 साल से ऊपर की उम्र के 3 कैंडिडेट्स ने नीट यूजी परीक्षा क्वॉलिफाई की है.

67 और 68 साल के बुजुर्गों ने पास की NEET परीक्षा, वकालत छोड़कर बनेंगे डॉक्टर

NEET UG 2025: 3 वरिष्ठ नागरिकों ने नीट पास कर इतिहास रच दिया है

हाइलाइट्स

नीट दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में शामिल है.तमिलनाडु के 3 बुजुर्गों ने इसमें सफलता हासिल की है.2 वकालत छोड़कर मेडिकल कॉलेज में लेंगे एडमिशन.

नई दिल्ली (NEET UG 2025). नीट यूजी परीक्षा में हर साल कुछ ऐसी सक्सेस स्टोरीज़ आती हैं, जिनकी मिसाल अगले कई सालों तक दी जाती है. इस साल तमिलनाडु में 60 वर्ष की उम्र से ऊपर के 3 कैंडिडेट्स ने नीट यूजी परीक्षा पास करके इतिहास रच दिया है. इन तीनों ने साबित कर दिया है कि मन में कुछ करने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती है. इनमें से 2 तो वकील हैं. लेकिन अब इस उम्र में वकालत का सेट करियर छोड़कर मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट के तौर पर एडमिशन लेंगे.

तमिलनाडु के तीन वरिष्ठ नागरिकों (उम्र 60, 67 और 68) ने नीट यूजी पास कर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीटों के लिए आवेदन किया है. आमतौर पर 12वीं पास युवा ही इस कठिन परीक्षा में शामिल होते हैं. लेकिन अब वरिष्ठ नागरिकों का शामिल होना और परीक्षा में सफल भी हो जाना यह साबित करता है कि सपनों को हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती है. तमिलनाडु की चयन समिति के अफसरों का कहना है कि 35 वर्ष से ज्यादा उम्र के कम से कम 25 कैंडिडेट्स इस साल मेडिकल और डेंटल कोर्स के लिए आवेदन कर रहे हैं.

चुनौतियों से भरा सफर, फिर भी हौसला बरकरार

नीट जैसी कठिन परीक्षा को पास कर पाना आसान बात नहीं है. 60 की आयु पार कर लेने के बाद मुश्किल और भी ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन तमिलनाडु के इन वरिष्ठ नागरिकों ने न केवल पढ़ाई की चुनौतियों का सामना किया, बल्कि सामाजिक धारणाओं को भी तोड़ दिया है. नीट अटेंप्ट करने के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा तय नहीं की गई है. लेकिन एमबीबीएस और बीडीएस जैसे कोर्स काफी डिमांडिंग हैं. ऐसे में इन सफल उम्मीदवारों की पात्रता पर सवाल उठ रहे हैं.

नीट पास कर कायम की मिसाल

इन 3 वरिष्ठ नागरिकों में से 2 वकील हैं. इन्होंने अपने करियर के दशकों बाद मेडिकल के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला लिया है. 68 वर्षीय उम्मीदवार ने बताया कि उनका सपना हमेशा से डॉक्टर बनने का था, लेकिन जीवन की आपाधापी में यह अधूरा रह गया. अब रिटायरमेंट के बाद वह इसे पूरा कर रहे हैं. 67 वर्षीय वकील ने कहा कि वह समाज को चिकित्सा के जरिए और बेहतर तरीके से सेवा देना चाहते हैं. 60 वर्षीय तीसरे उम्मीदवार ने दिन-रात मेहनत कर नीट में सफलता हासिल की.

सफलता के बाद भी हैं चुनौतियां?

देश के इन काबिल सीनियर सिटीजंस ने इस उम्र में नीट पास कर एक अद्भुत उदाहरण सेट किया है. लेकिन इनके लिए एमबीबीएस कर पाना आसान नहीं होगा. 5 साल के इस कठिन कोर्स में इंटर्नशिप पीरियड भी शामिल है. 12-13 घंटे की शिफ्ट उनके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है. तमिलनाडु में मेडिकल सीटों की भारी मांग और कट-ऑफ अंकों का बढ़ता स्तर उनकी राह को और मुश्किल बना सकता है. राज्य में सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए 7.5% सीटों का कोटा आरक्षित किया गया है.

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें

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