Last Updated:October 19, 2025, 17:25 IST
AI Impact on Software Engineering: एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है. अपनी नौकरी बचाने के लिए अब सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को अपस्किलिंग पर फोकस करने की जरूरत है.

नई दिल्ली (AI Impact on Software Engineering). आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ChatGPT जैसे लैंग्वेज मॉडल ने काम करने के तौर-तरीके बदल दिए हैं. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है. एक तरफ, AI की मदद से कोड लिखना और सॉफ्टवेयर बनाना पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज हो गया है, जिससे डेवलपर्स की प्रोडक्टिवि़टी बढ़ गई है. दूसरी तरफ, कई लोगों को यह चिंता सता रही है कि जब मशीन खुद ही कोड लिख लेंगी तो क्या सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी?
हालांकि, ज्यादातर एक्सपर्ट इस बात से सहमत हैं कि एआई इंजीनियर्स की जगह नहीं लेगा, बल्कि उनके काम को बेहतर बनाएगा. एआई एक्सपर्ट और AI & Beyond के को-फाउंडर जसप्रीत बिंद्रा के अनुसार, एआई हमारे रोजाना के दोहराए जाने वाले यानी रूटीन कामों को संभाल लेगा, जिससे हम इंसान ज्यादा कॉम्प्लेक्स, क्रिएटिव और हाई वैल्यू वाले कामों पर अपना ध्यान फोकस कर सकेंगे. इस बदलाव को किसी खतरे से ज्यादा एक बड़े मौके की तरह देखा जा सकता है.
एआई से सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर क्या असर पड़ेगा?
एआई के युग में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की भूमिका पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाएगी. लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ बदलाव करने होंगे, भविष्य में इंजीनियर का काम सिर्फ कोड लिखना नहीं होगा, बल्कि उन्हें Intelligent Systems को डिजाइन और मैनेज करना होगा. इन नई चुनौतियों के लिए इंजीनियर को नई स्किल्स सीखनी होंगी, जिनमें मशीन लर्निंग, डेटा एनालिसिस और AI गवर्नेंस शामिल हैं. जो इंजीनियर इन टेक्निकल और प्रोफेशनल क्षमताओं को मिला लेंगे, वही आगे जाकर सफल हो पाएंगे.
एआई सॉफ्टवेयर इंजीनियर का काम आसान कैसे करेगा?
भविष्य उन इंजीनियर्स का है, जो कोडिंग को समस्या-समाधान, डिजाइन थिंकिंग और प्रोफेशनल स्किल्स के साथ जोड़ते हैं. AI गवर्नेंस, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग, नैतिक AI और cross-disciplinary knowledge जैसे कौशल अगली पीढ़ी के इंजीनियर को डिफाइन करेंगे.
मानव क्षमताओं को बढ़ाना
एआई रोजमर्रा के कामों को automate कर सकता है. इससे इंजीनियर्स को कॉम्प्लेक्स समस्याओं को हल करने और काम में ज्यादा क्रिएटिविटी दिखाने के लिए समय मिलेगा. AI-संचालित डिवाइस कोड पूरा करने, डिबगिंग और टेस्टिंग में मदद प्रदान कर सकते हैं, जिससे डेवलपर्स की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और गलतियां कम होंगी.AI के युग में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की भूमिका
एआई रोजमर्रा के कामों को ऑटोमैटिकली पूरा कर सकता है. उसके बावजूद, सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीचे बताए गए क्षेत्रों में अपना योगदान दे सकते हैं:
ह्यूमन क्रिएटिविटी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल में फायदा पहुंचा सकती है. इंजीनियर कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट पूरे करने में योगदान दे सकते हैं. इंजीनियर सिस्टम डिजाइन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जैसे कि आर्किटेक्चर बनाना, AI-जनरेटेड कोड को इंटीग्रेट करना और डिसप्ले को वेरिफाई करना.एआई के दौर में काम आएंगी ये स्किल्स
एआई-पावर्ड इंडस्ट्री में ग्रोथ हासिल करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपर्स को नई स्किल्स डेवलप करने की जरूरत होगी. प्रोग्रामिंग, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिसिस जैसी AI स्किल्स सबसे जरूरी साबित होंगी. स्वास्थ्य सेवा और खुदरा क्षेत्र से लेकर फाइनेंस और मैन्युफैक्चरिंग तक, विभिन्न क्षेत्रों में कंपनियां AI स्किल्स से लैस वर्कफोर्स की तलाश कर रही हैं.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
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First Published :
October 19, 2025, 17:25 IST