AMU GK: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बारे में ये 10 बातें जानते हैं आप? कब हुई थी स्थापना और क्या है खासियत?
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AMU GK: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बारे में ये 10 बातें जानते हैं आप? कब हुई थी स्थापना और क्या है खासियत?
नई दिल्ली (AMU GK, Aligarh Muslim University). सुप्रीम कोर्ट ने आज, 8 नवंबर 2024 को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है. बता दें कि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा देने के लिए मानदंड तय किए गए हैं. न्यायालय के बहुमत वाले फैसले में कहा गया है कि एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर फैसला किया जाना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की पीठ ने 4-3 के बहुमत से अजीज बाशा मामले में 1967 का फैसला खारिज कर दिया. उस फैसले में कहा गया था कि कानून द्वारा गठित कोई संस्थान अल्पसंख्यक स्टेटस का दावा नहीं कर सकता है. उसके आधार पर ही एएमयू को अल्पसंख्यक दर्जा देने से इनकार किया था. सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों वाली संविधान पीठ ने 4 अलग-अलग फैसले सुनाए. इस ऐतिहासिक अवसर पर जानिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जुड़ी 10 बड़ी बातें.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना कब हुई थी और किसने की थी?अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना 1875 में सर सैयद अहमद खान ने की थी. वह एक शिक्षाविद होने के साथ ही सोशल रिफॉर्मर भी थे. एएमयू की स्थापना क्यों हुई थी?
एएमयू का मुख्य उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा प्रदान करना था, जिससे वे इस्लामी मूल्यों के साथ आधुनिक ज्ञान हासिल कर सकें. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को विश्वविद्यालय का दर्जा कब मिला था?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को विश्वविद्यालय का दर्जा 1920 में मिला था. इसके साथ ही वह भारत की पहली मुस्लिम यूनिवर्सिटी बन गई थी. एएमयू में क्या पढ़ाया जाता है?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कोर्सेस भी अन्य विश्वविद्यालयों की तरह विविध हैं. एएमयू में कई विभाग हैं- आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, इंजीनियरिंग, मेडिकल और कानून आदि. क्या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रिसर्च के लिए भी जा सकते हैं?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अनुसंधान के लिए कई केंद्र और संस्थान हैं. यहां पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च करते हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना स्कूल के तौर पर क्यों हुई थी?
1875 में, सर सैयद ने मुसलमानों को मॉडर्न एजुकेशन देने की जरूरत को समझते हुए मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल स्कूल की स्थापना की थी. उस समय निजी विश्वविद्यालयों की अनुमति नहीं थी. इसलिए इसे स्कूल के तौर पर शुरू किया गया था. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कितने स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं?
एएमयू मे 37 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं. यहां 13 फैकल्टी, 21 सेंटर और 117 विभाग हैं. स्टूडेंट्स और कर्मचारियों के लिए 80 हॉस्टल सहित 19 हॉल भी हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से किन नामी लोगों ने पढ़ाई की है?
नसीरुद्दीन शाह, जावेद अख्तर, मोहम्मद हामिद अंसारी, लियाकत अली खान, कुलभूषण खरबंदा, अनुभव सिन्हा, दलीप ताहिल, आजम खान, अस्मा हुसैन समेत कई जाने-माने लोगों ने एएमयू से पढ़ाई की है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हिंदू स्टू़डेंट्स की संख्या कितनी है?
एएमयू में 70 प्रतिशत मुस्लिम और 30 प्रतिशत हिंदू स्टूडेंट्स हैं. सूत्रों के अनुसार, चिकित्सा और कानून जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में हिंदू स्टूडेंट्स की संख्या 40 प्रतिशत तक हो जाती है. क्या एएमयू को इंटरनेशनल मान्यता हासिल है?
एएमयू को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, जिससे यह भारत की प्रमुख शैक्षिक संस्थाओं में से एक है.
Tags: Aligarh Muslim University, Aligarh news, Supreme Court, University education
FIRST PUBLISHED :
November 8, 2024, 12:55 IST